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अंकिता भंडारी मर्डर: बीजेपी नेता के रिसॉर्ट में स्पेशल सर्विस के नाम पर ‘सेक्स’; लड़की स्टाफ को किया जाता मजबूर! गिरफ्तार तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत

‘गरीब हूं लेकिन दस हजार के लिए नहीं बिकूंगी’, अंकिता ने दोस्त से शेयर किया था अपना दर्द…

देहरादून,(राजेश जायसवाल): उत्तराखंड के पौड़ी-गढ़वाल की अंकिता भंडारी हत्याकांड में परत-दर-परत खुलासे होते जा रहे हैं। अब पता चला है कि 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता पर रिजॉर्ट में आने वाले वीआईपी गेस्ट्स को ‘स्पेशल सर्विस’ देने का दबाव बनाया जा रहा था। इसकी पुष्टि वॉट्सएप चैट से हुई है। अंकिता ने एक मैसेज में अपने दोस्त को लिखा था- ‘मैं निर्धन हो सकती हूं, मगर 10 हजार रुपये के लिए मैं स्वयं को बेचूंगी नहीं’।
18 सितंबर को वॉट्सएप चैट में अंकिता ने अपने दोस्त को यह भी बताया कि एक शराबी मेहमान ने एक बार उसे जबरदस्ती गले लगा लिया था। रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य के प्रबंधक अंकित गुप्ता ने ग्राहक को नशे में होने का हवाला देकर उसे चुप रहने के लिए दबाव बनाया था। अंकिता से ये भी कहा गया कि तुम्हें गेस्ट हैंडल करने पड़ेंगे। अगर नहीं करोगी तो तुम्हें हटा देंगे।
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार भी अपने बयान में अंकिता पर दबाव की बात कह चुके हैं। इसके साथ-साथ रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम कर रही अंकिता भंडारी ने चैट पर आगे लिखा- इस रिजॉर्ट में बहुत इनसिक्योर (सुरक्षित) महसूस होता है। अंकित गुप्ता (रिजॉर्ट प्रबंधक) मेरे पास आया और बोला कुछ बात करनी है। फिर मैं उसके साथ गई। रिसेप्शन के कॉर्नर पर ले जाकर उसने कहा कि सोमवार को VIP गेस्ट आ रहे हैं, तो उन्हें एक्स्ट्रा सर्विस चाहिए। मैंने बोला कि मैं क्या करूं? तो बोला कि तुम तो कह रही थीं कि स्पा वगैरह करोगी। मैंने कहा कि एक्स्ट्रा सर्विस की बात हुई थी, स्पा की बात कहां से आ गई? फिर वह बोला कि गंवारों वाली हरकतें मत करो, गेस्ट देख रहे हैं।
आगे अंकित गुप्ता ने कहा कि मैंने यह नहीं बोला कि तुम करो। मैं बोल रहा हूं कि यदि तुम्हारी पहचान में कोई लड़की हो तो बताना, क्योंकि मेहमान 10 हजार रुपए दे रहा है। मैंने उसको कहा कि मैं गरीब हूं तो क्या तुम्हारे इस रिसॉर्ट के लिए 10 हजार में बिक जाऊं। मैं समझ रही हूं कि दूसरी लड़की वाली बात उन्होंने इसलिए बोला कि जिससे मैं 10 हजार के लालच में आकर मान जाऊं। एक्स्ट्रा सर्विस मतलब सेक्शुअल रिलेशन हैं। आगे अंकिता लिखती है- इस आर्य (पुलकित) ने सौरभ बिष्ट को भी अपने रूम में बुलाया तथा मुझे पटाने के लिए लगभग एक घंटे तक उसे समझाया। अब वह मुझसे ढंग से बात तक नहीं करता। यही नहीं, अंकित ने विनोद आर्य से बात करके बोला कि सर (रिजॉर्ट मालिक) को मत बताना, मगर मुझे पता है कि आर्य को सब पता है। इन तीनों ने जानबूझ कर बोला- जिससे मैं इनके पैसों के लिए हां बोलूं। तत्पश्चात, दोस्त से अंकिता ने आगे बोला- अब आगे से कुछ भी बोला तो मैं यहां काम नहीं करूंगी। इतना गंदा होटल है। बताया जा रहा है कि इस रिसॉर्ट में स्पेशल सर्विस का मतलब ‘सेक्स’ करना था जो कस्टमर्स को दस हजार रुपये में प्रदान किया जाता था। यह सब स्पा की आड़ में दिया जा रहा था, जो कि अंकिता को नहीं पसंद था। जिसकी कीमत उसे अपनी जान गवांकर चुकानी पड़ी!

अंकिता की मौत पानी में डूबने से हुई
इस चर्चित हत्याकांड मामले की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है। जिसमें खुलासा हुआ है कि अंकिता की मौत पानी में दम घुटने से हुई। साथ में यह भी पता चला है कि पानी में धक्का देने से पहले उसे किसी मोटी चीज से मारा-पीटा गया था। पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। हालांकि, इस रिपोर्ट में सेक्शुअल एब्यूज या रेप के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
बता दें कि अंकिता की हत्या के आरोप में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अंकिता का शव शनिवार सुबह बरामद हुआ था। हत्या का आरोप राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित पर है। 19 वर्षीय अंकिता उसके रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। प्रशासन ने शुक्रवार रात को पुलकित के वंतारा रिसॉर्ट को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया। शनिवार को गुस्साए लोगों ने उसमें आग लगा दी।

इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को पुलकित के पिता विनोद आर्य को पार्टी से निकाल दिया। वे भाजपा नेता और उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। आर्य भाजपा OBC मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और यूपी के सह प्रभारी भी थे। पुलकित के भाई अंकित आर्य को भी उत्तराखंड OBC कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था।

हत्यारोपी रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य को लेकर एक पोस्ट वायरल हुआ है। इसमें बताया गया कि वह रिजॉर्ट को Google 5 स्टार रेटिंग देने के लिए कस्टमर्स को मजबूर करता था। यदि कोई कस्टमर रिजॉर्ट को 5 स्टार नहीं देता था तो वह उस कस्टमर को ही चोर कहकर रिव्यू का रिप्लाई देता था। जांच के दौरान पुलिस को अंकिता के एक जम्मू के रहने वाले दोस्त दीप पुष्प के बारे में पता चला है। उसने पुलिस को बताया कि दोनों की दोस्ती ‘इंस्टाग्राम’ पर हुई थी और उसी ने अंकिता की जॉब रिजॉर्ट में लगवाई थी। उसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं।
दीप ने पुलिस को बताया कि अंकिता को यह नौकरी OLX पर एक विज्ञापन के जरिए दिलाई गई थी। 28 अगस्त को अंकिता ने रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की जॉब जॉइन की थी। 1 सितंबर को अंकिता ने उसे मैसेज करके बताया था कि किसी लड़के ने उसे जबरदस्ती गले लगा लगाने की कोशिश की। दीप के मुताबिक, जॉइनिंग के बाद शुरुआती दिनों में पुलकित का व्यवहार अंकिता के लिए बहुत अच्छा था। वह अंकिता की इज्जत करता था। जब रिजॉर्ट के एक ग्राहक ने नशे की हालत में अंकिता को गले लगाने की कोशिश की तो पुलकित ने ही उसे बचाया था।
दीप ने पुलिस को अंकिता के साथ बातचीत के ऑडियो भी सौंपे, जिसमें वो रिजॉर्ट के स्टाफ करण से अपना बैग सड़क पर लाने के लिए कह रही है। दीप ने बताया कि अंकिता 18 सितंबर को रिसॉर्ट से निकल रही थी और अपने घर जाना चाहती थी, लेकिन पता नहीं किस वजह से वह पुलकित के साथ ऋषिकेश चली गई।
दीप ने बताया कि अंकिता ने उसे 8:30 बजे फोन कर कहा, ‘सर पुलकित’ उससे बात करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने उनके साथ ऋषिकेश आने के लिए पूछा है। दीप ने कहा यह बहुत अजीब है कि उन्होंने अंकिता को नदी में धक्का दे दिया। दीप ने बताया कि अंकिता काफी अच्छी लड़की थी। उसे कुकिंग का शौक था। वह होटल मैनेजमेंट और कुकिंग में अपना करियर बनाना चाहती थी।

लापता होने से पहले अंकिता ने शेफ से की थी बात
रिसोर्ट के एक स्टाफ मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि अंकिता ने लापता होने से पहले 18 सितंबर की रात रोते हुए रिजॉर्ट के शेफ को फोन किया था। चौहान ने बताया कि अंकिता ने मुझे भी फोन कर अपना बैग लाने को कहा, तब वह रो रही थी। उसने मुझे अपना बैग सड़क पर रखने को कहा था। लेकिन जब एक स्टाफ बैग लेकर वहां पहुंचा, तो उसे अंकिता नहीं मिली। अंकिता को 18 सितंबर की शाम 3 बजे आखिरी बार रिसाॅर्ट में देखा गया था।

रिजॉर्ट में अनैतिक गतिविधियों पर झगड़े के बाद हत्या
पुलिस के FIR में दर्ज किया गया है कि अंकिता भंडारी 18 सितंबर से गायब थी। इसके बाद उसके पिता ने रिसॉर्ट पहुंचकर कर्मचारियों से पूछताछ की थी। बेटी का पता नहीं चलने पर उन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अंकिता 17 सितंबर की रात करीब 8 बजे पुलकित आर्य, उसके रिजॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ ​​पुलकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी। वापस आते समय तीनों आरोपियों ने चीला रोड के किनारे शराब पी। अंकिता उनके ड्रिंक खत्म होने का इंतजार करती रही। शराब पीने के बाद तीनों अंकिता से झगड़ने लगे। हाथापाई में अंकिता ने पुलकित का मोबाइल भी नहर में फेंक दिया था। इस दौरान अंकिता ने रिसॉर्ट में अनैतिक गतिविधियों का विरोध किया था। उसने धमकी भी दी कि वह सभी को यहां चलने वाली अनैतिक गतिविधियों के बारे में बता देगी। इस बात से गुस्साए पुलकित और उसके साथियों ने अंकिता को नहर में धकेल दिया।

पुलकित ने हत्या के बाद पुलिस को सुनाई झूठी कहानी
शक के आधार पर जब पुलिस ने पुलकित से पूछताछ की, तो उसने पुलिस को बताया कि रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी रिसॉर्ट के एक कमरे में रहती थी। कुछ दिन से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इसलिए वह और उसके दोस्त 18 सितंबर को अंकिता को ऋषिकेश घुमाने ले गए थे। देर रात सभी वहां से वापस लौट आए। लौटकर सभी रिसॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सोने चले गए। 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी। पुलिस की पड़ताल में यह कहानी झूठी निकली।

CCTV फुटेज में अंकिता तीनों के साथ जाती नज़र आई
पुलकित के बाद पुलिस ने रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश जाते समय अंकिता इन लोगों के साथ थी, लेकिन वह इनके साथ लौटकर वापस नहीं आई थी। इसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश के रास्ते पर लगे हुए तमाम CCTV कैमरों के फुटेज चेक किए। इनसे यह बात साबित हो गई कि रिसॉर्ट से जाते समय कुल चार लोग थे, लेकिन वापस तीन ही लौटे थे।

पुलकित के रिसॉर्ट के पास नहर में मिला अंकिता का शव
अब पुलकित की मनगढ़ंत कहानी पर पुलिस का शक और भी गहरा हो गया और उससे सख्ती से पूछताछ शुरू हुई। सोशल मीडिया पर भी उसकी तलाश के लिए कैंपेन चल रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर पुलकित से पूछताछ की। आरोपी ने अंकिता को गंगा में धकेल देने की बात कबूल की। इसके बाद रेस्क्यू एजेंसियों ने अंकिता का शव चिल्ला पावर हाउस के पास एक नहर से बरामद किया।
पुलिस शुक्रवार को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार लेकर जा रही थी। इसी दौरान बैराज पुल से आगे कोडीया में सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी रोक ली और तीनों आरोपियों को जमकर पीटा। हालांकि, पुलिस ने बीच-बचाव कर तीनों को भीड़ से निकाल लिया। गुस्साई भीड़ ने गंगा भोगपुर में हत्या के आरोपी पुलकित आर्य की फैक्ट्री को आग के हवाले कर दी। जिला प्रशासन ने रिजॉर्ट के बचे-खुचे कमरों को सीलकर मौके पर पीएसी तैनात कर दी है। अंकिता की हत्या को लेकर पूरे देश में भारी आक्रोश व्याप्त है। तीनों आरोपियों- पुलकित आर्य, रिसॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को शुक्रवार को एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।