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अलीबाग जेल में अर्नब के मोबाईल फोन इस्तेमाल करने के मामले में दो जेलकर्मी निलंबित

मुंबई: रायगढ़ जिले के अस्थायी जेल में बंद रहने के दौरान रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल करने के मामले में दो जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। अलीबाग जेल के दोनों कर्मचारी उस स्कूल में तैनात थे, जिसे कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अस्थायी जेल घोषित किया गया है। यहां 40 से ज्यादा विचाराधीन कैदियों को रखा गया है।
निलंबित किए गए जेलकर्मियों के नाम सुबेदार आनंद भेरे और पुलिस नाईक सचिन वडे है। इंटीरियर डिजाईनर अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में जेल में बंद अर्णब गोस्वामी सोशल मीडिया पर सक्रिय पाए गए थे। जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। जेल अधीक्षक ने जांच के दौरान पाया कि अर्णब के साथ कुछ और कैदी जेल के भीतर से फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके बाद अर्णब को तलोजा जेल में भेज दिया गया था।
आशंका जताई जा रही है कि दोनों जेलकर्मियों ने पैसे लेकर अर्णब गोस्वामी को अपना फोन इस्तेमाल करने के लिए छूट दी। इस दौरान अर्णब ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट का इस्तेमाल किया। निलंबित पुलिस वालों के खिलाफ विभागीय जांच भी की जा रही है। अर्णब को अदालत ने अन्वय नाईक आत्महत्या मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। हालांकि बुधवार को उन्हें सुप्रीमकोर्ट से जमानत मिल गई थी जिसके बाद अर्णब सीधे रिपब्लिक टीवी के स्टूडियों पहुंचे और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बहस करने कि चुनौती देते हुए कहा कि वे स्वतंत्र पत्रकारिता करने से हमें नहीं रोक सकते। रायगड जिला स्थित तलोजा जेल से रिहा होने के बाद अर्नब ने यह बयान दिया। उच्चतम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के कुछ घंटे बाद पत्रकार अर्नब गोस्वामी तलोजा जेल से रिहा कर दिए गए। उन्हें एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के वर्ष 2018 के एक मामले में गत चार नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।
न्यायिक हिरासत में एक सप्ताह जेल में गुजारने और उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद फिर से रिपब्लिक टीवी के न्यूज रूम पहुंचे अर्नब गोस्वामी ने ‘फर्जी’ मामले में उन्हें गिरफ्तार करने को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला। रिपब्लिक चैनल में अपने सहकर्मियों से घिरे गोस्वामी (47) ने कहा, उद्धव ठाकरे, सुन लो मुझे। आप हार गए। उन्होंने एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर खुदकुशी के लिए उकसाने के 2018 के मामले में अपनी अवैध गिरफ्तारी पर मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को भी आड़े हाथों लिया।

मैं जेल के अंदर से भी चैनल शुरू का दूंगा!
अर्नब गोस्वामी ने कहा कि तलोजा जेल में उनसे पुलिस तीन दौर की पूछताछ करती थी। उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे आपने मुझे एक पुराने, फर्जी मामले में गिरफ्तार किया, और मुझसे माफी तक नहीं मांगी। अर्नब ने कहा, खेल अब शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि वह हर भाषा में रिपब्लिक टीवी शुरू करेंगे और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी उनकी उपस्थिति है। फिर से गिरफ्तार होने की आशंका व्यक्त करते हुए गोस्वामी ने कहा, मैं जेल के अंदर से भी (चैनल) शुरू करूंगा, और आप (ठाकरे) कुछ नहीं कर पाएंगे। अर्नब ने अंतरिम जमानत देने के लिए शीर्ष अदालत का आभार जताया।