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अस्पताल में एडमिट रहने का जाली सर्टिफिकेट और रसीद जारी करने वाले डॉक्टर को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

नयी दिल्ली: आयुष अस्पताल में एडमिट रहने का नकली सर्टिफिकेट और पैसों की नकली रसीद जारी करने वाले डॉक्टर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. दरअसल डॉक्टर जिस आरोपी को बचाना चाहता था उसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं.
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 ने सराहनीय कार्य करते हुए मारपीट के मामले में संलिप्त एक आरोपी को बचाने हेतु आयुष अस्पताल का नकली एडमिट सर्टिफिकेट बनाने वाले एक आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. आरोपी की पहचान डॉ सतीश कुमार जिला गाजीपुर यूपी हाल आयुष हॉस्पिटल नगला पार्ट 2 फरीदाबाद के रूप में हुई है.
मामला थाना सूरजकुंड का है. 3 मार्च को शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार निवासी डेरा गुरुकुल फरीदाबाद ने पुलिस को शिकायत दी कि विजय, रोहित और 3-4 लड़के निवासी आनंगपुर ने उसके घर में आकर उसके और उसके परिवार वालों के साथ मारपीट की है. मारपीट के दौरान आरोपियों ने शिकायतकर्ता की गर्भवती भाभी को चोट मारी थी जिसके कारण गर्भपात हो गया था. जिस पर आरोपियों के खिलाफ थाना सूरजकुंड में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने उपरोक्त केस में कार्यवाही करते हुए मामले को अंजाम देने वाले आरोपी रोहित निवासी आनंगपुर, नरेंद्र उर्फ नींदे गांव अनंगपुर को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर 22 मार्च को जेल भेज दिया था.
मुकदमे में शामिल मुख्य आरोपी विजय निवासी आनंगपुर ने माननीय अदालत में अग्रिम जमानत रद्द होने पर हाईकोर्ट में जमानत हेतु अर्जी लगाई थी. आरोपी विजय ने अपने बचाव के लिए आरोपी डॉक्टर सतीश से आयुष अस्पताल में एडमिट रहने का नकली सर्टिफिकेट और नकली पैसो की रसीद बनवाई थी. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से नकली दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
पुलिस ने डॉक्टर के द्वारा जारी किए गए सर्टिफिकेट की जांच की तो पाया कि यह नकली है. जिस पर पुलिस ने बिना देरी के आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. प्रभारी क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी विजय कई अपराधिक मामलों में संलिप्त है जो कि एक आदतन अपराधी है. आरोपी विजय की हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की सुनवाई पेंडिंग है. आरोपी विजय के खिलाफ़ सभी तथ्य हाईकोर्ट के आगे पेश कर आरोपी की जमानत खारिज कराई जाएगी.