दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य PM नरेंद्र मोदी से मिले शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे 21st February 202021st February 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पद संभालने के लगभग तीन महीने बाद शुक्रवार को नयी दिल्ली में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात किये। शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के नवंबर में मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली की यह पहली यात्रा थी। उनके साथ आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। हालांकि, इससे पहले एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत करने उद्धव ठाकरे एयरपोर्ट पर गए थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शुक्रवार शाम दिल्ली पहुंचे। उद्धव ठाकरे ने दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास सात लोक कल्याण मार्ग जाकर उनसे मुलाकात की। बता दें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह ‘बड़े भाई’ (नरेंद्र मोदी) से मिलने दिल्ली जरूर जाएंगे।गौरतलब है कि लंबे समय से शिवसेना और बीजेपी सहयोगी रही हैं। पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों के रिश्ते बिगड़ गए। बाद में शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के सहयोग से सरकार बनाई और उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस मुलाकात के बाद उद्धव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी से महाराष्ट्र के मुद्दों के अलावा सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि बैठक में पीएम मोदी ने साफ कहा कि देशवासियों को सीएए से डरने की आवश्यकता नहीं है। बता दें कि शुक्रवार को उद्धव ने मोदी के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। सीएए से डरने की जरूरत नहीं, NRC सिर्फ असम मेंप्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत और आदित्य ठाकरे भी उद्धव के साथ मौजूद थे। उद्धव ने बताया कि पीएम मोदी के साथ बैठक बेहद लाभदायी रहा। पीएम ने भरोसा दिलाया है कि सीएए से किसी को डरने की जरूरत नहीं है और संसद में केंद्र सरकार ने स्पष्ट भी किया है कि एनआरसी पूरे देश में लागू नहीं होगी। उन्होंने कहा, एनपीआर, एनआरसी और सीएए पर भी पीएम मोदी से चर्चा हुई। ‘सामना’ के माध्यम से शिवसेना ने अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी थी। सीएए पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है। एनआरसी को लेकर केंद्र ने भूमिका स्पष्ट की है कि यह पूरे देश में नहीं है और असम में रहेगा। एनपीआर से नहीं छिनेगा अधिकारउद्धव ने एनपीआर को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, एनपीआर में किसी को घर से नहीं निकाला जाएगा। यह वैसे ही है, जैसे हर 10 साल पर जनगणना होती है। अगर हमें लगा कि एनपीआर खतरनाक है तो आगे बात होगी। मैंने राज्य की जनता से कहा है कि किसी का भी अधिकार नहीं छीनने दिया जाएगा। शाहीनबाग में लोगों को भड़काया जा रहाउद्धव ठाकरे ने दिल्ली के शाहीनबाग में 2 महीने से ज्यादा वक्त से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन पर कहा कि वहां लोगों को भड़काया जा रहा है। उन्होंने कहा, वहां लोगों से मिलने की जरूरत है। विरोध क्यों कर रहे हैं पहले यह स्पष्ट होना चाहिए। नेताओं को समझने की जरूरत होती है। वहीं, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आपके मुताबिक शाहीनबाग में लोगों को भड़काया जा रहा है, जबकि आपकी सहयोगी कांग्रेस के नेता भी वहां पहुंचे हैं, आपको क्या लगता है कौन भड़का रहा है? इस सवाल पर बचते हुए उद्धव ने कहा, मुझे नहीं पता, मैं दिल्ली में नहीं रहता। अमित शाह से उद्धव ने की आधे घंटे चर्चा दिल्ली दौरे में ठाकरे सबसे आखिर में गृह मंत्री अमित शाह से मिले। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच लगभग आधे घंटे से ज्यादा चर्चा हुई। इस मुलाकात में सीएए व एनपीआर जैसे मुद्दों के साथ-साथ ऐलगार परिषद से जुड़े मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने के मुद्दे पर भी बातचीत हुई।उल्लेखनीय है कि शिवसेना के साथ सरकार में शामिल कांग्रेस और एनसीपी एनआईए को जांच सौंपे जाने के पक्ष में नहीं हैं। वहीं बताया जाता है कि इस मुलाकात में महाराष्ट्र की सुरक्षा संबंधी मसलों पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई। Post Views: 135