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आदित्य ठाकरे ने दिए मुंबई में अब सिंगल प्लानिंग अथॉरिटी के संकेत

मुंबई: मुंबई की जिम्मेदारी जल्द ही सिंगल प्लानिंग अथॉरिटी के रूप में एक ही एजेंसी को मिल जाएगी। राज्य के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने दक्षिण मुंबई में क्लाइमेंट चेंज पर चल रहे एक कार्यक्रम के दौरान यह बातें कही। उनके मुताबिक, यह काम इस साल के अंत तक हो सकता है। बीएमसी को दिसंबर तक यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। एमएमआरडीए समेत अन्य एजेंसियां अपने-अपने प्रॉजेक्ट्स करती रहेंगी।
मुंबई के प्रमुख के तौर पर महापौर का अधिकार बढ़ाने की भी तैयारी हो रही है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई जैसे शहर को किसी सीईओ की बजाय जनता से चुने हुए महापौर के जरिए चलाना ज्यादा बेहतर होगा। फिलहाल, महापौर के पास ज्यादा अधिकार नहीं होते। बीएमसी के प्रशासनिक प्रमुख के तौर पर कमिश्नर ही पॉलिसी और प्रॉजेक्ट से जुड़े सभी फैसले करते हैं। मुंबई में सिंगल प्लानिंग अथॉरिटी की मांग बहुत पुरानी है।

क्या होती है सिंगल प्लानिंग अथॉरिटी?
सिंगल प्लानिंग अथॉरिटी का मतलब है कि पूरे महानगर की देखरेख की जिम्मेदारी एक ही अथॉरिटी के पास होगी। इससे किसी भी काम के लिए उसे अन्य एजेंसियों से समन्वय करने की प्रक्रिया नहीं करनी पड़ेगी।

क्यों जरूरी है यह?
मुंबई जैसे बड़े महानगर में कई अथॉरिटीज होने से मंजूरी लेने में काफी समय चला जाता है। इससे प्रॉजेक्ट में देरी होती है, लागत भी ज्यादा बढ़ती है।
कई बार अधिकारियों के विचार अलग होने से भी समन्वय करने में दिक्क्तें आती है।

ये है मुंबई की प्रमुख प्लानिंग अथॉरिटीज
बीएमसी, एमएमआरडीए, म्हाडा, एसआरए, बीपीटी, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, डिफेंस और रेलवे है।