उत्तर प्रदेशचुनावी हलचलब्रेकिंग न्यूज़

UP एमएलसी चुनाव 2022: भाजपा की बंपर जीत, सपा का सूपड़ा साफ, जानें- 27 सीटों पर कौन कहां से जीता चुनाव?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के बाद अब परिणाम आना जारी है। 27 सीटों की मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है। 27 जिलों में एक साथ चल रही मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा बल तैनात हैं। बैलट पेपर की गिनती के बाद सभी सीटों के परिणाम शाम तक आने की उम्मीद है।

कानपुर-फतेहपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह को मिली एकतरफा जीत
कानपुर- फतेहपुर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन में भाजपा प्रत्याशी अविनाश सिंह ने बड़ी जीत दर्ज किया। अविनाश सिंह ने एकतरफा चली बयार में प्रथम वरीयता में ही 4619 मत हासिल कर लिए हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के निवर्तमान प्रत्याशी को शिकस्त दी। यहां से सपा के प्रत्याशी दिलीप सिंह उर्फ कल्लू को मात्र 299 मत हासिल हुए। अविनाश सिंह की जीत के बाद उनके समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया है। भाजपाइयों ने प्रत्याशी को फूल-मालाओं से लाद दिया।

वाराणसी से निर्दलीय उम्‍मीदवार अन्‍नपूर्णा सिंह जीतीं
वाराणसी: वाराणसी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य चुनाव के लिए वोटों की गिनती सुबह करीब 11 बजे के पहले ही पूरी हो गई। इसके पूर्व पहड़िया मंडी में निर्धारित मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई थी है। मतगणना के लिए आठ टेबल लगाए गए थे वहीं आरओ का टेबल अलग लगाया गया था। एक एक टेबल पर माइक्रो आब्जर्बर समेत चार गणनाकर्मियों की तैनाती की गई थी। एक चक्र में एक एक टेबल पर 600 वोटों की गिनती ही की गई। मतदान केंद्र के पास सुरक्षा करणों से सुरक्षा व्‍यवस्‍था भी कड़ी कर दी गई थी। वहीं चुनाव परिणाम आने के साथ ही भाजपा और सपा के उम्‍मीदवार निराश होकर लौट गए। निर्दलीय उम्‍मीदवार अन्‍नपूर्णा सिंह 4234 पाकर विजयी हुईं।

कुशीनगर-देवरिया से भाजपा के डॉ रतन पाल सिंह चुनाव जीते
देवरिया: कुशीनगर-देवरिया स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की मतगणना ढाई घंटे में पूरी कर ली गई। कुल 5424 मतों में भाजपा के डॉ रतन पाल सिंह को प्रथम वरीयता के 4255 मत मिले, जबकि सपा के डॉ कफील खान को महज 1031 मत से संतोष करना पड़ा। जिससे भाजपा प्रत्याशी डॉ रतन पाल सिंह विजयी हुए।

जौनपुर से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंसू 2357 मतों से विजयी
जौनपुर: विधान परिषद सदस्य के चुनाव में पड़े मतों की गणना मंगलवार की सुबह आठ बजे से शुरू हो गई। मतगणना विकास भवन के नीचे हाल में शुरू हुई तो उम्‍मीदवारों की धड़कनें बढ़ गईं। जिला निर्वाचन की तरफ से पांच टेबल लगाए गए थे। प्रत्येक पर चार-चार मतगणनाकर्मी गिनती कर रहे थे। पहले मत पत्रों की गड्डी बनाई गई। जिले में मुख्‍य रूप से मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही था। लेकिन निर्दल उम्‍मीदवार को भी कोई कमतर नहीं आंक रहा था। लेकिन आखिरकार परिणाम आया तो भाजपा के उम्‍मीदवार बृजेश सिंह प्रिंसू जीत हासिल करने में सफल रहे। बृजेश सिंह प्रिंसू 2357 मतों से विजयी हुए।

सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-शामली से भाजपा प्रत्याशी वंदना वर्मा जीती
सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-शामली विधान परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आरिफ जौला को बड़े अंतर से पराजित किया। वंदना वर्मा को 3843 मत मिले। प्रतिदंद्धी आरिफ को 842 वोट मिले। वंदना वर्मा ने 3001 वोट के बड़े अंतर से जीत हासिल की। इनके अलावा निर्दलीय सुशील कुमार को 11, मोहम्मद जाहिद को छह व प्रमोद आर्य को 18 वोट प्राप्त हुए। इस चुनाव में 212 मत निरस्त घोषित किये गए। वंदना मुदित वर्मा मुजफ्फरनगर जनपद के कुतुबपुर गांव की रहने वाली हैं। वह दो बार से जिला पंचायत सदस्य हैं। इससे पूर्व वह कोआपरेटिव बैंक की चेयरपर्सन भी रह चुकी हैं। इनके जेठ शशांक शेखर सिंह मायावती सरकार में कैबिनेट सचिव थे। वंदना वर्मा जिला सहकारी बैंक की लगातार दो बार सभापति रह चुकी हैं। निकाय चुनाव से पहले वंदना वर्मा भाजपा में शामिल हुई थींं। इनके पति मुदित वर्मा भी बड़े कारोबारी हैं।

रायबरेली से दिनेश स‍िंह तीसरी बार चुनाव जीते!
रायबरेली: भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने 2175 मतों से जीत दर्ज की। दिनेश प्रताप सिंह ने लगातार तीसरी बार एमएलसी के चुनाव में जीत दर्ज की है। जिले के गुनावर कमंगलपुर के गांव से निकले एक परिवार, जिसे पंचवटी के नाम से जाना व पहचाना जाता है। पिछले एक दशक से यह कुटुंब लगातार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में हैं। छोटे से छोटे व बड़े से बड़े राजनीतिक पद पर इसी परिवार का कब्जा है।
एक ही घर की छत के नीचे विधायक, एमएलसी, ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्ष सभी यहां रहे। पंचवटी नाम का यह आवास एमएलसी व 2019 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के मुकाबले चुनावी रणभूमि में उतरे दिनेश सिंह का है। 2022 के चुनाव में हरचंदपुर सीट से भाई व विधायक राकेश सिंह की हार के बाद विरोधियों को लगा कि राजनीति में पंचवटी का प्रभाव अब घट जाएगा पर ऐसा हुआ नहीं।
मंगलवार को सुबह आठ बजे से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में एमएलसी चुनाव की मतगणना शुरू हुई। नौ टेबलों पर शुरू हुई मतगणना में सबसे पहले मतों की छटनी कराई गई। उसके बाद गिनती शुरू हुई। एमएलसी चुनाव में 2480 मतदाता है, जिसके सापेक्ष 2464 मतदाताओं ने मतदान किया था। भाजपा प्रत्याशी व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह को 2304 मत मिले। वहीं सपा प्रत्याशी इंजीनियर वीरेंद्र शंकर सिंह को 129 मतों पर ही संतोष करना पड़ा।

बहराइच में भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा त्रिपाठी जीतीं
बहराइच विधान परिषद सदस्य बहराइच-श्रावस्ती के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा त्रिपाठी ने एकतरफा जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी ने 3188 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। उन्हें 3369 मत मिले, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी अमर यादव मात्र 225 मत प्राप्त कर सके। भाजपा ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा क‍िए जा रहे व‍िकास कार्यों और बढ़ती लोकप्रियता को दिया है।

आजमगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू जीते
आजमगढ़-मऊ सीट से भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हराया है। विक्रांत को मैदान में उतारने के कारण ही भाजपा ने इनके पिता पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह को छह वर्ष के लिए पार्टी से निकाल दिया है।
भाजपा के बागी प्रत्याशी और एमएलसी यशंवत सिंह के पुत्र निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशू 4076 मत पाकर विजयी हुए। यहां पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को 1262 और समाजवादी पार्टी के राकेश कुमार यादव को 356 मत मिले हैं। निर्दलीय अंबरीश को मात्र 13 और सिकंदर कुशवाहा को तीन मत मिले। खास बात यह है कि इस सीट पर पहली बार कोई निर्दल प्रत्याशी जीता है।

सुलतानपुर से शैलेंद्र स‍िंह पांचवीं बार चुनाव जीते
राजनीति के धुरंधर माने जाने वाले शैलेंद्र प्रताप सिंह पांचवीं बार विधान परिषद सदस्य चुने नए। इनकी जीत के साथ ही भाजपा ने पहली बार इस पद पर जीत का परचम फहराया। वहीं, सपा के हाथ से यह सीट छिन गई। शैलेंद्र को 2481 और शिल्पा को 1119 मत मिले। परिणाम घोषित होते ही भाजपाइयों में खुशी की लहर दौड़ गई।
शैलेंद्र प्रताप सिंह कला विषय से स्नातक हैं। वे 16 जनवरी को सपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। वह चार बार एमएलसी रह चुके हैं। जिले उतुरी निवासी शैलेंद्र पहली बार 1990 में जनता दल (जनमोर्चा) से विधान परिषद सदस्य चुने गए। वर्ष 1996 और 2003 में भी विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए। पिछली बार सपा से चुनाव लड़े तो जीत हासिल की। इस बार चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी ने प्रत्याशी बनाया तो जीत भी उसकी झोली में डालने में कामयाब रहे।

प्रतापगढ़ से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी अक्षय प्रताप जीते
उत्तर प्रदेश राजनीति में पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जलवा कायम है। विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो सीट मिली है, जबकि विधान परिषद चुनाव में भी प्रतापगढ़ की सीट अपने नाम कर ली है।
प्रतापगढ़ के एमएलसी चुनाव में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी ने 1721 मत पाकर 1107 वोटों से जीत दर्ज की है। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को 614 मत मिले। तीसरे स्थान पर रहे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विजय यादव को 380 मत मिले। अक्षय प्रताप सिंह ने लगातार पांचवीं बार इस सीट पर जीत दर्ज की है।

सीतापुर से चाय वाले पवन सिंह जीते!
सीतापुर: पांच लीटर दूध, दो किलो चीनी और ढाई सौ ग्राम चाय की पत्ती…यह सिर्फ चाय बनाने की सामग्री नहीं, यह तो सीतापुर के नवनिर्वाचित एमएलसी पवन सिंह चौहान की जिंदगी को बुलंदियों पर पहुंचाने वाला सामान है। आर्थिक तंगी के दिनों में लखनऊ के बख्शी का तालाब में पहली बार दुकान लगाई तो यही सामग्री लेकर वह गए थे। यह धंधा चमका तो जिंदगी भी ऐसी बदली कि सफलताओं के झंडे गड़ते चले गए। आज सफलताओं की फेहरिश्त में एक और कीर्तिमान जुड़ गया है। मंगलवार को पवन सिंह चौहान सीतापुर के एमएलसी बन गए हैं। अब उनका सपना सीतापुर को सशक्त बनाने का है।
मंगलवार सुबह मतगणना प्रारंभ हुई तो पवन के मतों की आंधी में सब उड़ गए। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पवन सिंह चौहान को करीब 98 प्रतिशत मत मिले। सपा प्रत्याशी को तो महज 61 मतों से ही संतोष करना पड़ा। पवन सिंह चौहान की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से हुई। इसके बाद इंटरमीडिएट बख्शी का तालाब से किया। जिंदगी के शुरुआती दिन काफी संघर्ष भरे रहे।