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ठाणे में शिंदे गुट के नेता की हत्या; फेरीवालों से हफ्ता वसूली को लेकर हुआ था विवाद!

मुंबई: एकनाथ शिंदे ‘शिवसेना’ के उप-विभाग प्रमुख रवि परदेशी की मंगलवार रात को हुए एक हमले में मौत हो गई। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ध्रुव पटवा और अशरफ अली को पुलिस हिरासत में रखा गया है। ये दोनों ही मार्केट में फेरी लगाकर व्यवसाय करते हैं।
पुलिस के मुताबिक, ठाणे मार्केट में फेरी लगाने को लेकर हुए विवाद में यह हत्या हुई है। सूत्रों की मानें तो हत्या के पीछे प्रमुख कारण फेरीवालों से हफ्तावसूली है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह रवि परदेशी की ध्रुव पटवा से कहासुनी हुई थी और उसने ध्रुव की पिटाई की थी। रात करीब 10 बजे परदेशी अपने घर जा रहे थे। उसी समय इमारत के नीचे घात लगाए बैठे हमलावरों ने उन पर चॉपर और हथौड़े से हमला किया। हमले में उनके सिर में गंभीर चोटें आ गईं। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गहरे जख्म होने की वजह से अस्पताल में इलाज के दौरान परदेशी की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने के बाद पटवा खुद पुलिस स्टेशन में हाजिर हो गया था। उसने बताया कि वह परदेशी को मारना नहीं चाहता था। उसका मकसद उसे सिर्फ डराना था।
बता दें कि मार्केट परिसर में फेरी लगाने को लेकर पहले भी कई बार विवाद हुए हैं और नौबत मारपीट तक पहुंची है। इस घटना के बाद एक बार फिर विवाद गहराने की आशंका बन गई है। फिलहाल, ठाणे नगर पुलिस ने ध्रुव पटवा और अशरफ अली के खिलाफ आईपीसी 302 और 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ठाणे शहर में फेरीवालों की समस्या कोई नई नहीं है। कुछ समय पूर्व कासरवडवली परिसर में फेरीवालों के खिलाफ की गई कार्रवाई से नाराज एक फेरीवाले ने सहायक आयुक्त कल्पिता पिंपले पर चाकू से हमला किया था। घटना में पिंपले की दो उँगलियाँ कटी थीं और उनका सुरक्षागार्ड भी जख्मी हुआ था। गांव देवी परिसर में मनपा की कार्रवाई से नाराज स्टॉल धारक ने उपायुक्त संदीप मालवी पर हमला किया था। अभी तक दो दर्जन से अधिक मनपा अधिकारियों और कर्मचारियों पर इसी तरह हमले की वारदातें हो चुकी हैं। ठाणे शहर में अवैध फेरीवालों और अवैध निर्माण करने वालों की दादागिरी को लेकर मनपा की महासभा और स्थायी समिति की बैठक में कई बार यह मामला उठ चुका है।