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मंत्री पद संभालते ही नारायण राणे ने लगाई अफसरों की क्लास! महाराष्ट्र में बीजेपी ने खेला तगड़ा ‘गेम’

नयी दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व बीजेपी नेता नारायण राणे ने नए केंद्रीय एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला लिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय अधिक रोजगार सृजित करने और जीडीपी वृद्धि में तेजी लाने की दिशा में काम करेगा. उन्होंने कहा, मैंने आज कार्यभार संभाल लिया. हम जीडीपी वृद्धि में तेजी लाने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन के उपायों पर खासतौर से ध्यान देंगे.
वहीं नारायण राणे जब मंत्रालय चार्ज लेने पहुंचे तो उन्होंने वहां मौजूद अफसरों से कुछ सवाल पूछ लिए. हालांकि, सवाल पूछने के बाद मंत्रीजी के स्वागत में हाथ में गुलदस्ता लिए खड़े अफसर सवाल सुनकर दांए-बांए झांकने लगे. दरअसल, नारायण राणे ने सवाल पूछा कि मंत्रालय का जीडीपी में कितना योगदान है?
राणे ने अफसरों से सवाल किया कि मंत्रालय ने पिछले दो साल में कितने रोजगार के अवसर पैदा किए? राणे ने अफसरों से पूछा आप हाथ में कोई फाइल लेकर भी नहीं आए हैं? कौन बताएगा ये डेटा? इस पर एक अफसर ने जवाब दिया कि सर, कई लोग छुट्टी पर हैं, उनके घर में शादी है, जैसे ही लौटेंगे तो डेटा उपलब्ध करवाएंगे.
इसके बाद नारायण राणे ने पूछा कि कितने कर्मचारी शादी में गए हैं? इस पर अफसर सन्नाटे में आ गए. मंत्री राणे ने शाम तक पूरे डेटा के साथ बैठक में आने के लिए कहा है. वहीं राणे अफसरों की लापरवाही से इतने खफा हुए कि उन्होंने कह दिया कि अगर कार्य और प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो सभी को बदल देंगे.

महाराष्ट्र में बीजेपी ने खेला तगड़ा ‘गेम’! कम होगी फडणवीस की ताकत
नारायण राणे का इस्तेमाल आगामी बीएमसी चुनाव में शिवसेना के खिलाफ किए जाने की रणनीति साफ दिखाई दे रही है. नारायण राणे महाराष्ट्र की राजनीति में कोंकण के मजबूत क्षत्रप माने जाते हैं. मुंबई में बड़ी संख्या में रहने वाले नौकरीपेशा मध्यवर्गीय कोंकणवासी शिवसेना के परंपरागत मतदाता रहे हैं. राणे को मंत्री बनाकर बीजेपी शिवसेना के इस वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास करेगी. शिवसेना से वाया कांग्रेस, बीजेपी में आए नारायण राणे को बीजेपी पिछले 4 साल से शिवसेना के खिलाफ आक्रामक बयान दिलवा-दिलवा कर इस्तेमाल करती आ रही है. अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती 32 साल वह शिवसेना में रहे हैं. राणे, ठाकरे परिवार के बेहद करीबी रहे हैं. शिवसेना और ठाकरे परिवार की अंदरूनी हकीकतों को जानते हैं. शिवसेना की रणनीति को पहचानते हैं. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि नारायण राणे महाराष्ट्र में शिवसेना के खिलाफ अमित शाह का सबसे मजबूत हथियार बनने वाले हैं. हालांकि, बीजेपी के जानकार लोगों का यह भी कहना है कि मराठा नेता नारायण राणे का ताकतवर बनना महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है.