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पीएम मोदी ने किया पावागढ़ी पहाड़ी पर बने कालिका माता मंदिर का उद्घाटन, बोले- आजादी के 75 साल बाद आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी!

पर्यटन बढ़ता है तो रोजगार भी बढ़ता है: पीएम मोदी

नयी दिल्ली/गुजरात: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अपनी मां हीराबेन मोदी से मिलने गांधीनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचे हैं। पीएम मोदी की मां आज 100वें साल में प्रवेश कर रही हैं। पीएम मोदी में ताम्बे की थाल में ताम्बे के लोटे से अपनी मां के चरण पखारे। मुलाकात के दौरान उन्होंने मां के साथ घर पर पूजा अर्चना भी की। पीएम मोदी ने मां को गिफ्ट में शॉल भेंट दी। मां का आशीर्वाद लेने के बाद प्रधानमंत्री ने पंचमहल जिले में पावागढ़ पहाड़ी के ऊपर पुनर्विकसित कालिका माता मंदिर का उद्घाटन किया।
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मां मुझे आशीर्वाद दो कि मैं और अधिक ऊर्जा के साथ, और अधिक त्याग और समर्पण के साथ देश के जन-जन का सेवक बनकर उनकी सेवा करता रहूं। मेरा जो भी सामर्थ्य है, मेरे जीवन में जो कुछ भी पुण्य हैं, वो मैं देश की माताओं-बहनों के कल्याण के लिए, देश के लिए समर्पित करता रहूं।’
पीएम मोदी ने कहा, पावागढ़ में आध्यात्म भी है, इतिहास भी है, प्रकृति भी है, कला-संस्कृति भी है। यहां एक ओर मां महाकाली का शक्तिपीठ है, तो दूसरी ओर जैन मंदिर की धरोहर भी है। यानी, पावागढ़ एक तरह से भारत की ऐतिहासिक विविधता के साथ सर्वधर्म समभाव का एक केंद्र रहा है।

पर्यटन बढ़ता है तो रोजगार भी बढ़ता है: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, तीर्थों का ये विकास केवल आस्था का ये विषय तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हमारे तीर्थ समाज की गतिशीलता और राष्ट्र की एकता के भी एक बड़े महत्वपूर्ण जीवंत प्रतीक हैं। इन तीर्थों और मंदिरों में आने वाले श्रद्धालु अपने साथ कई अवसर भी लेकर आते हैं। किसी भी क्षेत्र में पर्यटन बढ़ता है तो रोजगार भी बढ़ता है, इंफ्रास्ट्रकचर का भी विकास होता है। ये शिखर ध्वज इस बात का भी प्रतीक है कि सदियां बदलती हैं, युग बदलते हैं, लेकिन आस्था का शिखर शाश्वत रहता है।
पीएम मोदी ने कहा, माता के दरबार का कायाकल्प और ध्वजारोहण, मैं समझता हूं कि हम भक्तों और शक्ति उपासकों के लिए इससे बड़ा उपहार क्या हो सकता है। मां के आशीर्वाद के बिना ये संभव भी कहां हो सकता है। पहले पावागढ़ की यात्रा इतनी कठिन थी कि लोग कहते थे कि जीवन में एक बार माता के दर्शन हो जाएं। आज यहां बढ़ रही सुविधाओं ने मुश्किल दर्शनों को सुलभ कर दिया है। माताएं, बहनें, बुजुर्ग, बच्चे दिव्यांग हर कोई मां के चरणों में आकर अपनी भक्ति का, मां के प्रसाद का सहज लाभ ले सकते हैं। पंचमहल के लोगों से मेरा आग्रह है कि बाहर से जो भी श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आएं, उनको आप अपने राज्य के अन्य पवित्र तीर्थस्थानों पर जाने के लिए अवश्य कहिएगा।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि कल्पना कर सकते हैं कि 5 शताब्दी के बाद और आजादी के 75 साल के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी, आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है। ये पल हमें प्रेरणा और ऊर्जा देता है और हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सपना जब संकल्प बन जाता है और संकल्प जब सिद्धि के रूप में नजर के सामने होता है। इसकी आप कल्पना कर सकते हैं। आज का ये पल मेरे अंतर्मन को विशेष आनंद से भर देता है। इस दौरान उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।

21 हजार परियोजनाओं का शिलान्यास
इसके बाद वे वडोदरा में 21 हजार करोड़ की खेड़ा, आणंद, पंचमहाल, वडोदरा व छोटा उदेपुर जिले में विविध विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी गुजरात की दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार देर रात अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। यहां राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेश पटेल ने उनका स्वागत किया।