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पुणे के लाल महल में वीडियो शूट करने पर नर्तकी वैष्णवी पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज

पुणे: पुणे शहर के ऐतिहासिक लाल महल में रील्स (शॉर्ट वीडियो) बनाना मशहूर नर्तकी वैष्णवी पाटिल को महंगा पड़ गया। उनके डांस को अश्लील बताते हुए डांसर समेत चार लोगों पर शनिवार को केस दर्ज किया गया है। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद डांसर की ओर से माफी मांगी गई है, लेकिन लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है।

फरसखाना पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के मुताबिक, लाल महल में अश्लील डांस करने के आरोप में ‘लावणी नर्तकी’ वैष्णवी पाटिल और वीडियो शूट करने वाले कुलदीप बापट और उसके 2 साथियों पर केस दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया है कि वैष्णवी पाटिल ने मंगलवार को यह वीडियो शूट किया था और बुधवार को इसे सोशल मीडिया में अपलोड कर दिए।

विवाद बढ़ने पर मांगी माफी
वीडियो वायरल होने के बाद वैष्णवी ने एक और वीडियो जारी कर माफी मांगी है। मराठी भाषा में जारी इस वीडियो में वैष्णवी ने कहा…महाराष्ट्र की जनता को मेरा प्रणाम, आप सभी लोग हैं इसीलिए मैं हूं, कुछ दिन पहले पुणे के राजमाता जिजाऊ के लाल महल में चंद्र लावणी नृत्य किया था, लेकिन मेरे मन में कोई अलग भावना नहीं थी, मेरा किसी का दिल दुखाने का इरादा नहीं था।
यह गलती मुझे समझ आई और मैंने तुरंत अपने अकाउंट से वह वीडियो डिलीट कर दिया है। साथ ही में सभी लोगो से अपील करूंगी की यह वीडियो जिन्होंने शेयर किए है वो भी डिलीट कर दें।
मुझसे गलती हुई है और मैंने लाल महल जैसे पवित्र स्थल पर वीडियो बनाया। मैं अपनी गलती मानती हूं, इसीलिए मैं आज लाइव आकर सभी से और शिवप्रेमियों से माफी मांगती हूं।
छत्रपति शिवाजी महाराज और राजमाता जिजाऊ इनकी अस्मिता को धक्का पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था, मैं खुद शिवप्रेमी हूं और महाराष्ट्रियन लड़की हूं। फिर से ऐसी गलती कभी नहीं होगी ऐसा आश्वस्त करती हूं।

क्या है मामला?
पुणे की प्रमुख लोक नर्तकी वैष्णवी पाटिल ने 16 अप्रैल को ऐतिहासिक ‘लाल महल’ के अंदर ‘लावनी’ की शूटिग की। इस दौरान उनके साथ दो पुरुष और एक महिला थी। इसका वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस शूटिंग का विरोध करते हुए संभाजी ब्रिगेड के राज्य आयोजक संतोष शिंदे ने कड़ी आलोचना करते हुए पुणे पुलिस में शिकायत दर्ज करवायी है। संतोष शिंदे की शिकायत और पुलिस की प्रतिक्रिया के बाद, नर्तकी पाटिल ने शनिवार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और स्वीकार किया कि उसने गलती की थी।
शिंदे ने कहा कि लाल महल का ऐतिहासिक महत्व है। इसे इस तरह से रिकॉर्डेड-म्यूजिक डांस परफॉर्मेंस से अपवित्र नहीं किया जा सकता है। हम शूटिंग की अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। उन्होंने धमकी दी है कि अगर पुलिस 16 अप्रैल की घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने में विफल रहती है तो हम आने वाले समय में जोर-शोर से मुद्दा उठाएंगे।

इसलिए लाल महल को बेहद पवित्र माना जाता है
बता दें कि इसी लाल महल में छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब के मामा शाइस्ता खान की उंगलियां काट दी थीं। 1660 ई. में औरंगजेब ने उसे विशेष रूप से मराठा साम्राज्य का दमन करने के लिए दक्षिण का सूबेदार नियुक्त किया था। शाइस्ता खान ने धोखे से इस महल पर कब्जा किया था, लेकिन शिवाजी महाराज की वीरता के आगे उसे हार माननी पड़ी और औरंगजेब ने उसे बंगाल भेज दिया था। इसके बाद फिर से छत्रपति शिवाजी महाराज के कब्जे में यह लाल महल आया और राजमाता जीजाऊ यहां रहा करतीं थी। इसलिए इस स्थान को बेहद पवित्र माना जाता है।

गाय के दूध से लाल महल को किया गया शुद्ध
शिवभक्तों की तरफ से इस वीडियो पर आपत्ति जताई गई है। शिवभक्तों का कहना है कि जिस लाल महल में छत्रपति शिवाजी महाराज और राजमाता जिजाऊ का संबंध था, उस पवित्र स्थान को ऐसे बदनाम किया जाना गलत है। इसको लेकर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस डांस पर विवाद के बीच शनिवार को मराठा संघ के कार्यकर्ताओं ने गाय के दूध से पूरे लाल महल को शुद्ध किया।