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प्रदूषण व जहरीली हवा पानी से जूझ रहे माहुल गांव के लोगों ने शिवसेना भवन में दी दस्तक, तब याद आई दिया गया आश्वासन

मुंबई, माहुल गांव में प्रदूषण व जहरीली हवा पानी से जूझ रहे अन्यत्र स्थान पर पुनर्वसन करने की मांग को लेकर नौ महीने से आंदोलन कर रहे गांव के लोगों ने गुरुवार को शिवसेना भवन में दस्तक दी। ये लोग जैसे ही सेना भवन के बाहर पहुंचे और अपनी मांगों वाले बैनर पोस्टर दिखाए, वैसे ही शिवसेना पदाधिकारियों ने माहुल गांव के परियोजना पीड़ितों के प्रतिनिधियों को अंदर बुला लिया और आश्वासन दिया कि दो दिन के भीतर युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे बीएमसी आयुक्त से मिलेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे।
परियोजना पीड़ितों के न्याय के लिए लड़ रहे बिलाल खान ने कहा, माहुल गांव की समस्याओं को हल करने में राज्य सरकार की कोई रूचि नहीं है। प्रदूषण के चलते बीमारियों और मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे के मध्यस्थता के बाद म्हाडा की तरफ से माहुल गांव के निवासियों के लिए 300 घर देने की घोषणा की गई है। यह घर भी सरकार उपलब्ध कराने में विफल रही है। इसी बात को याद दिलाने के लिए माहुल गांव के लोगों ने न्याय की आस में गुरुवार को सेना भवन में दस्तक दी। इस दौरान राज्य सभा सांसद अनिल देसाई और अन्य शिवसैनिकों ने बात की। माहुल गांव के लोगों को बताया गया कि आदित्य अभी बाहर हैं। उनकी मांगों को लेकर आदित्य दो दिनों में बीएमसी आयुक्त से मिलेंगे और प्राथमिकता के आधार पर म्हाडा की तरफ से उपलब्ध कराए गए 300 घरों को जल्द से जल्द आवंटित करने की मांग करेंगे।

पुनर्वसन होने तक जारी रहेगा आंदोलन
माहुल गांव के लोगों ने कहा कि हमने आदित्य ठाकरे को उनके वायदे को याद कराया है, अब देखना है कि उनकी तरफ से वचन पूर्ति कब की जाती है। जब तक सभी पीड़ित परिवारों का सरकार पुनर्वसन नहीं करती है, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।