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महाराष्ट्र: कुएं में मिलीं महिला और उसकी चार बेटियों की लाश

बुलढाणा: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के एक कुएं में सोमवार को एक महिला और उसकी चार बेटियों के शव मिले हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ग्रामीणों के अनुसार, महिला के पति की भी कुछ महीने पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। महिला रविवार शाम अपनी बेटियों के साथ मेहकर तहसील स्थित अपने घर से यह कहकर निकली थी कि वह खेत पर जा रही है। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिवार के सदस्यों और अन्य ग्रामीणों ने इलाके में उनकी तलाश की।
सोमवार सुबह महिला उज्ज्वला बबन ढोके (35) और उसकी बेटियों वैष्णवी (9), दुर्गा (7), आरुषि (4) और पल्लवी (1) के शव गांव के पास एक कुएं में पड़े मिले। कुएं के पास ही इनकी चप्पलें भी मिलीं। शवों को कुएं से निकालने के बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए एक सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। थाना प्रभारी दिलीप मातरम के मुताबिक, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं यह मामला सामूहिक आत्महत्या से जुड़ा तो नहीं है?

बुलढाणा जिले की मेहकर तहसील अंतर्गत आने वाले आदिवासी ग्राम मालेगांव के एक कुएं में एक ही परिवार के पांच सदस्यों के शव पाए जाने से पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है। जिनमें 35 वर्षीय मां समेत चार बच्चियों के शव शामिल हैं। यह आत्महत्या है या किसी ने इन पांचों को कुएं में धकेला इसकी तफ्तीश जानेफल पुलिस कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेहकर तहसील के ग्राम मालेगांव समीप के तुलसीराम चोंडकर के खेत में स्थित कुएं में कुछ शव पानी के ऊपर तैरते हुए स्थानीय नागरिकों को नज़र आए। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने जानेफल के विवादमुक्ति समिति अध्यक्ष कृष्णा हावरे को दी। जानकारी मिलते ही वे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। जहां पर कुछ युवकों ने कुएं में उतर कर चारों बच्चों के शवों को निकाला। जबकि मां उज्जवला बबन ढोके का शव कीचड़ में कुएं के तल में फंसा हुआ होने के कारण तैराकों ने खोज कर बाहर निकाला
जानकारी के अनुसार उज्जवला रविवार को खेत में उड़द की फल्लियां तोडने के लिए चारों बच्चों को लेकर जाने की बात कहकर घर से निकली थी। शाम हो जाने के बाद भी वह वापस नहीं लौटी। लिहाजा उसके देवर तथा ससुर ने ग्रामीणों की सहायता से परिसर में खोजबीन की। लेकिन उनका पता नहीं चला। सोमवार की सुबह तुलसीराम चोंडकर के खेत में बने कुएं में चारों बच्चियों के शव दिखाई दिए। कुएं के पास ही उनकी चप्पलें भी पाई गई। आरंभ में महिला का पता नहीं चला लेकिन बाद में पानी के नीचे डुबकी लगाने पर महिला का शव कीचड़ में फंसा हुआ नजर आया। स्थानीय नागरिकों की सहायता से पांचों शवों को निकालने में पुलिस पटेल वंदना गाढवे, कृष्णा हावरे समेत नागरिकों ने प्रयास किया।

इनकी मिली लाशें
मृतकों में 35 वर्षीय मां उज्ज्वला बबन ढोके, वैष्णवी बबन ढोके (9), दुर्गा बबन ढोके (7), आरूषि बबन ढोके (4) तथा पल्लवी बबन ढोके (1) वर्ष शामिल हैं। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की इस संदिग्ध मौत ने नागरिकों के साथ पुलिस के माथे पर बल ला दिया है। पुलिस की जांच में इस घटना के रहस्य से पर्दा हटेगा की यह आत्महत्या अथवा हत्या ?

एक माह पूर्ब महिला के पति ने की थी आत्महत्या
जानकारी के अनुसार मृतक महिला उज्जवला ढोके के पति बबन ढोके ने एक माह पूर्व खेत में कीडों से फसलों को बचाव में इस्तेमाल की जाने वाली जहरीली दवा प्राशन कर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली थी। जिससे बच्चों को पालन पोषण करने की जिम्मेदारी उज्जवला पर आ गई थी। लेकिन पूरे परिवार के एक साथ लाश मिलने से जिले में सनसनी फैल गई है।