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महाराष्ट्र: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने किया गिरफ्तार, हाईकोर्ट से भी लगा झटका

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी टिप्पणी पर विवाद के बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मंगलवार दोपहर को गिरफ्तार कर लिया गया। महाराष्ट्र पुलिस ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में उनके समर्थकों के विरोध के बीच गिरफ्तार कर लिया। पुलिसकर्मियों की एक टीम ने नारायण राणे को कोंकण क्षेत्र में ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान रत्नागिरी जिले के अंगमेश्वर इलाके से गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जब नारायण राणे को रत्नागिरी पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो वह खाना खा रहे थे। राणे रत्नागिरी में ‘जन-आशीर्वाद’ रैली के तहत दौरे पर थे। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वह कुर्सी पर बैठकर खाना खा रहे थे तभी पुलिस उनको हिरासत में लेने के लिए पहुंची। उनके कार्यकर्ताओं ने पुलिस को रोकने की कोशिश की तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कार्यकर्ताओं ने पुलिस को रोकने की तमाम कोशिशें की, खुद केंद्रीय मंत्री भी एक हाथ में थाली लिए पुलिस से उलझते रहे लेकिन कोशिश कामयाब नहीं हुई। उनके समर्थक पुलिस को लगातार चेतावनी देते रहे कि मंत्री जी को हाथ नहीं लगाना लेकिन पुलिस का हाथ लगातार केंद्रीय मंत्री की तरफ बढ़ता रहा। काफी मान मनौव्वल के बाद राणे पुलिस के साथ चले गए।

नारायण राणे को पुलिस रत्नागिरी के संगमेश्वर थाने लेकर गई है। उन्हें उनके ही गाड़ी में बैठाया गया। कुछ समर्थकों ने रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस टीम अब चिपलून से निकल रही है। राणे के खिलाफ अबतक 4 एफआईआर दर्ज हो गई हैं, जबकि रत्नागिरी कोर्ट द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया। साथ ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी राणे की अपील सुनने से इनकार कर दिया।

शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर अपमानजनक टिप्पणी वाले बयान के बाद राणे मुसीबत में फंस गए हैं। जिसके बाद राजनीति गरमा गई है। शिवसेना आक्रामक हो गई है और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नासिक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यालय पर पथराव किया था। इसके साथ ही नासिक में नारायण राणे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। नासिक पुलिस ने गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं और वारंट जारी किया है। चूंकि नारायण राणे केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद हैं, इसलिए इस मामले की पूरी प्रक्रिया उप राष्ट्रपति को सूचित करने का आदेश में उल्लेख किया गया है।
इस बीच, बीजेपी विधायक प्रमोद जठार ने दावा किया कि रत्नागिरी के एसपी ने न तो गिरफ्तारी वारंट दिखाया और न ही कोई अन्य दस्तावेज। वहीँ पुलिस ने दलील दी कि उन पर राणे को गिरफ्तार करने का ‘दबाव’ था। उन्हें 5 मिनट में राणे को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया है।
जठार ने कहा कि राज्य में ‘कानून का शासन है’ लेकिन पुलिस निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रही थी।

हाईकोर्ट ने किया तत्काल सुनवाई करने से इनकार
बॉम्बे हाईकोर्ट ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। याचिका अधिवक्ता अनिकेत निकम ने दायर किया है। न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति एन जे जमादार की पीठ ने निकम को अदालत जाने से पहले उचित प्रक्रिया का पालन करने का निर्देश दिया है। नासिक, पुणे और महाड थाने में दर्ज तीन प्राथमिकी को रद्द करने के लिए भी आवेदन दिया गया है। कोर्ट ने रद्द करने की याचिका पर भी आज सुनवाई नहीं की है।
मिडिया से बात करते हुए अधिवक्ता निकम ने कहा कि कोई भी अपराध जिसमें 7 साल से कम की सजा हो, ऐसे मामलों में पुलिस को सीआरपीसी की धारा 41 ए के तहत नोटिस जारी करना पड़ता है जो जारी नहीं किया गया था। संगमेश्वर पुलिस द्वारा अवैध कार्रवाई की गई है।

नारायण राणे को पुलिस रत्नागिरी के संगमेश्वर थाने लेकर गई है। उन्हें उनके ही गाड़ी में बैठाया गया। कुछ समर्थकों ने रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस टीम अब चिपलून से निकल रही है। राणे के खिलाफ अबतक 4 एफआईआर दर्ज हो गई हैं, जबकि रत्नागिरी कोर्ट द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया। साथ ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी राणे की अपील सुनने से इनकार कर दिया।

शिवसेना सांसद ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। राणे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद राउत ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यह मांग की है। राउत ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि राणे खुद ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर समाज को क्या संदेश देंगे! उन्होंने पत्र में कहा कि यह इस देश के प्रधानमंत्री के लिए भी अपमानजनक है।

शिवसेना सांसद ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। राणे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद राउत ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर यह मांग की है। राउत ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि राणे खुद ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर समाज को क्या संदेश देंगे! उन्होंने पत्र में कहा कि यह इस देश के प्रधानमंत्री के लिए भी अपमानजनक है।

क्या है पूरा मामला? मैं उन्हें जोरदार थप्पड़ मारता
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को बीजेपी की ‘जन-आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान रायगढ़ में एक बयान दिया जिस पर विवाद हो गया है। राणे ने कहा था कि 15 अगस्त को सीएम उद्धव ठाकरे यह भूल गए थे कि देश कब आजाद हुआ था और साल भूलने के बाद उन्होंने अपने सहयोगी से पूछा था।
नारायण राणे ने कहा था- ‘ये शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि हमें आजाद हुए कितने साल हो गए! अपने भाषण के दौरान उन्होंने पीछे मुड़कर अपने सहयोगी से पूछा था! अगर मैं वहा होता तो उन्हें जोरदार थप्पड़ मारता!’