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महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावितों पर जुबानी वार! उद्धव बोले- बिहार चुनाव प्रचार छोड़ मदद के लिए साथ आएं फडणवीस

मुंबई: राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस व विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए सोमवार को पश्चिम महाराष्ट्र से दौरे की शुरुआत की। लेकिन संकट की घड़ी में केंद्र सरकार से मदद को लेकर फडणवीस और मुख्यमंत्री ठाकरे के बीच जुबानी जंग देखने को मिली।
बारामती में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि केंद्र सरकार का इंतजार किए बिना महाराष्ट्र सरकार बाढ़ प्रभावितों की तत्काल मदद करें। जिस पर सोलापुर में मुख्यमंत्री ने फडणवीस का नाम लिए बिना उन पर पलटवार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार करने की बजाय प्राकृतिक आपदा प्रभावित् महाराष्ट्र को केंद्र के मदद की आवश्यकता है। इसलिए एकजुट होकर केंद्र सरकार से मदद मांगनी चाहिए।
सीएम ठाकरे ने कहा कि आवश्यकता होने पर आपदा प्रभावितों के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगने में गलत क्या है? फडणवीस शायद केंद्र में भाजपा की सरकार होने की दृष्टि से विचार करते होंगे, लेकिन केंद्र सरकार विदेश की सरकार नहीं है। केंद्र सरकार देश की ही सरकार है। इसलिए बिना पक्षपात किए राज्यों की जिम्मेदारी लेना केंद्र सरकार का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे फोन करके भरोसा दिलाया था कि आप चिंता मत कीजिए। यदि आवश्यकता पड़ी तो केंद्र सरकार मदद करेगी। इसलिए प्रधानमंत्री के फोन के बाद मुझे विश्वास है कि आवश्यकता पड़ने पर केंद्र सरकार से महाराष्ट्र को मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति का कीचड़ एक दूसरे पर नहीं फेंकना चाहिए। मैं मानता हूं कि फडणवीस महाराष्ट्र के जिम्मेदार राजनेता हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आंखों में आंसू हैं। किसान कुछ मांगे इसकी अपेक्षा उनके दुख को पहचान कर उन्हें मदद करने की जरूरत है। सरकार के लिए जो भी संभव होगा और आवश्यक है वह मदद की जाएगी। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपदा प्रभावितों के लिए मदद की घोषणा अभी नहीं कर रहा हूं। क्योंकि अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का पंचनामा शुरू हैं। पूरी परिस्थिति की समीक्षा के बाद ही मदद के बारे में फैसला लिया जाएगा।
उजनी बांध का पानी भीमा नदी में नहीं छोड़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष निकाला उचित नहीं होगा। लेकिन यह मामला संज्ञान में आया है। इस बारे में जानकारी लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए अतिवृष्टि की चेतावनी दी है। इसलिए सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। किसानों की फसलों को क्षति पहुंची है। कई जगहों पर लोगों के घरों का नुकसान हुआ है। वहीं कई इलाकों में जन हानि हुई है। मुख्यमंत्री बुधवार को उस्मानाबाद का दौरा करेंगे।

…तो प्रधानमंत्री घर से बाहर निकलेंगे
फडणवीस ने कहा कि मेरा दौरा घोषित करने के बाद उद्धव सरकार के मंत्रियों ने दौरे की शुरुआत की। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि फडणवीस को दिल्ली जाना चाहिए। फडणवीस दिल्ली में गए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घर से बाहर निकलेंगे। इससे पहले भाजपा लगातार मुख्यमंत्री की आलोचना करती आ रही है कि वे घर से बाहर निकले बिना अपने निजी आवास मोताश्री से कामकाज करते हैं।

राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी न झटकेः फडणवीस
अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि केंद्र सरकार हर बार की तरह इस बार भी मदद करेगी। लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से हाथ नहीं झटक सकती है। आपदा प्रभावितों को मदद के लिए पहली जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। इसलिए राज्य सरकार को तत्काल मदद घोषित करना चाहिए। बारामती के दौंड तहसील में दौरे के दौरान फडणवीस ने कहा कि सरकार को पंचनामा के चक्कर में न फंसते हुए तत्काल मदद देनी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि जानवरों को चारा तुरंत उपलब्ध कराने की जरूरत है। फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार मदद के लिए कर्ज ले सकती है। कर्ज लेना कोई पाप नहीं है। फडणवीस ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कर्ज लेने के बारे में जो सलाह दिया है वह सही है। राज्य सरकार को तत्काल कर्ज लेना चाहिए।