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महाराष्ट्र में पति ने मायके जाने से रोका तो नाराज़ पत्नी ने कर दी मासूम बेटे और बेटी की गला दबाकर हत्या!

नांदेड़,(राजेश जायसवाल): माँ एक ऐसा शब्द है जिसे दुनिया का हर बच्चा अपने मुंह से इस दुनिया में आने के बाद सबसे पहले लेता है। यहीं कारण है कि संसार में हर जीवनदायनी वस्तु को माँ की संज्ञा दी गयी है। यदि हमारे जीवन के शुरुआती समय में कोई हमारे सुख-दुख में हमारा साथी होता है तो वह माँ ही होती है। परन्तु जब माँ ही हत्यारिन हो जाये तो…! जी हाँ महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से दिल को झकझोर देने वाला ऐसा ही एक वाकया सामने आया है। यहां मायके जाने से रोकने पर एक महिला ने अपने 2 साल के बेटे और चार महीने की बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी! वारदात को अंजाम देने के बाद महिला ने शव को नष्ट करने के लिए अपने मां और भाई की मदद ली और चुपके से उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
पुलिस निरीक्षक विकास पाटिल ने बताया कि घटना नांदेड़ जिले के पांडुराना (ताल भोकर) में हुई। पुलिस ने निर्दयी मां समेत उसके भाई व मां को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मां की पहचान धुरपाड़ा गणपत निमवाड़ (30) के रूप में हुई है। मारे गए बच्चे की पहचान दत्ता गणपत निमवाड़ (2) और अनसुइया (4 महीने) के रूप में हुई है।

रोती हुई बच्ची को चुप कराने घोटा गला
दिल दहलाने वाली यह वारदात 31 मई की रात करीब 10 बजे तब हुई, जब परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे। दिन में पति ने महिला को उसके मायके जाने के लिए मना किया था। परिवार के लोगों के सोने के बाद महिला अपने दोनों बच्चों को चुपके से लेकर निकल रही थी, इतने में बेटी अनसुइया रोने लगी। महिला को लगा कि उसका पति उठ जाएगा और उसकी पिटाई कर देगा। इसी डर से उसने पहले घर से निकलते हुए बेटी की गला घोट कर हत्या की और फिर उसके शव को गांव के बाहर मौजूद एक ब्रिज के पास जमीन में दबा दिया।

बेटे को पति न ले जा सके, इसलिए की हत्या!
अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अर्चना पाटिल ने बताया कि 1 जून की सुबह करीब 8 से 9 बजे के बीच महिला अपने बेटे दत्ता को लेकर मुदखेड़ के पास ब्राह्मणवाड़ा गांव पहुंची। महिला के घर से जाने की जानकारी पति को मिल चुकी थी और वह उसे लेने के लिए घर से निकला था। रास्ते में उसने अपनी पत्नी और बेटे को ब्राह्मणवाड़ा शिवरा में गुरुद्वारा के पास गन्ने के खेत में देखा। पति को देख महिला वहां से भागी और गन्ने के खेत में छिप गई। पति उसे खोज ही रहा था कि खेत के बीच से बच्चे के चीखने की आवाज आई और कुछ देर बाद जब पति वहां पहुंचा तो बच्चा मरा हुआ मिला।

बेटी का शव निकालने के प्रयास में फंसी महिला
इसके बाद महिला अपने मायके पहुंची और अपने भाई, मां के साथ अपनी बेटी के शव को निकालने के लिए अपने ससुराल गई। तीनों ने जमीन में गड़ी बच्ची के शव को निकाला और फिर मामला छिपाने के लिए उसे जला दिया। उन्हें ऐसा करते हुए कुछ ग्रामीणों ने देख लिया और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अर्चना पाटिल और पुलिस निरीक्षक विकास पाटिल मौके पर पहुंचे और जले हुए शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद महिला, उसकी मां कोंडाबाई और भाई माधव को गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस मामले की जाँच कर आगे की करवाई कर रही है।