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मुंबई: आखिर कैसे बने रवि राजा ‘नगरसेवक नंबर वन’!

मुंबई,(राजेश जायसवाल): देश की सबसे धनी महानगरपालिका का चुनाव जीतने के बाद जहां कई नगरसेवक सालों-साल नियम-कानून समझने में ही लगा देते हैं। वहीँ कुछ ऐसे नगरसेवक हैं जो अपनी शिक्षा और क्षमता के आधार पर अपनी अमिट छाप छोड़ देते हैं।

ऐसे ही मुंबई मनपा के २२७ नगरसेवकों में से एक हैं कांग्रेस के नगरसेवक रवि राजा। जो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। रवि राजा वर्तमान में बीएमसी के नेता प्रतिपक्ष और एफ उत्तर विभाग के प्रभाग क्र.१७६ से नगरसेवक हैं। जिन्होंने अपने प्रभाग के स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझने के अलावा मुंबई की कई बड़ी समस्याओं को सुलझाने के लिए मनपा में अपनी आवाज बुलंद की है। अपने दीर्घ अनुभव के चलते वे बीएमसी में हाई लेवल के अधिकारियों से काम कराने में माहिर बताये जाते हैं। यहां वे अपने अनुभव का बख़ूबी इस्तेमाल करते हैं।

कोरोना काल में भी आम जनता की समस्याओं का समाधान करते रहे ‘राजा’
कहते हैं संकल्प के आगे तमाम चुनौतियां बौनी साबित हो जाती हैं। फिर चाहे वह कोरोना जैसी महामारी ही क्यों न हो! जनता के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए रवि राजा ने कोरोना जैसी महामारी में भी आम जनता की समस्याओं को सुलझाने का काम चालू रखा। सुबह १० बजे के बाद उनके घर और कार्यालय पर क्षेत्र की जनता अपनी समस्याएं लेकर पहुँच जाती है और उसके समाधान के लिए रवि राजा तुरंत संबधित अधिकारियों को फोन घुमा देते हैं। चाहे वह पानी की समस्या हो या बिजली के बिल की। गटर-नाले की साफ-सफाई हो या फिर कोई अन्य समस्याएं।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे
कांग्रेस के एक प्रमुख कार्यकर्ता ने बताया कि इलाके में चोरी-छिनैती की घटनाएं और क्षेत्र की महिलाओं तथा व्यापारियों की सुरक्षा की दृष्टि से गली-गली में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए।

कोरोना काल में जरुरतमंदो को राशन किट वितरण
पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुब्रमणि नाडार ने बताया कि कोरोना महामारी में जारी लॉकडाऊन के चलते उत्पन्न विषम परिस्थिति में कांग्रेस के ‘राशन सामग्री किट’ वितरण अभियान के तहत जरुरतमंद लोगों को अंतिम चरण में भी रवि राजा के कार्यालय से ‘राशन किट’ वितरण किया जा रहा है।

महानगरपालिका के कैपिटल बजट से २० करोड़ का फंड
रवि राजा ने बताया कि जब मैं सन २००२ में नगरसेवक था तब सी-२ कैटगिरी में आने वाली रावली कैम्प स्थित केडी गायकवाड़ नगर की ३२ पुरानी इमारतों की रिपेयरिंग का काम हुआ था। लेकिन उसके बाद से अब उसकी अवस्था काफी ख़राब हो गई थी। लोगों की मांग थी कि इन इमारतों की मरम्मत फिर से होनी चाहिए।
सन २०१७ में जब मैं फिर से नगरसेवक चुनकर आया तो यहां की जनता से वादा किया था कि इमारतों का काम जल्द से जल्द शुरू किया जायेगा, परन्तु किसी कारणवश थोड़ा समय लगा। परन्तु अब महानगरपालिका चुनाव से एक साल पहले ही मैंने महानगरपालिका के कैपिटल बजट से २० करोड़ रूपये का फंड लाया जिसका काम भी लगभग पूरा होने को आया है।

…जब बीएमसी को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा!
बीएमसी ने मुंबई में पांच सौ वर्ग फुट से कम एरिया के घरों का प्रॉपर्टी टैक्स माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रॉपर्टी के अलावा अन्य टैक्स वसूल रही थी। बीएमसी ने किराएदारों को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस जारी किया था। इसके लिए प्रशासनिक कार्यवाही पूरी कर सर्कुलर भी जारी कर दिया गया था। उसके बाद मामला सामने आने पर बीएमसी में नेता विपक्ष रवि राजा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। जिसके बाद सत्ताधारी शिवसेना सहित विपक्षी दलों के भारी विरोध के चलते बीएमसी को प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने के निर्णय को रद्द करना पड़ा।

प्रजा फाउंडेशन की रिपोर्ट में रवि राजा ‘नगरसेवक नंबर वन!
प्रजा फाउंडेशन की रिपोर्ट के बाद बुधवार को मुंबई कांग्रेस ने अपने नगरसेवकों का सम्मान किया। नगरसेवकों के कामकाज पर नज़र रखने वाली संस्था ‘प्रजा फाउंडेशन’ ने पिछले दिनों मुंबई महानगरपालिका के नगरसेवकों के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए एक रिपोर्ट जारी किया था।

फाउंडेशन की रिपोर्ट में ‘टॉप टेन’ में भाजपा के 4, कांग्रेस के 3 और शिवसेना के 3 नगरसेवक शामिल है। जिसमें बीएमसी में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक रवि राजा ‘नगरसेवक नंबर वन’ तथा दूसरे नंबर पर शिवसेना के नगरसेवक समाधान सरवणकर और बीजेपी नगरसेवक हरीश छेड़ा तीसरे नंबर पर है।
प्रजा फाउंडेशन के मानकों के मुताबिक, रवि राजा ने 81.12 फीसदी, समाधान सरवणकर ने 80.42 फीसदी और हरीश छेड़ा ने 77.81 फीसदी अंक हासिल किए हैं।

आगामी मनपा चुनाव में कांग्रेस की मदद के बिना महापौर बनना संभव नहीं: रवि राजा
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