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मोदी और पवार की मुलाकात पर अटकलें तेज, नवाब मलिक की सफाई- बीजेपी और एनसीपी नदी के दो छोर, नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते!

मुंबई: देश की राजधानी दिल्‍ली में 19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र चालू होने जा रहा है। इससे पहले शनिवार को राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्‍यक्ष शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेता करीब एक घंटे तक बातचीत करते रहे, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
वहीँ महाराष्‍ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री और एनसीपी के वरिष्‍ठ नेता नवाब मलिक ने इस पर सफाई पेश की है। उन्‍होंने कहा है कि दोनों नेताओं के बीच बैंक नियामक प्राधिकरण में हुए परिवर्तन को लेकर चर्चा की गई।
नवाब मलिक का कहना है कि पवार और मोदी की मुलाकात के बारे में कई लोग गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के पीछे महाराष्‍ट्र के विपक्षी नेताओं की भूमिका है। यह झूठ है कि दिल्ली में पवार साहब और महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं के बीच कोई मीटिंग हुई है।
नवाब मलिक ने कहा कि बीजेपी और एनसीपी एक नदी के दो छोर हैं। जब तक नदी में पानी है तब तक दोनों साथ नहीं आ सकते। हम वैचारिक और राजनीतिक रूप से बिल्कुल अलग हैं। राजनीति विचारों के आधार पर होती है। संघ का राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रवाद में जमीन आसमान का अंतर है। नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते, ये सच्चाई है। बीजेपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक साथ आना असंभव है।

शरद पवार बोले- नहीं हुई कोई राजनीतिक चर्चा
इससे पहले, शरद पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात पर कहा कि यह एक आधिकारिक मुलाकात थी। इस दौरान किसी राजनीतिक विषय पर चर्चा नहीं हुई। इस मुलाकात से पहले शरद पवार ने पीएम को पत्र लिखा था जिसमें आरबीआई की तरफ से कोऑपरेटिव बैंकों की निगरानी संबंधी चर्चा की गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार का कहना है कि यह प्रदेश के अधिकार में दखल देने जैसा है। कोऑपरेटिव बैंक राज्‍य सरकारों के अधीन आते हैं। चिट्ठी में पवार ने कहा है कि सहकारी बैंकों के अस्तित्‍व और उनके सहकारी स्‍वरूप की रक्षा की जानी चाहिए।

निकाले जा रहे इन मुलाकातों के मायने
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने सहकारिता मंत्रालय बनाया गया है जिसे गृह मंत्री अमित शाह देख रहे हैं। शरद पवार ने मोदी से पहले राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शरद पवार से उनके घर पर मुलाकात की थी। इन मुलाकातों के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी चीफ शरद पवार की मुलाकात आरबीआई की तरफ से को-ऑपरेटिव बैंकों की निगरानी संबंधी चर्चा के लिए हुई: जयंत पाटील

बता दें कि कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के मुख्य

मोदी और पवार की मुलाकात पर अटकलें तेज, नवाब मलिक की सफाई- बीजेपी और एनसीपी नदी के दो छोर, नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते!
मोदी और पवार की मुलाकात पर अटकलें तेज, नवाब मलिक की सफाई- बीजेपी और एनसीपी नदी के दो छोर, नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते!

मंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की भी पीएम से मुलाकात हुई थी। रोचक बात है कि पवार की मोदी से यह मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई, जब मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर एनसीपी के कुछ नेता है।