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रोमांचक ‘फाइनल’ में जीता भारत, खाली हाथ लौटेगा इंग्लैंड, टेस्ट-T20 के बाद कोहली के धुरंधरों ने वनडे सीरीज अपने नाम की

पुणे: भारतीय टीम ने इंग्लैंड को रोमांचक तीसरे वनडे में 7 रनों से हराते हुए सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। इस तरह मेहमान इंग्लैंड को भारत से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। इससे पहले भारत ने उसे टेस्ट में 3-1, टी-20 में 3-2 से हराया था। मैच में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए सभी विकेट खोकर 329 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड टीम खराब शुरुआत के बाद निरंतर अंतराल पर विकेट गंवाती रही, लेकिन आखिरी में सैम करन (नाबाद 95) ने धमाकेदार पारी खेलते हुए मैच को रामांचक मोड़ दे दिया। हालांकि, नटराजन की ओर से किए गए आखिरी ओवर में जरूरी 14 रन नहीं बने और भारत विजयी रहा। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने 4 विकेट, जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 3 विकेट झटके।

आखिरी दो ओवरों में चाहिए थे 19 रन
इंग्लैंड को जीत के लिए आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 19 रनों की जरूरत थी। 49वां ओवर हार्दिक पंड्या ने किया। इस ओवर में 5 रन बने, जबकि शार्दुल ठाकुर और टी. नटराजन ने लगातार दो गेंदों में मार्क वुड और सैम करन के कैच ड्रॉप किए। इसके बाद आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 14 रन चाहिए थे और नटराजन कर रहे थे बोलिंग। पहली गेंद पर तेजी से दूसरा रन लेने में मार्क वुड (14) रन आउट हुए। यहां हार्दिक पंड्या ने कमाल की फील्डिंग की थी। आखिरी दो गेंदों में दो छक्के की जरूरत थी, लेकिन सैम करन एक चौका ही लगा सके।

भारत ने इंग्लैंड को 330 रन का लक्ष्य दिया
इससे पहले सिक्के की उछाल में विराट कोहली का भाग्य फिर से नहीं चला और भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये उतरना पड़ा। शिखर धवन, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने अर्धशतक जमाए, लेकिन बड़ा स्कोर बनाने के प्रयास में इंग्लैंड के खिलाफ भारत 329 रन तक ही पहुंच पाया। भारत का लक्ष्य 360 से अधिक रन का था, क्योंकि पिछले मैच में इंग्लैंड ने 337 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया था, लेकिन लंबे शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवाने से वह इस रणनीति में सफल नहीं हो पाया।

अच्छी शुरुआत के बाद गिरे विकेट
धवन (56 गेंदों पर 67 रन, 10 चौके) और रोहित शर्मा (37 गेंदों पर 37 रन, छह चौके) ने पहले विकेट के लिए 103 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन बीच के ओवरों में चार विकेट जल्दी निकलने से स्कोर चार विकेट 157 रन हो गया। इसके बाद ऋषभ पंत (62 गेंदों पर 78) और हार्दिक पंड्या (44 गेंदों पर 64) ने 99 रन जोड़कर स्थिति संभाली। इन दोनों ने समान पांच चौके और चार छक्के लगाए। शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के बाद ऋषभ और हार्दिक को संभलकर खेलने की भी जरूरत थी जिसमें वे नाकाम रहे। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इसका फायदा उठाया। भारत ने आखिरी चार विकेट तो आठ रन के अंदर गंवा दिए। इंग्लैंड की तरफ से मार्क वुड ने 34 रन देकर तीन और आदिल राशिद ने 81 रन देकर दो विकेट लिए।

धवन-रोहित ने की शतकीय साझेदारी
धवन और रोहित ने शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन इसके बाद 18 रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा कप्तान कोहली (सात) का विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गयी। राशिद ने रोहित को गुगली पर गच्चा देकर बोल्ड करके भारतीयों की इस तरह की गेंदों को खेलने की कमजोरी फिर उजागर की। धवन भी गुगली को समझने में नाकाम रहे और राशिद को वापस कैच दे बैठे जबकि मोईन अली (39 रन देकर एक) की ऑफ स्टंप के बाहर पिच की गयी गेंद टर्न लेकर लेग स्टंप थर्रा गयी। कोहली इस टर्न से हैरान थे।

केएल राहुल जल्दी आउट, पंत और हार्दिक ने किया धमाका
केएल राहुल (सात) के जल्दी पविलियन लौट जाने से स्थिति गंभीर लगने लग गयी थी लेकिन ऋषभ और हार्दिक ने अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी की और जल्द ही टीम पर से दबाव भी कम कर दिया। लियाम लिवंगस्टोन (20 रन देकर एक) ने राहुल को शॉर्ट फाइन लेग पर कैच कराकर अपने करियर का पहला विकेट लिया लेकिन पंत ने उनके अगले ओवर में छक्का और फिर चौका जड़कर उल्टे गेंदबाज पर दबाव बना दिया। हार्दिक ने मोईन के एक ओवर में तीन छक्के लगाए।
पंत ने राशिद पर छक्का लगाकर 45 गेंदों पर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया और फिर सैम करन पर चौका लगाकर पिछले मैच में बनाए गए अपने सर्वोच्च स्कोर 77 रन को पार किया लेकिन इसके तुरंत बाद जोश बटलर ने एक हाथ से उनका कैच लपक दिया। हार्दिक 36 गेंदों पर अपने सातवें अर्धशतक तक पहुंचे और इसी ओवर में राशिद की गेंद छक्के के लिए भेजी लेकिन बेन स्टोक्स (45 रन देकर एक) की गेंद फ्लिक करने में चूकने से बोल्ड हो गए। ठाकुर ने मौके का फायदा उठाया और लंबे शॉट खेलने के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया तथा तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 30 रन बनाए। क्रुणाल पंड्या पहले मैच की तरह रंग में नहीं दिखे और उन्हें 34 गेंदों पर 25 रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इस बीच वह गेंद को सीमा रेखा तक नहीं पहुंचा पाए।

इंग्लिश पारी: भुवी ने ओपनरों को किया चलता
330 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की शुरुआत खराब रही। जेसन रॉय ने भुवी को पहले ही ओवर में 3 चौके जड़े, लेकिन इसके बाद ओवर की आखिरी गेंद पर बोल्ड कर दिया। रॉय 14 रन बनाकर चलते बने। भुवनेश्वर ने इसके बाद दूसरे ओपनर जॉनी बेयरस्टो को एक रन के निजी स्कोर पर LBW किया।
दूसरे वनडे में जीत के हीरो रहे बेन स्टोक्स (35) और डेविड मलान ने मोर्चा संभाला और टीम को 50 रनों के पार ले गए। 68 रनों के टीम स्कोर पर बेन स्टोक्स को टी. नटराजन ने शिखर धवन के हाथों कैच आउट कराया। स्टोक्स ने 39 गेंदों में 4 चौके और एक छक्का लगाया।

शार्दुल ने मलान, बटलर और लियाम
इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने 3 बल्लेबाजों को एक के बाद एक करके पविलियन भेजते हुए टीम इंडिया को ड्राइविंग सीट ला दिया। उन्होंने कप्तान जोश बटलर (15), लियाम लिविंगस्टोन (36) और डेविड मलान (50) को चलता किया। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने मोईन अली को 29 रनों के निजी स्कोर पर हार्दिक पंड्या के हाथों कैच आउट कराते हुए इंग्लैंड को 7वां झटका दे दिया।

खतरनाक होती जोड़ी को शार्दुल ने तोड़ा
यहां युवा ऑलराउंडर सैम करन ने आदिल राशिद के साथ मोर्चा संभाला और 8वें विकेट के लिए 53 गेंदों में 57 रन जोड़ते हुए टीम इंडथ्या को कुछ देर के लिए परेशान किया। इस जोड़ी को शार्दुल ठाकुर ने तोड़ा। उन्होंने 40वें ओवर की दूसरी गेंद पर राशिद को विराट कोहली के हाथों लपकवाते हुए पविलिन भेजा। कप्तान विराट ने शॉर्ट कवर पर बड़ा ही शानदार कैच लपका। राशिद ने 22 गेंदों में 2 चौके की मदद से 19 रन बनाए।

सैम और मार्क वुड ने मैच को किया रोमांचक
राशिद के रूप में 8वां विकेट गिरने के बाद लग रहा था कि मैच में भारत के लिए सिर्फ औपचारिकता भर है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 45 गेंदों में वनडे करियर का पहला अर्धशतक लगाने वाले सैम करन एक छोर पर लगातार शॉट खेल रहे थे, जबकि मार्क वुड ने दूसरे छोर पर बखूबी साथ दिया। शार्दुल ठाकुर के आखिरी ओवर में सैम ने एक चौका और छक्का लगाते हुए टीम को 300 रनों के पार पहुंचा दिया।