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वाराणसी: कोनिया और कालिकाधाम पुलों को दिया जा रहा अंतिम रूप, 25 को पीएम मोदी करेंगे जनता के हवाले

वाराणसी,(राजेश जायसवाल): काशी को जाम से मुक्ति दिलाने की कड़ी में जनता को बड़ी राहत मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के लिए तय 25 अक्टूबर के कार्यक्रम को देखते हुए तैयारियों को अंतिम रूप देने मुख्य सचिव भी आ रहे हैं। जाम के झाम से मुक्ति की बड़ी उम्मीद जमीन पर आकर ले चुकी है। प्रधानमंत्री 25 अक्टूबर को इसे जनता के हवाले कर देंगे।
पीएम मोदी जिले में निर्माणाधीन लगभग छह हजार करोड़ की 31 परियोजनाओ को जनता के हवाले करेंगे। रिंग रोड फेज दो के साथ इसमे महत्वपूर्ण होंगे दो सेतु। वरुणा नदी पर निर्माणधीन कालिकाधाम सेतु व कोनिया सेतु आकार ले चुका है। कार्यदायी एजेंसी इन दोनों पुलों को अंतिम रूप देने में जुटी है। 98 फीसद से अधिक कार्य हो चुके हैं। सिर्फ फिनिशिंग के कार्य शेष बचे हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों पुलों के निर्माण होने से शहर में लगने वाला जाम कम होगा। कालिकाधाम सेतु से ही बाहर ही बाहर बड़े वाहन प्रयागराज मार्ग पर निकल जाएंगे।

कालिकाधाम सेतु की स्थिति: इस पुल के निर्माण के लिए कुल स्‍वीकृत लागत 19.14 करोड़ निर्धारित रहा। परियोजना की स्‍वीकृत फरवरी, 2020 में स्वीकृत हुई थी। लेकिन कार्य मई 2020 से शुरू हुआ। पूर्ण होने की अवधि- जून 2021 तय थी लेकिन कोविड19 के कारण कुछ देरी हुई। साथ ही नदी में पानी अधिक होने व श्रमिकों की कमी में विलंब का कारण बना। इस पुल के निर्माण होने से बहुतायत फायदा होंगे। इलाहाबाद समेत बहुतायत जिलों के आवागमन की राह आसान हो जाएगी।

वरुणा नदी पर कोनिया घाट सेतु: इस परियोजना की स्‍वीकृत लागत 26.21 करोड़ है। परियोजना जनवरी, 2018 में स्वीकृत हुई थी। परियोजना पर कार्य मई , 2018 से प्रारंभ हुआ। मार्च, 2021 में पूर्ण करने का लक्ष्य था लेकिन कोविड व बाढ़ आदि के चलते इसमे भी देरी हुई। कोनिया- सलारपुर मार्ग पर कोनिया घाट के सामने इस सेतु के निर्माण होने के बाद हजारों जनता की राह आसान हो जाएगी। इससे कज्जाकपुरा आने वालों को काफी सहूलियत हो जाएगी। अभी लोगों को नदी के इस पार से उस पार जाने में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है, खास कर बाढ़ और बारिश के दिनों में।