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शरद पवार का दावा- बीजेपी कर रही लोकतंत्र का सफाया; ‘महाराष्ट्र’ के बाद अब ‘गोवा’ का नंबर!

मुंबई: महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में राजनीतिक भूकंप आने की सम्भावना जताई जा रही है. कारण गोवा कांग्रेस एक बड़ी फूट की तरफ बढ़ रही है. खबर है कि गोवा में कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. इस दावे में दम इस बात से भी समझा जा सकता है कि कांग्रेस ने अपनी पार्टी के कद्दावर नेता माइकल लोबो (Michael Lobo) को गोवा के विपक्षी नेता के पद से हटा दिया है.
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र की तर्ज पर गोवा कांग्रेस का एक गुट गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और विपक्षी नेता माइकल लोबो के नेतृत्व में एकनाथ शिंदे की तरह अलग होने की तैयारी में है. दावा किया जा रहा है कि सारा प्लान बीजेपी के ‘ऑपरेशन लोटस’ का हिस्सा है. गोवा कांग्रेस के कम से कम 7 विधायक विधानसभा सेशन से पहले आयोजित पार्टी की मीटिंग में शामिल होने नहीं पहुचे. कहा जा रहा है कि पार्टी की बैठक से नदारद सभी 7 विधायक बीजेपी के संपर्क में बने हुए हैं.

खबर लिखे जाने तक पूर्व सीएम दिगंबर कामत के घर एक मीटिंग शुरू है. इस मीटिंग में संभावित बागी विधायक शामिल हैं. इस पूरे परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने एक बड़ा बयान दिया है. वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा है कि बीजेपी लोकतंत्र का सफाया कर रही है. शरद पवार के दावे में दम इसलिए भी दिखाई दे रहा है क्योंकि रविवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव गोवा पहुंचे हैं. जिस तरह महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट ने बगावत की थी और इस पूरे मामले में बीजेपी की ओर से नेताओं ने चुप्पी साध रखी थी और मीडिया में यही बयान दिया जा रहा था कि यह शिवसेना का अंदरुनी मामला है, उसी तरह गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी यही कहा है कि बीजेपी का कांग्रेस की उठापटक से कोई लेना-देना नहीं है. गोवा कांंग्रेस में जो कुछ भी हो रहा है, यह उस पार्टी का अंदरुनी मामला है.

सीएम आवास में ये देखे गए
कांग्रेस विधायक राजेश फलदेसाई और केदार नाइक को मुख्यमंत्री आवास पर देखा गया है. वहीँ बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत लगातार बीजेपी से संपर्क बनाए हुए हैं.

कल से शुरू हो रहा गोवा विधानसभा का मानसून सत्र
कल से गोवा विधानसभा में मानसून सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि कांग्रेस के अंदर रह कर ही एक गुट अलग होगा और यह गुट बाहर से बीजेपी के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को अपना सपोर्ट करेगा. कयास लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र के बाद अब गोवा का नंबर लग सकता है.

गोवा विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए जारी अधिसूचना रद्द
उधर, दूसरी तरफ गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने रविवार को उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना रद्द कर दी है. चुनाव 12 जुलाई को होना था. यह कदम उन अटकलों के बीच उठाया गया है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं. विधानसभा सचिव नम्रता उलमान द्वारा जारी आदेश में सूचित किया गया है कि गोवा विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 308 के तहत जारी 8 जुलाई की अधिसूचना वापस ले ली गई है। आदेश में आगे कहा गया है, इसलिए, गोवा विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के 9 (2) के तहत जारी उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन का नोटिस भी वापस लिया जाता है.