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सदानंद कदम को कोर्ट ने 15 मार्च तक ED की रिमांड में भेजा; संजय राउत बोले-यह कार्रवाई बदले की भावना से हो रही

मुंबई: मुंबई की एक विशेष अदालत ने शनिवार को कारोबारी सदानंद कदम को एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 15 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया.

सदानंद कदम शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब के करीबी सहयोगी हैं और शिवसेना के पूर्व मंत्री रामदास कदम के भाई हैं. ईडी ने सदानंद कदम को रत्नागिरी के खेड़ से दापोली में साईं रिसॉर्ट के कथित अवैध निर्माण और उससे उत्पन्न होने वाले कथित मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लिया था.

बीजेपी नेता सोमैया ने लगाए थे आरोप
शुरुआत में कदम से ईडी ने पूछताछ की थी, लेकिन कथित तौर पर सहयोग नहीं करने के बाद, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और आगे की जांच और रिमांड के लिए मुंबई लाया गया. केंद्र की एक शिकायत और बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा लगाए गए मनी-लॉन्ड्रिंग के आरोपों के आधार पर, ईडी ने दापोली स्थित ‘साईं रिसॉर्ट’ सी कोंच रिसॉर्ट और तटों के पास अन्य संपत्तियों से जुड़े मामले की जांच शुरू की थी और पूर्व मंत्री अनिल परब से भी पूछताछ की थी.
सदानंद कदम की गिरफ्तारी पर किरीट ने ट्वीट कर लिखा- ‘सदानंद कदम को गिरफ्तार कर लिया गया है’.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से बीजेपी नेता किरीट सोमैया उद्धव ठाकरे गुट के विधायक अनिल परब पर साईं रिसॉर्ट मामले में आरोप लगा रहे थे. सदानंद कदम का नाम भी सोमैया ने इसी साईं रिसॉर्ट मामले में जोड़ा था. ईडी की इस कार्रवाई से ठाकरे गुट के नेता नाराज हैं. ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया है कि सदानंद कदम के खिलाफ की गई ये कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है. राउत ने यह भी कहा कि सोमैय्या के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई है?
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 10 मार्च को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल परब के करीबी सदानंत कदम को गिरफ्तार किया था.