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UP: कमलेश तिवारी हत्‍याकांड: मां बोली-मंदिर को लेकर शिव कुमार गुप्‍ता ने कराई हत्‍या

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के खुलासे का दावा किया है। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को कहा कि हत्या के पीछे मुख्य वजह वर्ष 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिया गया भड़काऊ भाषण था। इस बीच कमलेश तिवारी की मां ने आरोप लगाया है कि शिव कुमार गुप्‍ता ने उनके बेटे की हत्‍या कराई है। उन्‍होंने कहा कि मंदिर विवाद में उनके बेटे की हत्‍या की गई है। कमलेश तिवारी की मां ने कहा कि शिव कुमार गुप्ता चकेरी के रहने वाले हैं और वह भूमाफिया हैं। शिवकुमार के खिलाफ सैकड़ों केस चल रहे हैं। मां ने कहा कि शिव कुमार मंदिर के जबरदस्ती अध्यक्ष बन गए हैं। कमलेश के आगे शिव कुमार गुप्‍ता की नहीं चल रही थी, इसलिए उन्‍होंने उनके बेटे की हत्या करा दी है। उन्‍होंने कहा कि मैं अभी जिंदा हूं और अपने बेटे की हत्‍या का बदला लूंगी।
कमलेश की मां ने कहा कि मंदिर को लेकर शिवकुमार गुप्‍ता से कमलेश का केस भी चल रहा था। इस बीच कमलेश तिवारी के परिवार वालों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। कमिश्नर और आईजी मौके पर मौजूद हैं। महमूदाबाद स्थानीय प्रशासन परिवार वालों को मनाने में जुटा है। परिवार वाले सीएम योगी आदित्‍यनाथ को बुलाने की मांग कर रहे हैं।
कमलेश की मां ने पुलिस पर लाठीचार्ज करके जबरन शव महमूदाबाद भेजने का आरोप लगाया। उन्‍होंने मांग की क‍ि मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ महमूदाबाद आएं। उनके दो लड़कों को सरकारी नौकरी मिले, परिवार को आर्थिक मदद दी जाए और नाका पुलिस पर कड़ी कार्रवाई हो। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पुलिस ने की पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी है। इलाके में कर्फ्यू जैसा माहौल है। इस बीच डीएम ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील है। वहीं एसपी ने कहा है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बता दें कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल रहे तीन आरोपियों को गुजरात के सूरत से पकड़ा गया है। फिलहाल तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है।

मिठाई के डिब्बे से मिला अहम् सुराग
डीजीपी ने बताया कि इस वारदात में दो और आरोपी शामिल हैं, जिनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। डीजीपी ने दावा किया कि जल्द ही ये दो आरोपी भी पुलिस गिरफ्त में होंगे। इस दौरान ओपी सिंह ने बताया कि इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक को भी हिरासत में लिया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने कहा, ‘सूचनाएं और सुराग मिलने के बाद शुक्रवार को ही छोटी-छोटी टीमों को गठित किया गया था। हमारी टीम ने छानबीन में पाया कि तार गुजरात से जुड़े हुए हैं। मिठाई के डिब्बे से जो सुराग मिले उसके बाद मैंने स्वयं गुजरात के डीजीपी से बात की और महत्वपूर्ण सूचनाओं को हासिल करना शुरू किया।