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मुंबई: वडाला टीटी पुलिस की हिरासत में विजय की मौत का जिम्मेदार कौन? परिजन मांग रहे इंसाफ…

मुंबई: रविवार दीपावली की रात जहाँ पूरी मुंबई जश्न में डूबी थी, वहीँ पुलिस कस्टडी में एक २५ वर्षीय युवक की मौत की घटना ने मुंबई को झकझोर कर रख दिया है। मामला वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस थाने का है। मृतक युवक के परिजनों का आरोप है मामूली विवाद के चलते पुलिस द्वारा बेरहमी से की गई पिटाई के चलते विजय नारायण सिंह की पुलिस स्टेशन के अंदर ही मौत हो गई। विजय फार्मा कंपनी में काम करते थे। उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। माँ बेहोश है तो चाची बेटे को वापस लाने की बात कर रही हैं। उनका करूँण विलाप सुनकर हर किसी के आँख से आंसू छलक रहा है।

वडाला टीटी पुलिस की हिरासत में 28 वर्षीय विजय हृदयनारायण सिंह की मौत को लेकर स्थानीय जनता का खून उबल रहा है। हर किसी के मुहं से पुलिस के लिए बद्दुआएं निकल रही है। युवक विजय के परिजन पुलिस को उसकी मौत का जिम्मेदार मान रहे हैं। आरोप है कि इससे पहले उसने सीने में दर्द की शिकायत की थी। मृतक के संबंधियों ने पुलिस पर समय पर चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है।

हालांकि, पुलिस ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि सीने में दर्द की शिकायत करने के बाद उसके परिजन स्वयं उसे अस्पताल लेकर गये। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र सांगले ने बताया कि विजय सिंह और उसके दोस्त को यहां आरटीओ के निकट एक दंपति के साथ मारपीट के बाद वडाला टीटी पुलिस थाने लाया गया। उसने कुछ ही देर बाद सीने में दर्द की शिकायत की और बाहर इंतजार कर रहे परिजनों से हमने कहा कि वह उसे सायन अस्पताल ले जायें। सांगले के अनुसार सायन अस्पताल के चिकित्सकों ने उसके वहां पहुचने पर उसे मृत घोषित कर दिया। किसी ने उसे छुआ तक नहीं। हम लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। मामले में जांच जारी है।

वहीँ विजय के साथ पुलिस थाने में मौजूद उसके दोस्त अंकित जयप्रकाश मिश्र ने आरोप लगाया कि ड्यूटी अधिकारी संदीप कदम और कांस्टेबल ने उसे पीटा तथा पानी मांगने पर पानी भी नहीं दिया। मिश्र ने आरोप लगाया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने सीने में दर्द की उसकी शिकायत को हल्के में लिया और कुछ ने उसका मजाक उड़ाया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नाटक कर रहा है। मिश्र ने दावा किया, जब वह दर्द के कारण बोलने तक में अक्षम हो गया तो ड्यूटी अधिकारी ने परिजनों से कहा कि वह उसे लेकर अस्पताल जायें। एक अन्य परिजन ने बताया कि 19 नवंबर को विजय का विवाह होना था।

मुंबई पुलिस उपायुक्त व जनसंपर्क अधिकारी प्रणय अशोक के अनुसार, इस हत्या के प्रकरण को कस्टोडियल डेथ की तरह देखा जा रहा है, मामले की जांच क्राइम ब्रांच शाखा कर रही है, शव को पोस्टमार्टम के लिए जे.जे अस्पताल भेजा गया। परिजनों की पुनः पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग पर केईम अस्पताल में दोबारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है। मामले को नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन की गाइडलाइन्स के अनुसार देखा जा रहा है। वहीँ आज परिमंडल-4 के पुलिस उपायुक्त (DCP) सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 5 दोषी पुलिसकर्मी को निलंबित किया जा रहा है!