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मुंबई: एफ-उत्तर विभाग में ‘मेरा कचरा-मेरी जिम्मेदारी अभियान’ पर सेमीनार

माटुंगा के मैसूर हॉल में आयोजित सेमीनार का मार्गदर्शन करते हुए श्री सुभाष दलवी

मुंबई, (राजेश जायसवाल): स्वच्छता कोई बाध्यकारी कार्य नहीं है। मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक और सामाजिक तरीके से स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता बहुत जरुरी है। इसे तो हर आदमी को खुद करनी चाहिए। ये हमारी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी भी है कि हम अपनी और अपने घर की साफ-सफाई के अलावा आसपास भी स्वच्छ वातावरण का निर्माण करने में योगदान करें। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि समाज में रहने वाले लोग कभी जानबूझकर कर तो कभी अनजाने में सड़कों व सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा-करकट और गंदगी फैलाते हैं। ऐसा भी नहीं कि इन्हें समझ नहीं है। टीवी और अख़बारों में पढ़ते हैं, परन्तु ये लोग अपनी और अपने घर की साफ-सफाई तो करते हैं, लेकिन अपने आसपास की सफाई करते हुए विरले ही दिखते हैं। इनका यह कृत्य पूरे समाज व राष्ट्र की छवि धूमिल करता है। जिसे ध्यान में रखते हुए बृहन्मुम्बई महानगरपालिका ने ‘मेरा कचरा-मेरी जिम्मेदारी’ अभियान शुरू किया है। यह अभियान मुंबई के सभी वार्डों में युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।
आज माटुंगा के मैसूर हॉल में एफ-उत्तर विभाग की ओर से आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए ‘मेरा कचरा-मेरी जिम्मेदारी’ मिशन के तहत एक सेमीनार का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को आम जनता ने अच्छा प्रतिसाद दिया और मुंबई मनपा की सराहना की।
एफ-उत्तर विभाग के सहायक आयुक्त गजानन बेल्लाले के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए में सुभाष दलवी (Officer on Special Duty (ओएसडी) ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016 के तहत दुकान, प्रतिष्ठान, होटल और आवासीय इलाकों में हर घर में नीला एवं हरा रंग का दो डस्टबिन रखना अनिवार्य है। दो डस्टबीनों में गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग रखिये। स्लम एरिया में स्वच्छ मुंबई प्रबोधन अभियान के तहत कार्य करने वाली संस्थाओं के स्वच्छता मित्र डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रहे हैं। आपको कचरा कहीं ले जाने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। मुंबई को स्वच्छ बनाने के लिए हर मुंबईकर को मन से आगे आना होगा।

श्री दलवी ने कहा कि जब वार्ड की सारी सोसाइटियां और लोग चाह लेंगे तो बीएमसी का प्रत्येक वार्ड शून्य कचरा होगा। यानि पूरी तरह से कचरा मुक्त होगा। उन्होंने लोगों को खत कम्पोस्टिंग और पानी का सही उपयोग करने के बारे में भी विस्तार से बताया। इसके अलावा कैसे आप मनपा से प्रॉपर्टी टैक्स, अतिरिक्त शुल्क में छूट ले सकते हैं।

थ्री आर का उपयोग करें: सुभाष दलवी
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ-साथ थ्री आर के सिद्धांत पर काम करने पर जोर दिया जा रहा है, जिसमें रिड्यूस, रीयूज एवं रीसाइकल का ध्यान रखा गया है। रिड्यूस में प्लास्टिक पर रोक लगाने और उसकी जगह जूट के थैले, पेपर, फोम आदि का प्रयोग, रीयूज के तहत किसी वस्तु को फेंकने से पहले उसके दोबारा प्रयोग कर सकने और रिसाइकल के तहत लोहा, एल्युमीनियम, प्लास्टिक, कांच इत्यादि को इकट्ठा कर कबाड़ी वाले के मार्फत पुन: चक्रित करना शामिल है।
इस अवसर पर नगरसेविका राजश्री शिरोडकर, नगरसेविका कृष्णावेणी रेड्डी, सहायक आयुक्त गजानन बेल्लाले, सहायक अभियंता श्रीकांत राठोड (घकव्य-पर्यावरण), (मुख्य सहायक पर्यवेक्षक गोविन्द राठोड, पर्यवेक्षक राजेश दुरने, संतोष वावेकर, कनिष्ठ अवेक्षक प्रवीण धनावड़े सहित तमाम अधिकारी व वरिष्ठ नागरिक मौजूद थे।