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महाराष्ट्र: ठाकरे सरकार में अहम मंत्रालयों पर अब तक नहीं बनी सहमति, स्पीकर पर राजी हुई कांग्रेस

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से अपना कार्यभार संभाल लिया है। ठाकरे ने गुरुवार की शाम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने रात में पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। ठाकरे शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन ‘महा-विकास आघाड़ी’ की सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के दो-दो नेता शामिल हैं। महाराष्ट्र की सत्ता को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच डेप्युटी सीएम और स्पीकर के पद को लेकर मची खींचतान भी अब खत्म होने जा रही है। कांग्रेस ने विधानसभा स्पीकर के पद को स्वीकार कर लिया है और विधायक नाना पटोले का नाम इसके लिए प्रस्तावित किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और उद्धव ठाकरे संग कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले बालासाहेब थोरात ने कहा कि नाना पटोले को स्पीकर के लिए उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया गया है। इस बीच बीजेपी ने किशन कथोरे का नाम स्पीकर उम्मीदवार के तौर पर फाइनल किया है।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के सीनियर लीडर पृथ्वीराज चव्हाण ने स्पीकर बनने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। कहा जा रहा था कि कांग्रेस स्पीकर की बजाय डेप्युटी सीएम के पद पर जोर दे रही है। हालांकि एनसीपी की राय से कांग्रेस स्पीकर पद के लिए राजी हो गई है, जबकि वह अपने लिए डेप्युटी सीएम चाहती थी।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे सरकार का शनिवार को ही फ्लोर टेस्ट है। इससे पहले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हमारे पास 170 के करीब विधायक हैं और हम आसानी से फ्लोर टेस्ट पास कर लेंगे।

अहम मंत्रालयों पर अब तक नहीं बनी सहमति
उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को 6 मंत्रियों संग शपथ ली थी। हालांकि अब तक तीनों दलों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो सका है। इसी के चलते अभी तक सरकार के विस्तार पर भी फैसला नहीं हो सका है। कहा जा रहा है कि गृह मंत्रालय, शहरी विकास, रेवेन्यू जैसे अहम मंत्रालयों पर तीनों ही दलों की दावेदारी है और अब तक इस पर सहमति नहीं बनी है।

प्रोटेम स्पीकर बदलने पर भड़की बीजेपी
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्होंने कालिदास कोलम्बकर को प्रोटेम स्पीकर के पद से हटाकर दिलीप वलसे पाटील को यह जिम्मेदारी दी है। यह कानूनी तैर पर गलत है। शपथ भी सही ढंग से नहीं ली गई। हम गवर्नर से शिकायत करने जा रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी देंगे।

‘वर्षा’ में नहीं शिफ्ट होंगे CM उद्धव, मातोश्री से ही चलाएंगे सरकार
सीएम उद्धव ठाकरे अपने घर ‘मातोश्री’ से ही प्रदेश की सत्ता चलाएंगे। ठाकरे परिवार का पांच दशक से ज्यादा पुराना घर सत्ता का केंद्र रहेगा। उद्धव अपने परिवार और सामान के साथ मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास मालाबार हिल्स स्थित ‘वर्षा’ नहीं शिफ्ट होंगे। हालांकि वह प्रमुख मीटिंग्स के लिए वहां आते-जाते रहेंगे।
बता दें कि 60 के दशक में शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे अपने परिवार के साथ बांद्रा ईस्ट के कालानगर स्थित एक प्लॉट में शिफ्ट हुए थे। शिवसेना पार्टी का जन्म 1966 में ठाकरे के दादर स्थित घर पर हुआ था, मगर बाद में बांद्रा स्थित यही प्लॉट आने वाले सालों में उनकी ताकत का केंद्र साबित हुआ।
60 के दशक में कांग्रेस के मुख्यमंत्री वीपी नाईक ने अपने कार्यकाल के दौरान मीठी नदी के किनारे बांद्रा ईस्ट में कलाकारों और लेखकों की एक कॉलोनी बसाई थी। बालासाहेब को भी इस कॉलोनी में मार्मिक साप्ताहिक अखबार के संपादक के तौर पर एक प्लॉट मिला था। बाद में यहां तैयार हुए बंगले को बालासाहेब ठाकरे ने ‘मातोश्री’ का नाम दिया। शुरुआत में यह बंगला सिर्फ एक मंजिला था, बाद में इसमें दो मंजिलें और बनीं।