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दिल्ली हिंसा: पुलिस ने कहा- पथराव में हुए 6 जवान घायल

नयी दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन ने रविवार को हिंसक रूप धारण कर लिया है। प्रदर्शनकारियों ने साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमकर तांडव मचाया। 3 बसों, कारों और कुछ मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया। राजधानी में हुई हिंसा पर अब राजनीति गरम हो गई है।
दिल्ली में नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने पुलिस पर जबरन विश्वविद्यालय परिसर में घुसने और स्टूडेंट्स के साथ मारपीट के आरोप लगाए गए हैं, जिसका जवाब देते हुए दिल्ली पुलिस ने स्थिति स्पष्ट की है। पुलिस का कहना है कि वे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए परिसर में दाखिल हुए थे। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों को हिरासत में लिया गया है।

जामिया के स्टूडेंट्स सुरक्षित
दिल्ली पुलिस ने कहा, हमने हिंसा के बाद स्थिति से निपटने के लिए कार्रवाई की। जामिया यूनिवर्सिटी में स्थिति नियंत्रण में है। यह हिंसक भीड़ थी, जिसमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है। दक्षिण पूर्व दिल्ली पुलिस के डीसीपी चिनमय बिस्वाल ने कहा, किसी पर कोई फायरिंग नहीं की गई है। झूठी जानकारियां फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा, भीड़ ने आगजनी की, मोटरसाइकलों में आग लगा दी गई, हम पर पथराव किया गया। हमारा एकमात्र उद्देश्य भीड़ को पीछे करना था ताकि इलाके में कानून-व्यवस्था बरकरार रखी जाए। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के साथ हमें कोई दिक्कत नहीं है।
सोशल मीडिया पर अलग-अलग विडियो तैर रहे हैं जिसमें दिल्ली पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि यूनिवर्सिटी परिसर में स्टूडेंट्स पर बल प्रयोग किया गया है। खुद यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने आरोप लगाते हुए कहा, पुलिस कैंपस में जबरन दाखिल हुई, उन्होंने कोई इजाजत नहीं ली थी। हमारे कर्मचारियों और स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की गई।

पुलिस ने बस पर नहीं छिड़की पेट्रोल
उधर, दिल्ली पुलिस ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान का भी जवाब दिया है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि दिल्ली पुलिस के संरक्षण में बसों में आग लगाई गई है। पुलिस ने कहा कि आरोप गलत हैं, वे लोग पानी डाल रहे थे।
दिल्ली पुलिस के अडिशनल पीआरओ अनिल मित्तल ने कहा, बस के पीछे के हिस्से में थोड़ी आग लगी हुई थी। जो कैन विडियो में दिख रहा है उसमें पानी था। उस वक्त पुलिसवालों को जो भी चीज हाथ लगी, उसी में पानी भरकर आग बुझाने की कोशिश की गई थी।