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इंदौर से उज्जैन होते हुए काशी के बीच जल्द चलाई जाएगी स्पेशल श्रेणी की ट्रेन: रेलमंत्री

उज्जैन प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों से मिलने का अवसर मिला, उनके अपनेपन और स्नेह से अभिभूत हूँ। उनके आग्रह पर इंदौर के प्रसिद्ध पोहे और चाय पर सभी के साथ इसका आनंद लिया

मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश में रेलवे परियोजनाओं की घोषणा के लिए केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने घोषणा की कि आईआरसीटीसी के तहत उज्जैन में महाकाल और वाराणसी में काशी विश्वनाथ में जाने के लिए एक निजी ट्रेन जल्द ही यहां (इंदौर) से शुरू की जाएगी।
रेलमंत्री ने कहा कि ट्रेन तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान करेगी और इंदौर में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी जो कि सबसे ‘स्वच्छ’ शहर है। रेल मंत्री ने बताया कि यह ट्रेन देश में चलने वाली 150 निजी ट्रेनों में शामिल होगी।

रेल के विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र का सहयोग बेहद जरूरी: गोयल
रेलवे क्षेत्र में बड़ा निवेश जुटाने को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अपनाए जाने पर जोर देते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिये निजी क्षेत्र का सहयोग बेहद जरूरी है। गोयल ने संवाददाताओं से कहा, (बुनियादी ढांचे की कमियों के चलते) कुछ यात्री गाड़ियां आज भी अशोक कुमार के गीत “रेलगाड़ी” की तर्ज पर छुक-छुक (धीरे-धीरे) करके चलती हैं। (निजी क्षेत्र की मदद से) हम देश भर में धीमी गति की रेलगाड़ियों का जमाना खत्म करके उसी तरह तेज रफ्तार से चलने वाली मेमू रेलगाड़ियां और बिजली चालित अन्य सवारी रेलगाड़ियां चला सकेंगे, जैसे मुंबई के उपनगरीय इलाकों में यात्री ट्रेनें चलायी जा रही हैं।
रेलमंत्री ने रेलवे को निजी क्षेत्र के लिये खोलने के प्रस्तावों की पैरवी करते हुए यह बात कही। इन प्रस्तावों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, (इन प्रस्तावों के खिलाफ) आम लोग हल्ला नहीं कर रहे हैं। शायद आपको कहीं और हल्ला दिख रहा है। लोग तो इस बात का स्वागत कर रहे हैं कि भारतीय रेल नये युग में प्रवेश कर रही है।
उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने देश भर में रेलवे ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण के जरिए यात्री गाड़ियों तथा मालगाड़ियों में सुविधाएं बढ़ाने के लिये अगले 12 साल में 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य तय किया है।
हालांकि रेलमंत्री ने रेलवे को निजी हाथों में चले जाने की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय रेल इस देश और इसके लोगों की धरोहर है और यह धरोहर आगे भी बनी रहेगी और रेलवे के सूत्र सरकार के ही हाथों में रहेंगे। मीडिया से बातचीत से पहले गोयल ने उज्जैन शहर में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए।