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कोरोना वायरस: महिलाओं के लिए अलग अस्पताल शुरू करेगी BMC

मुंबई: 21 दिनों के लॉकडाउन में बाद भी मुंबई में कोरोना वायरस का भय लोगों में बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण हर कोई डरा-सहमा हुआ है। लोगों को बेहतर इलाज देने के लिए प्रशासन भी निरंतर तैयरियों में जुटा है। इसी बीच बीएमसी ने मुंबई में कोरोना से प्रभावित महिलाओं को इलाज देने के लिए एक अलग अस्पताल शुरू करने का फैसला लिया है।
बता दें कि मुंबई में कोरोना के नए मामले हर रोज आ रहे हैं। फिलहाल देश में सबसे अधिक मरीज महाराष्ट्र, जबकि राज्य में सबसे अधिक मरीज मुंबई में भर्ती हैं। ऐसे में आने वाले समय मे अधिक से अधिक मरीजों को इलाज देने के लिए बीएमसी लगातर बेड्स की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसके लिए एक तरफ न केवल निजी अस्पतालों में बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं, बल्कि कोरोना मरीजों के लिए अलग से अस्पताल शुरू किए जा रहे हैं।
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश काकानी ने बताया कि हम एक अस्पताल केवल महिलाओं के लिए शुरू करना चाहते हैं। यहां केवल कोरोना से प्रभावित महिलाओं का इलाज होगा। इसके लिए बीएमसी के अस्पतालों को देखा जा रहा है। किसी एक पेरिफेरल अस्पताल में सभी बेड्स कोरोना मरीज के लिए रिजर्व रखे जाएंगे।
हम ऐसे अस्पताल देख रहें जो प्रसूति गृह के पास हों। प्रसूति गृह पास में होने से इसका काफी लाभ मिलेगा। हमने इसके पहले सेवन हिल्स को भी कोरोना के लिए डेडिकेट करने का फैसला लिया था। जहां 100 आइसोलेशन बेड्स केवल कोरोना मरीजों के लिए रहेंगे। इनमे से 30 बेड्स की सुविधा शुरू हो चुकी है।
सरकार के साथ ही विशेषज्ञों का भी मानना है कि कोरोना का इलाज मरीजों को एक जगह पर मिले। इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश देकर ऐसे अस्पतालों की पहचान करने को भी कहा है। मुंबई में फिलहाल कस्तूरबा ऐसा अस्पताल है, जो संक्रामक बीमारियों के लिए ही है।