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महाराष्ट्र: छात्रों के लिए ‘लर्न फ्रॉम होम’ की तैयारी करें अधिकारी: शिक्षामंत्री

मुंबई: महाराष्ट्र की स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने अपने विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे छात्रोंके लिए ‘लर्न फ्रॉम होम’ के विकल्प पर विचार करें।
गायकवाड ने कहा कि स्कूली विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान होने से बचाने के लिए ‘लर्न फ्रॉम होम’ यानि घर बैठे पाठ्यक्रम पूरा कर सकने के बारे में विकल्प सुझाएं। मंगलवार को गायकवाड ने कोरोना वायरस के मद्देनजर स्कूली शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली।
शिक्षामंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को घर बैठे पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए टीवी, रेडियो के माध्यम से पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध कराने के लिए नियोजन करें। इसके लिए प्रतिदिन पढ़ाई का प्रारूप तैयार किया जाए। शैक्षणिक काम के लिए तैयार किए गए ई-मटेरियल बालभारती व एससीईआरटी एक साथ उपलब्ध कराएं। इस दौरान गायकवाड ने गैर अनुदानित स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से दिए जाने वाले अनुदान के संबंध में उचित कार्यवाही के निर्देश दिए। वहीं राज्य के शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वंदना कृष्णा ने लॉकडाउन के समय विद्यार्थियों को किस प्रकार से ऑनलाइन शिक्षा दे जा सकती है इस बारे में अधिकारियों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दीक्षा एप, स्मार्ट फोन के माध्यम से अधिकारी अभिभावक और विद्यार्थियों तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने कक्षावार अभिभावकों और शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप तैयार करने के निर्देश भी दिए।

‘लर्न फार्म होम’ के लिए वेबसाइट पर कोर्स कांटेक्ट उपलब्ध
महाराष्ट्र बोर्ड के कक्षा 12 वीं के विद्यार्थी अब ‘लर्न फार्म होम’ यानि घर बैठे ही अपनी पढ़ाई पूरा कर सकेंगे। राज्य सरकार की ओर से कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम की सामग्री पीडीएफ रूप में वेबसाइट http://www.ebalbharati.in/पर ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई है। राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने सभी अधिकारियों को जूम एप के माध्यम से ऑनलाइन बैठक लेकर निर्देश दिया।
स्कूली शिक्षा विभाग ने कहा कि नया शैक्षणिक वर्ष शुरू होने से पहले विद्यार्थियों को दुकानों में पाठ्यक्रम की किताबें उपलब्ध होती है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते लागू तालाबंदी में विद्यार्थियों और अभिभावकों का घर से बाहर निकलना संभव नहीं है। इस लिए बालभारती की वेबसाइट पर विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की ई-सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इससे विद्यार्थी घर पर रह कर पढ़ाई कर सकेंगे। इसके अलावा रेडियो और टीवी के माध्यम से पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध कराने की संभावना तलाशी जा रही है।
ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई किताबों में मराठी, हिंदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, तर्कशास्त्र, सूचना और प्रौद्योगिकीविषय का समावेश है। इन सभी किताबों की सूची निम्न लिखित है। इसमें युवकभारती मराठी (मराठी),संस्कृत-अल्हाद (संस्कृत),पाली-पकासो (मराठी), अर्धमागधी- प्राकृत (मराठी), महाराष्ट्री प्राकृत (मराठी), युवकभारती- (हिंदी), युवकभारती- बंगाली (बंगाली), युवकभारती – अंग्रेजी (अंग्रेजी) युवकभारती- गुजराती (गुजराती), युवकभारती उर्दू (उर्दू),युवकभारती सिंधी (अरेबिक),युवकभारती सिंधी (देवनागरी),युवकभारती- कन्नड (कन्नड) युवकभारती- तेलुगु (तेलुगु) शिक्षणशास्र(मराठी, अंग्रेजी),पर्शियन-गुल्हा ए फारशी (उर्दू),अरेबिक- हिदायतुल अरेबिया (उर्दू), तर्कशास्र (अंग्रेजी) बालविकास(अंग्रेजी), भौतिकशास्र(अंग्रेजी), रसायनशास्र (अंग्रेजी), जीवशास्र (अंग्रेजी), गणित व संख्याशास्र (कला व विज्ञान भाग 1) (अंग्रेजी), गणित व संख्याशास्र (कला व विज्ञान भाग 2) (अंग्रेजी),गणित व संख्याशास्र (वाणिज्य भाग 1)(अंग्रेजी),गणित व संख्याशास्र (वाणिज्य भाग 2 ) (अंग्रेजी),पुस्तपालन व लेखाकर्म (मराठी, अंग्रेजी), सहकार (मराठी, अंग्रेजी), वाणिज्य संगठन व प्रबंधन (मराठी, अंग्रेजी), सचिवीय अभ्यास (मराठी, अंग्रेजी),अर्थशास्र (मराठी, अंग्रेजी),जलसुरक्षा व पर्यावरण शिक्षा (मराठी , अंग्रेजी), इतिहास (मराठी), राज्यशास्र (मराठी, अंग्रेजी), सूचना और प्रौद्योगिकी- विज्ञान (अंग्रेजी) की किताबें शामिल हैं।