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कोरोना संक्रमण से बचाव में बेहद उपयोगी साबित हो रहा ‘आरोग्य सेतु एप’

नयी दिल्ली: कोरोना महामारी का खतरा पूरे विश्व के साथ देश के लिए भी खतरा बन चुका है, तभी तो सरकार की ओर से इस बीमारी से बचाव को लेकर सभी तरह के जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से लांंच किए गए आरोग्य सेतु एप कोरोना संक्रमण से बचाव में बेहद कारगर साबित हो रहा है। अब केंद्र सरकार की ओर से आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के लिए विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
कोविड-19 के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए इस एप को डाउनलोड करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी निर्देश जारी कर दिया है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल ने विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी और महाविद्यालयों को पत्र भेजकर आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने का निर्देश दिया है।
काशी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. साहबलाल मौर्य ने विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी और छात्रों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने का निर्देश दिया है। कुलसचिव ने बताया कि एप डाउनलोड करने से कोरोना संक्रमण के बारे में समय से जानकारी मिल सकेगी। इससे आप खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे।

जानें आरोग्य सेतु एप के बारे में…
आरोग्य सेतु एप एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। अंग्रेजी और हिंदी समेत यह एप 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इंस्टॉल करने के बाद एप को खोलें और अपनी पसंदीदा भाषा को चुनें इनफॉर्मेशन पेज को ध्यान से पढ़ें और ‘रजिस्टर नाउ’ बटन पर टैप करें आरोग्य सेतु एप को ब्लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ेगी। एप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें एप तभी काम करता है जब आप अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर करते हैं और ओटीपी से उसे वेरिफाई करते हैं।
एक वैकल्पिक फॉर्म भी आता है जो नाम, उम्र, पेशा और पिछले 30 दिनों के दौरान विदेश यात्रा के बारे में पूछता है। एप हरे और पीले रंग के कोडों में आपके जोखिम के स्तर को दिखाता है। यह भी सुझाव देता है कि आपको क्या करना चाहिए। अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है और बताया जाता है कि ‘आप सुरक्षित हैं’ तो कोई खतरा नहीं है।
अगर आपको पीले रंग में दिखाया जाता है और टेक्स्ट बताता है कि ‘आपको बहुत जोखिम है’ तो आपको हेल्पलाइन में संपर्क करना चाहिए। एप पर आप ‘सेल्फ एसेसमेंट टेस्ट’ फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए ऑप्शन पर क्लिक करें और फिर एप चैट विंडो खोल देगा। इसमें यूजर की सेहत और लक्षण से जुड़े कुछ सवाल किए जाएंगे।