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बांद्रा प्रोटेस्ट: अफवाह फैलाने के आरोप में विनय दुबे को कोर्ट में पेश किया जाएगा

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने के बीच लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वे घरों में रहें। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें लेकिन महाराष्ट्र में इन निर्देशों के बावजूद लगातार कोरोना से संक्रमित और मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। उधर, मंगलवार शाम को बांद्रा स्टेशन के पास बड़ी संख्या में अपने-अपने घरों को जाने के लिए इकट्ठा हुई भीड़ को देखकर शासन-प्रशासन के भी होश फाख्ता हो गए। वहीं, इस भीड़ को जुटाने के पीछे अफवाह फैलाने वाले विनय दुबे नाम के शख्स को हिरासत में लेने के बाद अब गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
दुबे पर ऐपिडेमिक डिसीज ऐक्ट की धारा 3 और आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270, 505 (2) के तहत कार्रवाई की गई गई है। उसे बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।

कौन है विनय दुबे?
35 वर्षीय विनय दुबे उत्तर भारतीय महापंचायत संस्था के अध्यक्ष हैं। नवी मुंबई के ऐरोली में रहने वाले विनय वैसे मूलतः उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से हैं और वहां कालीन निर्यात का व्यापार भी है।
बारहवीं पास विनय दुबे ने नवी मुम्बई के एक महाविद्यालय से बैचलर इन इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी शुरू की थी। काफी सक्रिय भूमिका में दुबे ने अपनी पहचान उत्तर भारतीयों के मसीहा के रूप में बनाई। चाहे मनसे का उत्तर भारतीयों के प्रति मारपीट, आक्रामक रवैये, सब्जीवालों को मारना, भगाना रहा हो, विनय ने उत्तर भारतीयों के साथ मिलकर मोर्चा निकाला, कभी आजाद मैदान में तो कभी सड़कों पर।
2 दिसंबर 2018 को अचानक विनय की राजनीतिक गतविधियों में एक नया मोड़ आया जब मनसे प्रमुख राज ठाकरे को उत्त्तर भारतीय मंच पर बुलाकर सम्मान दिया। अवसर था ‘उत्तर भारतीय महापंचायत’ द्वारा आयोजित कांदिवली में राज ठाकरे के साथ संवाद का।
इसके बाद विनय को लगा कि उत्त्तर भारतीयों के साथ ही मराठी मानुस को भी वह आकर्षित कर लेंगे क्योंकि राज ठाकरे के रूप में महाराष्ट्र की दिग्गज हस्ती को मंच पर लाकर सम्मनित कर चुके हैं।
विनय दुबे 2019 का लोकसभा चुनाव कल्याण पूर्व से निर्दलीय लड़े पर बुरी तरह से हार गए। इन सबके बाद तो जैसे भाजपा विरोधी, मोदी विरोधी कॉम्पैन का सिलसिला विनय ने शुरू कर दिया। नागरिकता संशोधन कानून CAA, NRC, NPR का पुरजोर विरोध किया।

बांद्रा वाली भीड़ में विनय का क्या रोल?
विनय का फेसबुक खंगालने पर पुलिस को पिछले 3,4 दिनों से लगातार विनय द्वारा अपलोड किए वीडियो मिले जिसे पचास हजार लोगों ने देखा है। ये सब वीडियो कई यूटूब चैनल वाले अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए अपने- अपने चैनल पर अपलोड भी किया है।
वीडियो में विनय केंद्र और राज्य सरकारों से अपील करते हैं कि 15 अप्रैल तक सभी प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेजने का प्रबंध किया जाए, सभी मज़दूर भाई कुर्ला टर्मिनस के पास एकत्रित हों और सरकार पर दबाव बनाएं। इस वीडियो में विनय ने सरकार को भी धमकाया कि यदि ऐसा नही हुआ तो वह सभी मजदूर भाइयों को साथ लेकर 20 अप्रैल से पैदल ही गांव जाएंगे। और उन्हें उनके घर छोड़कर वापस मुंबई आ जायेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र सम्बोधन के बाद विनय दुबे ने दोपहर 1 बजे फेसबुक लाइव में लोगो को भड़काने का भी काम किया।
इस बीच विनय ने यह भी कहा कि 40 बसें वह चलवाना चाहते हैं ताकि लोग अपने गांव पहुंच जाएं, पर राज्य सरकार आदेश नहीं दे रही है। जिसे लेकर देशव्यापी मजदूर आंदोलन किया जाएगा।
विनय ने 18 अप्रैल को सभी मजदूर भाइयों को कुर्ला टर्मिनस पर एक साथ जमा होने का आवाहन भी किया था। लॉकडाउन उल्लंघन, अफवाह फैलाने जैसे कई नियमों का उल्लंघन, नागरिकों को एकत्र जमा करना इत्यादि अपराधों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

नवी मुंबई पुलिस उपायुक्त पंकज दहाने के अनुसार, विनय को रात में ही ऐरोली से गिरफ्तार किया गया और उसे बांद्रा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। उसे बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
बता दें कि एक ओर जहां राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हाथ जोड़कर अपील कर रहे हैं कि कही मत जाइए, यह आपका देश है, यहां आपका पूरा ध्यान रखा जाएगा। 6 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को सुबह का नाश्ता, दो वक्त का खाना दिया जा रहा है। डॉक्टर भी निगरानी में रखे गए हैं। ऐसे में मजदूर भाई क्यों चिंता कर रहे हैं?
सीएम ठाकरे ने बांद्रा की घटना के तुरंत बाद फेसबुक लाइव आकर जनता से राजनीति का शिकार न होते हुए सहयोग की अपील की है।