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नहीं खुलेंगी शराब की दुकानें, उत्पादन शुल्क विभाग के निर्णय से टूटा ठाणे के मदिरा प्रेमियों का दिल

मुंबई: देश में कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए लॉकडाउन को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। देश में दूसरे चरण का लॉकडाउन 3 मई तक था, लेकिन गृह मंत्रालय ने इसे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया है। हालांकि इसमें कुछ रियायत भी दी गई हैं। लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब और पान की दुकानें खोलने के निर्देश दिए गए। शराब की दुकान खुलने की खबर मिलते ही देशभर में शराब के शौकीनों की जैसे लॉटरी निकल पड़ी है।
मुंबई और ठाणे में कई जगहों पर सोमवार सुबह से ही शराब को खरीदने के लिए लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दीं। शराब की दुकानों के बाहर सड़कों पर लगी लंबी लाईन में बेवड़े धक्का-मुक्की करते देखे गए। कई जगहों पर पुलिस को कड़ी मशक्क्त करनी पड़ी। लेकिन इसी बीच उत्पादन शुल्क विभाग एवं मनपा के बीच फैसले पर दो मत होने से ठाणे के पियक्क्ड़ों का दिल टूट गया है। सरकार के निर्णय के विपरीत सभी मनपा आयुक्तों ने शराब की दुकानों को न खोलने का निर्णय लेकर उनका दिल तोड़ दिया। मनपा अधिकारी यह निर्णय जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लेने का दावा कर रहे हैं।
बता दें कि राज्य सरकार ने आर्थिक मंदी को ध्यान में रखकर शराब की दुकानों को खोलने का निर्णय तो लिया लेकिन दुकानें खोलनी हैं या नहीं इसका आखिरी निर्णय मनपा आयुक्तों के ऊपर छोड़ दिया था। ठाणे जिले में कुल 6 महानगरपालिकाओं का समावेश है। सोमवार को सभी मनपा आयुक्तों और एक्साइज विभाग की देर शाम बैठक हुई, जिस पर चर्चा के दौरान सभी 6 महानगरपालिकाओं में शराब की दुकानें न खोलने का निर्णय लिया गया है। इतना ही नहीं, ठाणे जिले के केवल कुछ ग्रामीण भागों में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। उत्पादन शुल्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ठाणे जिले के अंतर्गत आनेवाली सभी महानगरपालिकाओं में कुल 430 कंटेन्मेंट जोन हैं। यदि इन जगहों पर शराब की दुकानें खोली जाती हैं तो कोरोना वायरस की फैलने संभावना बढ़ जाएगी। इसलिए बैठक में ठाणे जिले के शहरी भागों में शराब की दुकानें बंद रखने का ही निर्णय लिया गया। वहीं जिले के ग्रामीण भाग में भिवंडी स्थित कोनगांव, काल्हेर आदि जगहों पर दुकानें खुलेंगी। सभी मनपा आयुक्तों ने कोरोना के खतरे को भांपकर शहरी भागों में शराब की दुकानें न खोलने के निर्णय से लोग उदास भी नजर आ रहे हैं।

शराब की कीमतें वही रहेगी
बता दें कि जिन जगहों पर शराब की दुकानें खुलेंगी वहां जिस दाम में शराब बेची जाती थी, उसी दाम में शराब बेची जाएगी। शराब की कीमतों को नहीं बढ़ाया गया है।

मदिरा प्रेमियों ने किया कई दिनों का स्टॉक
42 दिनों बाद शराब की दुकानें फिर से खुली तो ऐसे में कई दिनों से इंतजार कर रहे शराब प्रेमियों ने अपनी क्षमता से ज्यादा शराब खरीदी और स्टॉक कर लिया। बताया जा रहा है कि लोगों को आशंका थी कि फिर से दुकानें बंद कर दी जाएगी, इसी डर से लोगों ने क्षमता से ज्यादा खरीदकर अपने घर पर स्टॉक जमा कर लिया।