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कोरोना संकट: गणेशोत्सव पर कोरोना का साया, इस बार नहीं होंगे बप्पा के प्रत्यक्ष दर्शन!

जीएसबी सेवा मंडल गणेशोत्सव -2019 (फाइल फोटो)

मुंबई, (राजेश जायसवाल): कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए माटुंगा के किंग्ज सर्कल में गौड़ सारस्वत ब्राह्मण सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति (जीएसबी) सेवा मंडल के ट्रस्टी आर. जी. भट्ट ने ‘नेटवर्क महानगर’ से हुई बातचीत में कहा कि कोरोना के मद्देनज़र मंडल ने निर्णय लिया है कि इस साल गणपति उत्सव बिलकुल सादगी से मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विगत ६५ वर्षों से हम गणपति उत्सव काफी धूमधाम से मनाते आये हैं, परन्तु ६६ वां गणेशोत्सव कोरोना काल में जारी सरकारी आदेशों का पालन करते हुए मनाने का निर्णय लिया गया है।

जीएसबी सेवा मंडल के ट्रस्टी आर जी भट्ट

आर.जी भट्ट ने बताया कि मंडल पांच दिन के लिए बप्पा की प्रतिमा स्थापित करता है और हम इस बार मंडल के खर्चे से पंडाल के अंदर ही एक कृतिम तालाब बनाकर बप्पा का विसर्जन करेंगे। गिरगावं चौपाटी लेकर नहीं जायेंगे। मंडल सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनेटाइजिंग के अलावा सभी सरकारी गाइडलाइंस का अनुसरण के लिए सरकार के साथ है।

उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से निवेदन किया है कि हमें प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सिर्फ बप्पा की उतनी ही बड़ी मूर्ति स्थापित करने की अनुमति प्रदान करें। बाकी हम सरकार के सभी आदेशों का पालन करते हुए बिलकुल सादगी से गणेशोत्सव मनाएंगे। हम भक्तों को पंडाल में आने की अनुमति नहीं देंगे। मंडल की वेबसाइट www.gsbsevamandal.org पर पारंपरिक पूजा विधि से लेकर बप्पा के दर्शन का लाइव प्रसारण करेंगे, जिससे लोग घर बैठकर इसका पूरा लाभ उठा पाएंगे।

उन्होंने बताया कि हमारे लिए सबसे मुश्किल हो जायेगा बाप्पा की 4 फीट छोटी मूर्ति पर भक्तों द्वारा चढ़ाएं गए मन्नत के गहने उन्हें पहनाना। जिससे बप्पा की सजावट और आकर्षण बना हुआ होता है।

बता दें कि मुंबई का मशहूर और प्रतिष्ठित गणपति मंडल ‘जीएसबी सेवा मंडल’ पारंपरिक ‘पूजा’ और प्रतिवर्ष किये जाने वाले विविध सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों के लिए जाना-पहचाना जाता है। यहाँ प्रतिदिन लाखों की संख्या में गणेश भक्त दर्शन के लिए आते हैं।

गणेशोत्सव के लिए विशाल मूर्ति नहीं!
मुंबई में विशाल मूर्ति के लिए विख्यात गणपति मंडल ‘लालबागचा राजा सार्वजानिक गणेशोत्सव मंडल’ ने निर्णय लिया है कि इस साल गणपति उत्सव नहीं मनाया जाएगा। ‘लालबाग के राजा’ के लिए अब तक के 86 साल के इतिहास में पहली बार 11 दिवसीय गणेशोत्सव के लिए विशाल मूर्ति नहीं आएगी। ‘पारंपरिक पूजा’ और अन्य कार्यक्रमों के लिए करीब 4 फीट की एक छोटी मूर्ति ही स्थापित की जाएगी।
बता दें कि लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा गणेशोत्सव का पर्व पिछले 127 साल से आयोजित किया जा रहा है। मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने संवाददाताओं से कहा कि इस साल हम गणेशोत्सव को ‘आरोग्योत्सव’ के रूप में मनाएंगे। इस दौरान ब्लड और प्लाज्मा दान करने के लिए कैंप लगाएंगे।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा कोविड-19 महामारी के मद्देनजर गणेशोत्सव 2020 को अधिक श्रद्धा और कम धूमधाम से मनाने की अपील के चलते यह निर्णय लिया गया है। सरकारी आदेशों के चलते ज्यादातर ‘गणेश मंडल’ भक्तों के लिए ऑनलाइन आरती, पूजा और दर्शनों की व्यवस्था करेंगे।

‘लालबागचा राजा सार्वजानिक गणेशोत्सव मंडल’ मंडल के सचिव सुधीर साल्वी