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CM योगी का ऐलान- शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी

कानपुर पुलिस लाइन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद आठ पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी!

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों के परजिनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की है कि प्रत्येक परिवार से एक-एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही साथ असाधारण पेंशन की व्यवस्था भी की जाएगी। हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पर हुई फायरिंग में आठ जवानों की शहादत के बाद मुख्यमंत्री योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या घटना स्थल पर पहुंचे हैं। यहां पर डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी समेत तमाम आला पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
कानपुर पहुंचने के बाद सबसे पहले सीएम योगी ने शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने सभी के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। सीएम योगी और डिप्टी सीएम घायल पुलिसकर्मियों को देखने के लिए अस्पताल भी पहुंचे और उनका हाल जाना। सीएम ने कहा कि हमारे 8 जवानों की मौत हुई है और दो बदमाश भी मारे गए हैं। हमारे पुलिसकर्मियों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।

दरअसल, कानपुर में देर रात हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। चार पुलिसकर्मी घायल भी हैं। घटना कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव की है। यहां पुलिस बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई थी। वहीं बाद में पुलिस ने हमला करने वाले दो बदमाशों को मार गिराया है। अभी भी मुठभेड़ जारी है और विकास दुबे की तलाश की जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है और बदमाशों को तुरंत पकड़ने के आदेश दिए हैं।
इसी बीच बताया जा रहा है कि पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे और उसके भाई के लखनऊ स्थित आवास पर दबिश दी है। यहां से पुलिस ने विकास दुबे के भाई की पत्नी को हिरासत में ले लिया है। हालांकि विकास दुबे के खिलाफ पुलिस का अभियान अभी भी जारी है। पुलिस ने इस मुठभेड़ में शामिल दो बदमाशों को मार गिराया। बताया जा रहा है कि दोनों विकास दुबे के रिश्तेदार हैं। एक मामा है तो दूसरा चचेरा भाई।

विकास दुबे की मौत को लेकर उड़ी अफवाह
वहीं कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ने लगी कि विकास दुबे भी मारा गया है। लेकिन कानपुर पहुंचे यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने इस बात से साफ इंकार किया कि विकास मारा गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर पर औरैया एसपी सुनीत हतप्रभ ने कहा कि पुलिस के काम को डाइवर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी विकास को पकड़ने के लिए प्रयासरत हैं, जिसने भी फर्जी एनकाउंटर की खबर फैलाई है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अफवाह पर ध्यान ना देने की भी बात कही।

मिली जानकारी के मुताबिक, हमलावर बदमाशों ने पुलिस टीम पर AK-47 से गोलियां बरसाईं थीं। वहीं, अपराधियों को दबोचने के लिए एसटीएफ की टीमें जुट गई हैं। डीजीपी पुलिस के मुताबिक पुलिस टीम पर ये हमला पूर्वनियोजित षडयंत्र था। फोरेंसिक टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।

आरोपी विकास दुबे के भाई और मामा को पुलिस ने मार गिराया
कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीओ और शिवराजपुर एसओ सहित सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद हाे गए। आधी रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर छत और खिड़कियों से फायरिंग की गई। इस घटना मे कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी है। शुक्रवार सुबह तक जारी मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे के दो रिश्तेदार को ढेर कर दिया है। बताया जा रहा है विकास का मामा और चचेरे भाई मुठभेड़ में मारे गए हैं।

आसपास जिलों की सीमाएं सील
पुलिस ने कानपुर मंडल के कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। जीटी रोड पर स्थित गांव में हुई घटना के बाद से जीटी रोड पर जगह-जगह बैरियर लगाकर हो रही है संघन तलाशी ली गई। वहीं फॉरेंसिंक टीमें भी घटनास्थल पर जांच पड़ताल के लिए पहुंची है। अपराधी विकास के घर को चारों तरफ पुलिस तैनात कर दिया गया है।

विकास दुबे के बहनोई को पुलिस ने हिरासत में लिया
घटना के बाद शुक्रवार सुबह शिवली पुलिस ने विकास दुबे के बहनोई दिनेश तिवारी को हिरासत में ले लिया है। उनके घर में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दिनेश व उनके परिवार के लोगों की गतिविधियों को पुलिस ने चेक किया।

ADG बोले: पुलिस से हुई बड़ी चूक
घटनास्थन का दौरा करने के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि बदमाश विकास दुबे के घर गुरुवार रात दबिश देने गई पुलिस पर बदमाश हावी हो चुके थे, पुलिस टीम बिना तैयारी गई थी। उसे अंदाजा ही नहीं था कि विकास और उसके साथी असलहों के साथ अंदर हैं। यही चूक भारी पड़ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से सीधे घटनास्थल पुहंचे प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में पुलिस की तरफ से चूक हुई है। वह जल्द ही सीएम को अपनी रिपोर्ट देंगे। मामले की उच्च स्तरीय जांच होगी। अब एसटीएफ के साथ कई टीमें लगी हैं।

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (फाइल फोटो)

विकास की मां बोलीं- राजनीति ने बेटे को बर्बाद कर दिया, अब उसे भी मार डालो
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की चप्पे-चप्पे में तलाश की जा रही है। उधर, विकास दुबे की मां का कहना है कि राजनीति ने सब बर्बाद कर दिया है। कोई कहता था कि इस पार्टी में आ जाओ तो कोई कहता कि यहां आ जाओ। वह कहती हैं कि विकास को अब देखते ही मार दिया जाए।
लड़के (पुलिसकर्मी) आए थे, उन्होंने हमें बताया कि विकास ने यह सब कर डाला। विकास को अब मार डालो। दूसरे की आत्मा दुखी की है, अब उसे भी मार देना चाहिए। विकास पहले ऐसा नहीं था। हमने इसे पीपीएन कॉलेज में पढ़ाया था। इसकी नौकरी लग रही थी एयरफोर्स में, फिर नेवी में। इसे गांव वालों और राजनीति ने बर्बाद कर डाला। पहले ये पांच साल जनता पार्टी में रहा क्योंकि हरिकिशन उस पार्टी में था। फिर हरिकिशन बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) में आ गए तो यह भी आ गया। फिर यह पांच साल से समाजवादी पार्टी (एसपी) में था।

स्थान: बिकरू गाँव (विकास दुबे का घर)

आरोपियों की चप्पे-चप्पे में तलाश
पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक अपराधी ने गुरुवार रात को मुठभेड़ के बाद पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन ले गए, जिनमें एके 47 राइफल, एक इंसास राइफल, एक ग्लाक पिस्तौल तथा दो नाइन एमएम पिस्तौल शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार सुबह मारे गए दोनों अपराधियों में से एक के पास से पुलिस से लूटा गया एक हथियार बरामद कर लिया गया है। कुछ आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिनकी तलाश पुलिस के साथ एसटीएफ भी कर रही है।