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महेंद्र सिंह धोनी को ”मैन ऑफ द सीरीज”

टीम जहां चाहेगी वहां बल्लेबाजी करूंगा: धोनी

भारत ने मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। महेंद्र सिंह धोनी 114 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 87 रन बनाकर नाबाद लौटे। यह इस सीरीज में उनका लगातार तीसरा अर्धशतक था। इससे पहले सिडनी में खेले गए पहले वनडे मैच में उन्होंने 51 और एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे मैच में नाबाद 55 रन बनाए थे। केदार जाधव ने चौके के साथ भारत को जीत दिलाई। वह 57 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 61 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारत के सामने जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य था, जो उसने 4 गेंद शेष रहते 3 विकेट गंवाकर बनाकर हासिल कर लिया। युजुवेंद्र चहल को ‘मैन ऑफ द मैच ‘ (10 ओवर में 42 रन देकर 6 विकेट) चुना गया।

मैच में टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कप्तान विराट कोहली के इस फैसले को भुवनेश्वर कुमार ने सही साबित करते हुए तीसरे ओवर में ही ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एलेक्स कैरी (5) को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। स्पिल में विराट कोहली ने उनका अच्छा कैच लपका। इसे बाद भुवनेश्वर ने 9वें ओवर में ऑरोन फिंच को (14) इस सीरीज में लगातार तीसरी बार आउट ​कर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दे दिया। इसके बाद शॉन मार्श और उस्मान ख्वाजा ने तीसरे विकेट के लिए 73 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया। यहां से युजवेंद्र चहल ने गेंद से अपना करतब दिखाना शुरू किया और तीन गेंद के अंदर शॉन मार्श (39) और उस्मान ख्वाजा (34) को पवेलियन भेज ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 4 विकेट पर 101 रन कर दिया।

इन दो झटकों के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम संभल नहीं पाई और नियमित अंतराल पर अपने विकेट गंवाती रही। युजवेंद्र चहल ने कुल 6 विकेट झटककर ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापसी का मौका नहीं दिया। इस बीच पीटर हैंड्सकॉम्ब ने संघर्ष करते हुए 63 गेंदों में 2 चौकों की मदद से 58 रन की पारी खेली। मार्कस स्टोइनिस ने 10, ग्लेन मैक्सवेल ने 26, जाय रिचर्ड्सन ने 16 और पीटर सीडल ने 10 रन का योगदान दिया। बिली स्टेनलेक अपना खाता भी नहीं खोल सके। युजवेंद्र चहल के अलावा मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार ने 2-2 विकेट झटके। जवाब में भारत की शुरूआत भी खराब रही और 15 रन के स्कोर पर रोहित शर्मा पीटर सीडल की गेंद पर स्लिप में शॉन मार्श के हाथों लपके गए। उन्होंने 17 गेंदों का सामना करने के बाद 1 चौके की मदद से 9 रन बनाए।

महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव ने भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया :
रोहित के आउट होने के बाद शिखर धवन भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और 46 गेंदों का सामना करने के बाद बिना किसी बाउंड्री के 23 रन बनाकर मार्कस स्टोइनिस की गेंद पर उन्हीं को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। यहां से कप्तान विराट कोहली ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर टीम का स्कोर 113 रन तक ले गए। इन दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी हुई। विराट जब विकेट पर 46 रन बनाकर अपनी निगाहें जमा चुके थे, तभी जाय रिचर्ड्सन की गेंद पर विकेट के पीछे एलेक्स कैरी को कैच दे बैठे। उन्होंने अपनी पारी में 62 गेंदों का सामना किया और 3 चौके लगाए। इस तरह भारत को जीत के लिए 118 रन की दरकार थी और 120 गेंदें बची हुई थीं। यहां से धोनी ने केदार जाधव के साथ मोर्चा संभाला और भारत को कोई और झटका लगे बिना लक्ष्य तक पहुंचाया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए नाबाद 121 रनों की साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पीटर सीडल, मार्कस स्टोइनिस और जाय रिचर्ड्सन को 1-1 सफलता मिली।