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ट्रायल के लिए काशी पहुंची’वंदेभारत एक्सप्रेस’ कैंट स्‍टेशन पर उमड़ी लोगों की भीड़

वाराणसी , पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को देश की राजधानी नयी दिल्ली से जोडऩे वाली ऐतिहासिक वंदे भारत एक्सप्रेस (टी-18) अपने ट्रायल रन पर आठ घंटे में कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। नई दिल्ली से सुबह छह बजे छूटकर यह गाड़ी ठीक 8 घंटे 42 मिनट में बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां ट्रायल रन के दौरान ट्रेन में लखनऊ आरडीएसओ के मेजर प्रशांत सिंह की चार सदस्यीय टीम, उत्तर मध्य रेलवे के सीनियर डीओपी आरए जमाली व परिचालन विभाग के अफसर मौजूद थे। रेलवे बोर्ड के अधिकारी तेज प्रताप सिंह और डीआरएम एनआर सतीश कुमार भी वंदेभारत एक्सप्रेस की आगवानी के लिए कैंट स्टेशन पर मौजूद रहे। उम्‍मीद जताई जा रही है कि हाईस्पीड ट्रेन के ट्रायल के दौरान प्रयागराज से रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी सवार हो सकते हैं। हालांकि अपर मंडल रेल प्रबंधक रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने ट्रेन के ट्रायल से संबंधित कोई जानकारी होने से इंकार किया। हालांकि ट्रेन के भीतर की सुविधाओं सहित विभिन्‍न तकनीकी पहलुओं की भी जानकारी लेने अधिकारियों का दल मौके पर मौजूद रहा।
एक साथ दो ट्रायल से गुजरेगी ट्रेन : देश की पहली मेक इन इंडिया ट्रेन एक साथ दो ट्रायल से गुजरेगी। इसके लिए लखनऊ आरडीएसओ की एक टीम गुरुवार को ही नई दिल्ली रवाना हो गई थी। टीम का नेतृत्व आरडीएसओ के निदेशक मेजर प्रशांत सिंह करेंगे। यह गाड़ी दिल्ली से बनारस के बीच कंफामेट्री ऑक्सीलेशन ट्रायल से गुजरेगी। इससे ट्रेन का टाइम टेबल तय करने में मदद मिलेगी।
टाइम लाइन :-
नयी दिल्ली-सुबह 06.00 बजे
कानपुर- सुबह 10:20 बजे
प्रयागराज-दोपहर 12:35 बजे
वाराणसी-दोपहर 14:42 बजे
तीन काशन से गुजर कर आई वंदे भारत : प्रयागराज से बनारस आते समय वंदे भारत एक्सप्रेस को तीन काशनों से गुजरना पड़ा। रेल अफसरों के मुताबिक इन काशनों को स्थाई काशन कहा जाता है। इनमें ब्लाक हट बी से व्यासनगर आने में एक डिग्री का कर्व होने के कारण ट्रेन की गति 50 किमी प्रति घंटे रखी गई। वहीं व्यासनगर के यार्ड मोड़ पर ट्रेन की गति 70 किमी प्रति घंटे रखी गई। वहीं 100 साल पुराने मालवीय ब्रिज से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आई। यह ट्रेन चुनार के पास पास के लिए करीब 15 मिनट रोकी गई।

प्रयागराज के लोको पायलट ने थामी कमान : वंदेभारत एक्सप्रेस को दिल्ली से बनारस लाने की जिम्मेदारी उत्तर मध्य रेलवे मंडल के आरके सिंह और सलीम अहमद ने संभाली। दोनों का नेतृत्व मुख्य लोको पायलट राम प्रकाश जी ने किया। वहीं संरक्षा के लिहाज से मुख्य लाइन निरीक्षक पीके मिश्रा ने किया।

97 करोड़ में बनी विश्वस्तरीय ‘मेक इन इंडिया ट्रेन’ : वंदे भारत एक्सप्रेस के सभी डिब्बों में विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें बैठने के लिए 180 डिग्री रिवाल्विंग चेयर, धूल से मुक्त रखने वाले सीट कवर हैं। ट्रेन में हवाई जहाज की तर्ज पर आटोमैटिक एलईडी लाइटें लगी हुई हैं। जो दिन व रात की रोशनी के हिसाब से कम ज्यादा रोशनी देंगी। ट्रेन के सभी कोच मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर आपस में सील हैं, इसमें बाहरी हवा का प्रवेश नहीं हो सकता है। इसकी वजह से एसी कूलिंग सिस्टम भी ज्यादा कारगर साबित रहेगा।