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ममता के समर्थन में आए विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर बोला हमला..

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने कहा – आपातकाल से भी बुरी स्थिति

नयी दिल्ली , पश्चिम बंगाल में शारदा चिट फंड की जांच से जुड़े मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ के लिए रविवार को सीबीआई टीम के पहुंचने के बाद धरने पर बैठी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया है और मोदी सरकार पर एक साथ निशाना साधा है। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को हुई घटना में आईपीएस अधिकारियों की भूमिका पर रिपोर्ट तलब की है, वहीं राज्यपाल से पूरी घटना की जानकारी लेने के लिए बातचीत भी की। गृह मंत्रालय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चल रहे पूरे घटनाक्रम की निगरानी की जा रही है।

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, जिस दिन से बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई है, उन्होंन देश के लिए काम करने पर कम ध्यान दिया और विपक्षी दलों को हटाने पर लगी है। पिछले 5 सालों से उनका यही लक्ष्य रहा है। देश में बीजेपी से ज्यादा कोई और भ्रष्ट पार्टी नहीं है।

पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने इस पूरे घटनाक्रम पर कहा कि यह जांच एजेंसी का सीधा दुरुपयोग है। उन्होंने कहा, सीबीआई कल कोलकाता पुलिस कमिश्नर को गिरफ्तार करने गई थी, यह सीबीआई का दुरुपयोग है। यह आपातकाल से भी बुरा है। जिस तरीके से बीती रात से (पश्चिम बंगाल में) घटनाएं सामने आ रही हैं यह दिखाता है कि सीबीआई का उपयोग कर पीएम ने अत्युक्ति किया है। यह उनकी मदद नहीं करेगा।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो कुछ भी पश्चिम बंगाल में किया, वह बहुत खतरनाक है और संविधान व लोकतंत्र के खिलाफ है। हर राज्य की अपनी चुनी हुई सरकार है, अगर प्रधानमंत्री सीबीआई और ईडी को इस तरह भेजकर अधिकारियों को डराने की कोशिश करते हैं तो यह देश सुरक्षित नहीं रहेगा।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘पश्चिम बंगाल के अलावा ऐसी चीजें दूसरे राज्यों में भी हो रही है। बीजेपी और केंद्र सरकार ने चुनाव नजदीक आते ही सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। न सिर्फ मैं, न सिर्फ समाजवादी पार्टी बल्कि सभी राजनीतिक दल ऐसा कह रहे हैं। उन्होंने कहा, पहले सीबीआई विवाद हुआ, केंद्र सरकार सीबीआई निदेशक से डरी हुई थी और अब वे सीबीआई का इस्तेमाल सबको डराने के लिए कर रहे हैं। किसने संस्थानों का दुरुपयोग किया है? अगर किसी ने संस्थाओं का राजनीतिकरण किया है तो वह बीजेपी है।


शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, अगर पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों की मुख्यमंत्री धरने पर बैठी हैं तो यह एक गंभीर मामला है। क्या सीबीआई vs ममता बनर्जी है या ममता बनर्जी vs बीजेपी है, हम जल्द पता लग जाएगा। अगर सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है, यह देश की प्रतिष्ठा और एजेंसी की गरिमा का सवाल है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकर ने ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार को निरंकुश और तानाशाही बताया। उन्होंने कहा कि हम केंद्र की निरंकुश सरकार के खिलाफ ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा और समर्थन करते हैं।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दिल्ली में हम विपक्षी पार्टी के नेताओं से बातचीत करेंगे और राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए एक ड्राफ्ट बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले महीने कोलकाता में विपक्ष की रैली की सफलता को देखते हुए बीजेपी सरकार ममता बनर्जी के खिलाफ बदले की कार्रवाई कर रही है। ममता के समर्थन में उन्होंने कहा, हर किसी को पश्चिम बंगाल में हो रही इन घटनाओं का विरोध करना चाहिए। हाल ही में अखिलेश और मायावती के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे और ममता बनर्जी के खिलाफ बदला लिया जा रहा है। बीजेपी सभी विपक्षी नेताओं के खिलाफ नए केस खोलकर आनंद ले रही है।

विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ममता बनर्जी के समर्थन में आए और उन्होंने कहा, उनका (ममता बनर्जी) आरोप सही है। देश खतरे में है क्योंकि यह तानाशाही बनता जा रहा है। वे (केंद्र सरकार) देश के मास्टर नहीं हैं, बल्कि जनता है।


जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीबीआई जैसे संस्थानों को इस्तेमाल राजनीतिक लाभ को साधने के लिए किया जा रहा है। इससे पहले हमने देखा कि अखिलेश यादव और मायावती के मामले में क्या हुआ था। जम्मू-कश्मीर में हमें एनआईए का अनुभव है। मौजूदा संकट में मेरी पार्टी और मैं ममता जी के साथ हैं। अगर ऐसी चीजें होती रही तो इसका प्रभाव हमारे संघीय व्यवस्था में केंद्र-राज्य संबंधों पर पड़ेगा।