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महाराष्ट्र: देवेंद्र फडणवीस ने तन्मय के कोरोना वैक्सीन लगवाने पर दी सफाई, कहा- यह अनुचित है…बोले- दूर का रिश्ता है

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने अपने एक रिश्तेदार की वायरल हो रही तस्वीर पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने रिश्तेदार तन्मय फडणवीस कोविड-19 का टीका लगवाने की बात को पूरी तरह अनुचित बताया है.
पूर्व सीएम फडणवीस के रिश्तेदार की वैक्सीन लगवाते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इस तस्वीर के सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. कांग्रेस पार्टी समेत कई नेताओं ने 45 साल से कम उम्र के रिश्तेदार को वैक्सीन मिलने पर सवाल उठाए थे. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में तन्मय उम्र के लिहाज से 25 साल के बीच के दिखाई दे रहे है.
इस फोटो में दावा किया जा रहा है कि तन्मय फडणवीस नागपुर के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में वैक्सीन का दूसरा डोज ले रहे हैं. खास बात है कि देश में जारी टीकाकरण के इस चरण में 45 साल से ज्यादा के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. तन्मय भाजपा नेता और पूर्व मंत्री शोभाताई फडणवीस के पौत्र हैं. शोभाताई देवेंद्र फडणवीस की रिश्तेदार हैं. जिसके बाद यहां देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि अगर आयु पात्रता के नियम का उल्लंघन किया गया है तो यह पूरी तरह अनुचित है और सभी को नियमों का पालन करना चाहिए.
वैसे अपने आक्रामकता शैली से लगातार महाराष्ट्र सरकार को घेर रहे पूर्व सीएम फडणवीस ने इस मामले से दूरी बनाने का प्रयास किया. पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति तन्मय फडणवीस मेरे दूर के रिश्तेदार हैं और मुझे जानकारी नहीं है कि उन्होंने किस श्रेणी के तहत टीका लगवाया है. उन्होंने कहा- ‘अगर वह टीकाकरण के लिए पात्र हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है और यदि वह पात्र नहीं हैं तो यह पूरी तरह अनुचित है.’
फडणवीस ने आगे कहा ‘यहां तक कि मेरी पत्नी और बेटी को भी अब तक वैक्सीन नहीं मिली है…सभी को नियमों का पालन करना चाहिए.’ इतना ही नहीं इस मामले पर पूर्व सीएम की पत्नी अमृता फडणवीस ने भी नाराजगी दर्ज कराई है. उन्होंने कहा है कि कोई भी नियम और कानून से ऊपर नहीं है.
इस पर महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी फडणवीस को आड़े हाथों लिया है. पार्टी ने मराठी में ट्वीट किया- ‘मोदी सरकार ने 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को केवल टीका लगाने के लिए यह शर्त रखी है. ऐसी स्थिति में 45 साल से कम उम्र के फड़नवीस के भतीजे का टीकाकरण कैसे हो सकता है? भाजपा नेताओं के परिवारों का जीवन महत्वपूर्ण है. क्या उनका जीवन कुछ भी नहीं है!