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पुलवामा हमले का सेना ने लिया बदला, मुठभेड़ में ढेर हुआ मास्टरमाइंड रशीद गाजी

श्रीनगर, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में बीती रात से जारी मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीआईजी अमित कुमार और सेना के ब्रिगेडियर घायल हुए हैं। पुलवामा के पिंगलेना गांव में बीती रात 12 बजे से ही जारी मुठभेड़ में साउथ कश्मीर के डीआईजी अमित कुमार, भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट कर्नल समेत कई अन्य सैन्यकर्मी घायल हुए हैं। वहीं पिंगलेना गांव में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स और पैरा फोर्सेज की टीम के साथ आतंकियों से मुठभेड़ अब भी जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलवामा में हुए इस ऑपरेशन के दौरान पिंगलेना गांव में भारी हिंसा हुई है जिसे देखते हुए इलाके में सीआरपीएफ की कई टीमों को तैनात किया गया है। आतंकियों के साथ हो रही मुठभेड़ में सुबह जैश के दो टॉप कमांडरों को मार गिराया गया था। रविवार सुबह इस कार्रवाई में सेना के एक मेजर और तीन जवान शहीद हुए थे। मुठभेड़ के दौरान इलाके में सेना और पुलिस की कई टीमों को सोमवार दोपहर तैनात कराया गया था। दोपहर बाद इस ऑपरेशन में एसएसपी पुलवामा, डीआईजी साउथ कश्मीर समेत सीआरपीएफ और सेना के कई अधिकारी भी शामिल हुए थे।
इसी दौरान क्रॉस फायरिंग में डीआईजी अमित कुमार को भी पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने तत्काल उन्हें स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया। यहां प्राथमिक उपचार के उपचार के बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली भेजने की तैयारी शुरू की गई। इस घटना के कुछ देर बाद सेना के एक ब्रिगेडियर को भी पेट में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें श्रीनगर के सैन्य अस्पताल में शिफ्ट कराया गया।
सूत्रों के मुताबिक, पिंगलेना गांव में सोमवार सुबह से ही रुक-रुककर पत्थरबाजी हो रही है, जिसे देखते हुए सीआरपीएफ की टीमों को यहां सैन्य ऑपरेशन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात कराया गया है। आतंकियों से मुठभेड़ के बीच सेना लगातार अपनी जवाबी कार्रवाई कर रही है।
खबरों के मुताबिक इस मुठभेड़ में पुलवामा में CRPF काफिले पर आत्मघाती हमले का मास्टरमाइंड रशीद गाजी भी मारा गया है। पुलवामा हमले के चार दिन बाद ही सुरक्षाबलों ने गाजी को ढेर कर दिया है। मुठभेड़ में एक अन्य आतंकवादी भी ढेर किया गया है। मुठभेड़ स्थल से एक एके 47 और एक पिस्टल भी मिला है। पुलवामा मुठभेड़ पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों का मनोबल ऊंचा है और वे आतंकियों को ढेर कर रहे हैं।
पाकिस्तानी नागरिक गाजी रशीद और एक अन्य आतंकी पुलवामा हमले के बाद भागने में कामयाब रहे थे जबकि एक आतंकी मोहम्मद आदिल डार आत्मघाती हमले में मारा गया था। एजेंसियों से मिली सूचना के मुताबिक गाजी जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर के सबसे विश्वसनीय करीबियों में से एक है। गाजी को युद्ध तकनीक और IED बनाने का प्रशिक्षण तालिबान से मिला है और इस काम के लिए उसे जैश का सबसे भरोसेमंद माना जाता है। गाजी रशीद ही पुलवामा का मुख्य साजिशकर्ता था। अब सुरक्षाबलों ने चार दिन बाद ही पुलवामा आत्मघाती हमले का मास्टरमाइंड गाजी को ढेर कर दिया है।

हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अपने भतीजे उस्मान और भांजे तल्हा रशीद के जरिए घाटी में आतंकी हरकतों को अंजाम देता था। ऑपरेशन ऑलआउट के दौरान सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया था, जिसके बाद से मसूद अजहर ने आईईडी एक्सपर्ट गाजी राशिद को इसकी जिम्मेदारी दी थी। गाजी अपने दो साथियों के साथ दिसंबर में कश्मीर में दाखिल हुआ था। वह दक्षिण कश्मीर में छुपकर रह रहा था। गाजी को मसूद अजहर का काफी करीबी माना जाता था। बताया जाता है कि गाजी ने साल 2008 में जैश-ए-मोहम्मद ज्वाइन की थी। गाजी को इसके लिए तालिबान में ट्रेनिंग दी गई थी। साल 2010 में गाजी उत्तरी वजीरिस्तान आ गया था और वहीं से उसे मसूद अजहर के करीब आने का मौका मिला था।

गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं।

इनसेट में आतंकी गाजी रशीद..