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RSS के गढ़ में गडकरी के सामने कांग्रेस ने नाना..को उतारा मैदान में

नयी दिल्ली , भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद नाना पटोले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गृह क्षेत्र नागपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे. नागपुर से उनका मुकाबला नितिन गडकरी से होगा. पटोले ने 2017 में सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की थी. महाराष्ट्र के पांच उम्मीदवारों की सूची में पटोल सबसे ऊपर है. यह सूची कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने बुधवार शाम जारी की. अपने नामांकन के बाद पटोले ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी ने मुझसे पूछा, क्या मैं नागपुर से गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हूं ? और मैं सहमत हो गया.
पटोले ने कहा , मैं लोगों संघर्ष में विश्वास करता हूं और जीत हासिल करने के लिए हमेशा उनके साथ लड़ने को तैयार हूं. मैं नागपुर के लोगों पर विश्वास करता हूं. लड़ाई जारी है. प्रधानमंत्री की कार्यशैली की आलोचना करने के बाद पटोले दिसंबर 2017 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वह 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुए थे. 2014 में उन्होंने भंडारा-गोंदिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी, जहां से उन्होंने एनसीपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को हराया था.
हालांकि नागपुर से भाजपा के पूर्व सांसद पटोले के नामांकन का कुछ नेताओं ने विरोध किया है. नागपुर में प्रमुख दलित समूहों ने इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक ईमेल में कहा था कि नागपुर से पार्टी को पटोले को मैदान में नहीं उतरना चाहिए. उन्होंने इसके पीछे 2006 में भंडारा में ख़ालरानजी हत्याओं के अपराधियों को उनके कथित समर्थन का हवाला दिया था.
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे को सोलापुर से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा को मुंबई (दक्षिण) से पार्टी का टिकट दिया गया है, जबकि पूर्व सांसद प्रिया दत्त मुंबई (उत्तर मध्य) से चुनाव लड़ेंगी.