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जेट एयरवेज संकट : आखिरकार नरेश गोयल ने दिया बोर्ड और चेयरमैन पद से इस्तीफा

नई दिल्ली , कर्ज के जाल में फंसी जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता गोयल ने सोमवार को बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। नरेश गोयल ने कंपनी के चेयरमैन पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले उन्होंने खुद इस्तीफे की पेशकश की थी। बता दें कि नरेश गोयल जेट एयरवेज के प्रमुख प्रमोटरों में से एक थे। उन्होंने संकट के बीच कर्मचारियों को भावुक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह किसी भी बलिदान को तैयार हैं।
जेट ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से बयान में कहा, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में जेट के कर्जदाता डेट इंस्ट्रूमेंट्स के जरिये कंपनी में 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी डालेंगे। जेट ने यह भी कहा है कि कर्जदाताओं के नेतृत्व में एक ‘अंतरिम मैनेजमेंट कमेटी’ का गठन कर दिया गया है, जो कंपनी के रोजाना के कामकाज और कैश फ्लो का प्रबंधन करेगी।

जेट एयरवेज के कर्जदाताओं ने कंपनी के बोर्ड और प्रबंधन को अपने नियंत्रण में ले लिया है। कर्जदाता कंपनी के लिए एक नया रणनीतिक पार्टनर ढूंढने को लेकर जल्द ही एक ऑक्शन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि कर्जदाताओं के पास अब जेट की 50.5 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है, जबकि गोयल की हिस्सेदारी 50.1 फीसदी की आधी 25.5 फीसदी रह गई है। गोयल के इस्तीफे के बाद बीएसई पर जेट एयरवेज का शेयर 12.69 फीसदी उछलकर 254.50 रुपये पर बंद हुआ।

बता दें कि लंबे वक्त से जेट एयरवेज वित्तीय संकट से घिरा हुआ है। जिन कंपनियों से उसने प्लेन लीज पर लिए हैं उनका किराया रुका हुआ था। कर्मचारियों की सैलरी तक नहीं दी जा रही थी। नरेश गोयल के हटने के बाद जेट के ऋणदाता संघ के सदस्य उनके 51 प्रतिशत हिस्सेदारी को एयरलाइंस में मिला सकते हैं। जिसके बाद आनेवाले हफ्तों में नए खरीददार की तलाश शुरू की जाएगी। नरेश के बाद सीईओ विनय दुबे जेट एयरवेज को संकट से बाहर निकालने की पूरी कोशिश करेंगे।