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रेलवे के सतर्कता विभाग ने किया तत्काल टिकटों की अवैध बिक्री करने वाले गिरोह का भंडाफोड़…

मुंबई, शादी-विवाह का मौसम व गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने से पहले ही टिकट दलालों की सक्रियता ने रेलवे विभाग के होश उड़ा दिए हैं। ट्रेनों के टिकट की बढ़ती हुई डिमांड और एयरलाइंस इंडस्ट्रीज के खस्ताहाल होने के बीच रेलवे के सतर्कता विभाग ने एक नए गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एक सूचना के आधार पर पश्चिम रेलवे की विजलेंस टीम ने मुंबई के डमेस्टिक एयरपोर्ट पर कार्गो सेवाओं की तलाशी ली। इस छापेमारी में 2,38,688 रुपये मूल्य के कुल 59 रेल टिकट जब्त किए गए हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवींद्र भाकर के अनुसार तत्काल टिकट की बुकिंग उत्तर भारत में होती थी और इन्हें हवाई रास्ते से मुंबई भेजा जा रहा था। हवाई मार्ग से आने के कारण एक टिकट पर एजेंट 2 हजार से 5 हजार रुपये अतिरिक्त लेता है। ये सभी टिकटें दिल्ली और उसके आसपास के इलाके में बुक हुई थीं। इनकी सप्लाई वाराणसी, पटना, रायपुर और कलकत्ता से आने वाले हवाई जहाजों से हुई है।
ऐसे काम करता है टिकट दलालों का रैकेट :
यात्री द्वारा टिकट की डिमांड होने के बाद उत्तर भारत के किसी रिमोट एरिया में तत्काल टिकट बुक होती है। इसमें पीआरएस काउंटर पर बैठे बुकिंग क्लर्क की भागीदारी भी होती है। पश्चिम रेलवे के मुख्य सतर्कता निरीक्षक मनोज यादव, सौरभ मसेकर, आरपीएफ कॉन्स्टेबल वैभव जोशी, अजय महाजन और चंपालाल पाटील की टीम ने इस रेड को अंजाम दिया। आरोपी गौरव सिंह, मनोज काटकर और रंजीत सिंह सरोज को तत्काल काउंटर टिकट वाले पार्सल के साथ पकड़ा गया है।
ट्रैवल एजेंसी के नाम पर टिकट दलाली का धंधा :
मुंबई में चलने वाली अधिकांश ट्रैवल एजेंसियां रेलवे टिकट बुकिंग के नाम पर तत्काल टिकट का धंधा करती हैं। पूरे उत्तर भारत में टिकट दलाल अवैध रूप से ऑपरेट कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि ऐसे मामलों में रेलवे पुलिस ऐक्ट 143 के तहत कार्रवाई होती है, जिससे अपराधी को कोई खास फर्क नहीं पड़ता है।

निचे बैठे हुए पकड़े गए आरोपी गौरव सिंह, मनोज काटकर और रंजीत सिंह सरोज…