ब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य

V S अस्पताल की लापरवाही के चलते परिवारवालों ने कर दिया अनजान का दाह संस्कार…!

जिसे दफनाना था उसे जलाया गया, जिसे जलाना था उसे दफनाया गया…!

अहमदाबाद के VS हॉस्पिटल में गुरुवार को नसरीन बानो जामदार (25) की गर्भ संबंधी कुछ दिक्कतों के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद शुक्रवार को जब परिजनों को पता चला कि नसरीन का शव गायब हो गया है, जिसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया।
क्या है मामला : नसरीन के शव को मित्तल जाधव (19) के परिवारवालों को दे दिया गया था, जिनकी हत्या कर दी गई थी। मित्तल का शव नसरीन के कोल्ड बॉक्स (शव रखने का स्थान) के ठीक बगल में शुक्रवार को कुछ घंटों के लिए ही रखा गया था। नसरीन के परिवारवालों को दोपहर में कुछ गड़बड़ का एहसास हुआ। हालांकि, तब तक नसरीन के शव का मित्तल के परिवार द्वारा अंतिम संस्कार किया जा चुका था। उधर, मित्तल के शव को दफना दिया गया था।
VS अस्पताल की आंतरिक जांच में पता चला है कि प्रशासन ने अनजाने में नसीन का शव मित्तल के परिवारवालों को दे दिया था। मित्तल की हत्या 26 मई को उसकी शादी से ठीक पहले उसके प्रेमी के द्वारा कर दी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई की। मित्तल के परिवार के साथ अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस धोलेरा पहुंची ताकि शव को लाया जा सके। देर शाम जब परिवारवालों को अस्थियां सौंपी गईं तो दोनों ही परिवारों में आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान मित्तल के परिवार ने फिर से मांग की कि एक बार यदि जरूरत हो तो पोस्टमॉर्टम और करा लिया जाए ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि यह शव उसी का है।
नसरीन के भाई मोहम्मद उमर शेख ने बताया है कि हमारी बहन की आकस्मिक मौत से पहले से ही हम दुखी थे, ऐसे में अस्पताल की लापरवाही ने हमारे जख्मों को और गहरा कर दिया। मित्तल के पिता रमेश जाधव ने बताया कि उनका परिवार बावला पुलिस के साथ वीएच हॉस्पिटल गया और शव की मांग की। वहां मौजूद चपरासी ने दूसरा बॉक्स खोलकर नसरीन का शव उनके परिवारवालों को दे दिया। जाधव बताते हैं, हमें नहीं लगा कि यह मित्तल नहीं है। हमने सोचा कि मौत के बाद शव में सूजन आ गई है।