ब्रेकिंग न्यूज़मुंबई शहरशहर और राज्य

चुनाव ड्यूटी पर तैनात महिला कर्मचारी प्रीति की मौत से माहौल गरमाया

मुंबई, महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक विभाग की कर्मचारी प्रीति लोकेश दुर्वे के निधन के मामले ने तूल पकड़ लिया है। उनके निधन पर मुंबई शहर जिलाधिकारी व जिला चुनावधिकारी शिवाजी जोंधले ने सफाई दी कि महिला ने अपनी बीमारी के संबंध में चुनाव विभाग को कुछ नहीं बताया था और चुनाव कार्य से मुक्त करने के लिए कोई भी आवेदन उनके कार्यालय को नहीं मिला था। चुनाव विभाग के पास रिजर्व कर्मचारी रहते हैं, ऐसे में आवेदन मिलने पर संबंधित व्यक्ति को चुनाव ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाता है।
बता दें कि मुंबई में 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव चुनाव था। उस दिन शिवडी विधानसभा क्षेत्र में तैनात प्रीति दुर्वे की तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें बाद में नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलने पर सहायक चुनाव अधिकारी ने दो बार उनसे मुलाकात की थी। उपचार के दौरान ही शनिवार को उनका निधन हो गया। उनके निधन पर मुंबई शहर जिलाधिकारी तथा जिला चुनाव अधिकारी शिवाजी जोंधले ने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनके परिवार के दु:ख में शामिल हैं। जोंधले ने आश्वासन दिया कि नियमानुसार उनके परिवार को पूरी मदद की जाएगी।
बीमार होने पर चुनाव ड्यूटी नहीं
जिला अधिकारी ने बयान जारी कर कहा कि चुनाव कार्य में कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए संबंधित कार्यालय को ड्यूटी के आधार पर सूची भेजी गई थी। इस सूची के आधार पर किसी भी समस्या की जानकारी देने को कहा गया था, लेकिन संबंधित विभाग की तरफ से जानकारी मिलने के बाद कर्मचारियों को चुनाव कार्य से हटा दिया गया। साथ ही जिसने निजी आवेदन देकर बीमारी के संबंध में विनती की, उन कर्मचारियों को चुनाव कार्य से मुक्त भी किया गया। तकरीबन 1900 कर्मचारियों को इस प्रक्रिया के माध्यम से चुनाव ड्यूटी से दूर किया गया। मुंबई शहर चुनाव कार्यालय के पास पहले से ही रिजर्व कर्मचारी थे, ऐसे में बीमारी को लेकर आवेदन करने पर संबंधित को चुनाव कार्य से मुक्त किया जाता है।