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मॉनसून से पहले BMC और रेलवे की महाबैठक, समस्याओं पर हुई गहन चर्चा

मुंबई, मॉनसून के दौरान मुंबईकरों को मुसीबतों को टालने के लिए मई सबसे महत्वपूर्ण महीना होता है। इसी दौरान महानगरपालिका और रेलवे को तालमेल बिठाने की भी जरूरत होती है। पिछले कुछ वर्षों से दोनों एजेंसियां इस तरह की तैयारियों को लेकर सतर्क हुई हैं। बीएमसी के नवनियुक्त आयुक्त प्रवीण परदेसी ने पद संभालने के दूसरे दिन ही पश्चिम रेलवे मुख्यालय पहुंचकर मॉनसून की तैयारियों पर बैठक की।
बैठक में क्या हुआ
पश्चिम रेलवे द्वारा बारिश के पानी की निकासी के लिए नालों की सफाई, रेलवे ट्रैक के पास कचरे की डम्पिंग, ट्रैक के ऊपर से निकलने वाली ओवरहेड पाइप लाइनों की शिफ्टिंग, रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) और फुटओवर ब्रिज (एफओबी) से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। गोखले ब्रिज और हाल ही में सीएसटी के पास स्थित हिमालय ब्रिज के हादसे के बाद पुलों की मजबूती को लेकर दोनों एजेंसियां गंभीर हुई हैं।

दूसरा मुद्दा पानी के बिलों का था। बीएमसी द्वारा रेलवे को पानी सप्लाई की जाती है। इसके लिए पानी के बिल लंबे समय से पेंडिंग पड़े हैं। रेलवे पर मनपा का करोड़ों रुपये का बकाया है। मीटिंग में पेंडिंग बिल का भुगतान करने और अन्य शर्तों पर बात हुई है। मुंबई महानगरपालिका के क्षेत्राधिकार में पड़ने वाले एफओबी और आरओबी के लैडिंग के आसपास अतिक्रमण हटाना भी था। इन अतिक्रमणों से लोगों के आने-जाने में कठिनाई होती है।

शहर का कचरा रेलवे की मुसीबत
आमतौर पर ट्रैक साफ होने के बावजूद रेलवे ट्रैक के आसपास की बस्तियों से ट्रैक पर कूड़ा-कचरा डाला जाता है। मनपा क्षेत्र की इन बस्तियों में रेलवे एक्शन नहीं ले सकती है। ऐसे में हर बार मनपा से सहयोग मांगा जाता है। कई जगहों पर सॉलिड वेस्ट और कचरा बिखरा रहता है, इससे नाले पूरी तरह भर जाते हैं। बारिश के पानी की निकासी में समस्या आती है। मनपा आयुक्त ने सॉलिड वेस्ट के निस्तारण के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के साथ ही ऐसी गलत प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती के निर्देश जारी किए।मीटिंग में बताया गया कि चर्चगेट-दहिसर खंड पर एमसीजीएम से संबंधित कई सड़क ऊपरी पुल/पैदल ऊपरी पुल और अन्य ओवरहैड स्ट्रक्चर हैं, जो ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी देते हैं। निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि इन पुलों पर लगे हुए पेवर ब्लॉक, केबल, वाटर पाइप जैसे स्ट्रक्चरल बदलाव पुल का डेड लोड बढ़ा रहे हैं। कई लोकेशनों पर ओवरहैड वाटर पाइप लाइन को शिफ्ट किया जाना है। विशेषकर माहिम स्टेशन यार्ड के ऊपर से गुजरने वाली पाइप लाइन, जिसे यार्ड रिमॉडलिंग और सुरक्षित ट्रेन वर्किंग के लिए शिफ्ट किया जाना है।

सुविधाओं पर हुई चर्चा
यात्रियों की सुविधा के लिए पश्चिम रेलवे ने मुंबई महानगरपालिका के क्षेत्राधिकार में नई सीढ़ियों, एक्केलेटर के निर्माण के प्रस्ताव दिए हैं। पश्चिम रेलवे ने मुंबई महानगरपालिका से ग्रांट रोड, मुंबई सेंट्रल, महालक्ष्मी, अंधेरी, गोरेगांव में एफओबी की लैंडिंग के निर्माण और जोगेश्वरी, राम मंदिर और गोरेगांव में एस्केलेटर के निर्माण के लिए अनुमति मांगी है। साथ ही एफओबी बनाने के लिए एमसीजीएम से पेड़ों को काटने की अनुमति भी मांगी गई है।