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अलीगढ़ और हमीरपुर के बाद अब भोपाल में हुई एक और मासूम की नृशंस हत्या…! नाले के पास मिला शव

आखिर कब रुकेगी मासूम बच्चियों की नृशंस हत्याएं?

भोपाल, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम ट्विंकल की नृशंस हत्या कर दी गई। मासूम बच्ची का क्षत-विक्षत शव देख पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। फिर यूपी के ही हमीरपुर जिले में एक 11 साल की लड़की के साथ गैंगरेप हुआ, वारदात के बाद गला दबाकर उसकी भी हत्या कर दी गई। दिल दहला देने वाले इन मामलों में रविवार को एक घटना और जुड़ गई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित कमला नगर में एक 8 साल की लड़की का शव नाले से मिला है। घटना के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा हुआ है।
कमला नगर में हुई इस घटना पर एएसपी अखिल पटेल ने कहा, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने आनन-फानन में एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है।
हमीरपुर में गैंगरेप के बाद हत्या
हमीरपुर के कुरारा से सामने आए मामले में जानकारी के मुताबिक, गांव का एक परिवार मजदूरी के लिए कानपुर गया हुआ है। इस परिवार की 11 साल की मासूम बच्ची घर में अकेली थी। शुक्रवार रात कुछ बदमाश घर में घुसे और बच्ची को उठाकर गांव से बाहर ले गए। आरोप है कि बदमाशों ने कब्रिस्तान के पास उसके साथ गैंगरेप किया। बाद में गला दबाकर हत्या कर दी। सुबह गांववालों को कब्रिस्तान के पास बच्ची की लाश पड़ी मिली।

अलीगढ़ मामले में चार लोग गिरफ्तार
अलीगढ़ की घटना पर पुलिस का कहना है कि महज 10 हजार रुपये के लिए एक ढाई साल की बच्ची की हत्या कर दी गई। बता दें कि वारदात को अंजाम देने वाले तीसरे आरोपी मेहदी हसन के अलावा चौथी महिला आरोपी (जाहिद की पत्नी) को भी पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में हैरान करने वाली बात तब सामने आई जब पुलिस ने आशंका व्यक्त की कि बच्ची की हत्या के बाद शव को फ्रिज में रखा गया। सूत्रों के अनुसार पुलिस को मौका मुआयना करने के बाद लग रहा है कि शव को फेंकने के बाद फ्रिज को साफ किया गया।

वकीलों ने केस लड़ने से किया इनकार
अलीगढ़ के वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से इनकार दिया है। अलीगढ़ बार असोसिएशन के सचिव अनूप कौशिक कहते हैं, ‘हम बच्ची के परिवार के साथ हैं। कोई भी वकील आरोपियों का केस नहीं लेगा। हम बाहर से भी किसी वकील को उनका केस लड़ने की इजाजत नहीं देंगे। आरोपियों को सजा-ए-मौत मिलनी चाहिए।