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पुलिस ने ‘न तो पानी पीने दिया’ और ‘न ही वाशरूम जाने दिया’..! पीड़ित साधना नागम

मुंबई , कल्याण के कोलसेवाडी पुलिस ठाणे के उप-पुलिस निरीक्षक महेंद्र चकोर की अमानवीय बर्बरता को लेकर गुरुवार को मुंबई मराठी पत्रकार संघ में सामाजिक कार्यकर्ता नारायण क्षीरसागर ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया है कि ९ सितम्बर को तक़रीबन ११.३० बजे रात को कोलसेवाडी पुलिस ठाणे के उप-पुलिस निरीक्षक महेंद्र चकोर ने बिना किसी गुनाह के आदेश नागम व हमें २१ घंटे तक पुलिस ठाणे में बंद करके रखा और सुबह करीब ८ बजे छोड़ दिया.

क्या है पूरा मामला :
कल्याण के विजय नगर में रहने वाली साधना राजाराम नागम (३६) से संगीता महाडीक , संजय महाडीक की किसी आपत्तिजनक बातों को लेकर तू-तू , मैं – मैं हुआ , जिसे लेकर साधना का भाई आदेश नागम और नारायण क्षीरसागर कोलसेवाडी पुलिस ठाणे पहुंचे, पहले पुलिस ने मामला समझकर उनकी शिकायत तो ले ली और उन्हें घर भेज दिया पर बाद में उप-पुलिस निरीक्षक महेंद्र चकोर ने उन्हें फोन करके बुलाया और आईपीसी की धारा १५१ (१) के तहत कार्यवाई करते  नारायण क्षीरसागर और आदेश नागम को सीधा लॉकअप में बंद कर दिया..!

साधना के अनुसार :
जब मैं चकोर साहेब से अपने भाई आदेश व क्षीरसागर को बिना वजह, झूठी शिकायत दर्ज कर के गिरफ्तार करने का कारण पूछा था, उन्होंने मुझे गाली – गलौज करते हुए तक़रीबन रात के १२ बजे लॉकअप में बंद कर दिया. इतना ही रात भर मुझे खड़े रहने की सख्ती दी , ‘न तो पानी पीने दिया’ और ‘न ही वाशरूम जाने दिया’.
एक लड़की को रात में गिरफ्तार करना व पूरी रात लॉकअप में बंद रखना और बिना किसी गलती की इतनी बड़ी सजा देना पुलिस की अमानवीय बर्बरता नहीं तो और क्या कहा जा सकता है..!

क्या कहा नारायण क्षीरसागर ने :
एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते हमारे पास कई लोग अपनी परेशनियां लेकर आते है , जिसे हर स्तर
सुलझाने का मैं प्रयास करता हूँ. मेरा व्यक्तिगत इस मामले से कोई लेना -देना नहीं था , पर उप-पुलिस निरीक्षक महेंद्र चकोर द्वारा की गई अमानवीय बर्बरता को मैं सहन नहीं कर सकता , और यदि मेरी कोई गलती है तो मैं सजा के लिए तैयार हूँ.
आगे मैंने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , जिलाधिकारी , महिला बाल विकासमंत्री , राज्य महिला आयोग तथा ठाणे पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर उप-पुलिस निरीक्षक महेंद्र चकोर के खिलाफ कठोर कार्यवाई की मांग की है.

कल्याण के स्थानिक रहिवासियों के अनुसार नारायण क्षीरसागर स्थानिक नागरिक है और कई सामाजिक संगठनों से जुड़कर आम जनता को सामाजिक सेवा प्रदान करते आ रहे हैं उनके साथ तमाम कार्यकर्ता भी इस समाज सेवा से जुड़ें हैं.