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अयोध्या: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से अपनी पार्टी के सांसदों के साथ किया रामलला का दर्शन

अयोध्या मंदिर प्रांगण में सभी सांसदों के साथ उद्धव ठाकरे

अयोध्या/मुंबई, लोकसभा चुनाव 2019 में अपेक्षित सफलता मिलने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज अयोध्या पहुंचे। उनके साथ उनकी पार्टी के 18 सासंदों ने आज यहां रामलला का दर्शन किया। पार्टी के मुखिया के साथ रामलला का दर्शन करने की खातिर शिवसेना के दस सांसद कल ही अयोध्या पहुंच गए थे जबकि आठ आज सुबह पहुंचे।

उद्धव ठाकरे जिस समय रामलला का दर्शन करने निकले, उस समय कार्यकर्ता जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के 18 सांसदों तथा अपने पुत्र आदित्य ठाकरे के साथ रामलला का दर्शन किया। अयोध्या में शिवसेना के सांसदों ने उद्धव ठाकरे का स्वागत किया। इसके बाद ठाकरे होटल के लिए रवाना हो गए। इसी बीच शिवसेना के सभी सांसद रंग महल बैरियर पहुंचे। उनका यहां पर ढोल-नगाड़ों से स्वागत हो रहा था। आज उद्धव ठाकरे से नहीं मिलने देने से यहां पर शिवसेना के कार्यकर्ता नाराज हो गए और कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इससे पहले शिवसेना प्रमुख पत्नी व बेटे आदित्य के साथ विशेष विमान से अयोध्या पहुंचे। हवाई पट्टी पर अयोध्या प्रशासन के साथ शिवसेना के नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सीधा होटल का रुख किया। शिवसेना के सभी 18 सांसदों के साथ रामलला के दर्शन के बाद मीडिया से वार्ता करने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का मुम्बई वापसी का कार्यक्रम है। कल रात अयोध्या पहुंचे शिवसेना के सांसदों को राजकीय अतिथि के रूप में देवकाली बाइपास पर होटल पंचशील में ठहराया गया।

कल यहां सांसद राजन विचारे, विनायक राउत, संजय मांडलिक आदि पहुंचे थे। शिवसेना के सांसदों का कहना है कि वे रामलला की धरती पर आकर खुद को धन्य मानते हैं, सुबह उठते ही राम जन्म भूमि का दर्शन करने की व्याकुलता है। सांसद संजय यादव ने बताया कि वह पहले भी रामनगरी आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने यह शिवसेना ही नहीं, संपूर्ण भारत का हिंदू समाज चाहता है।

संजय राउत ने क्या कहा : शिवसेना के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि जब पहली बार उद्धव ठाकरे आयोध्या आए थे तो उन्होंने कहा था कि हमारे लिए अयोध्या और रामलला राजनिति के विषय नहीं हैं। यह आस्था और श्रद्धा का विषय है। हमारा रिश्ता अयोध्या से है। राम के नाम पर हमने कभी वोट नहीं मांगा और न मांगेंगे, लेकिन चुनाव के बाद शिवसेना के सभी विजयी सांसदों के साथ दर्शन के लिए फिर अयोध्या आऊंगा। संजय राउत ने बताया कि उस वचन को निभाने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सभी सांसदों और परिवार के साथ आ रहे हैं। इसके बाद सभी रामलला का दर्शन करेंगे। दर्शन और पूजन के बाद पत्रकारों से बात भी करेंगे। इसके बाद वह मुंबई वापस चले जाएंगे। प्रदेश सरकार ने उद्धव ठाकरे को राज्य अतिथि का दर्जा दिया है और इसी के अनुरूप अयोध्या में भी उनके प्रवास का बंदोबस्त किया जा रहा है। अतिथियों के स्वागत में कोई कसर न रह जाए, इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का मानना है कि लोग अयोध्या में राम मंदिर देखना चाहते हैं। मंदिर बनने से देश में सुख-समृद्धि का नया अध्याय लिखा जाएगा। उद्धव ठाकरे चुनाव में चली मोदी लहर के लिए रामलला को धन्यवाद देंगे। उन्होंने कहा, भाजपा से रिश्ते पहले भी अच्छे थे और अब भी अच्छे हैं।

संवाददाता सम्‍मेलन को संबोध‍ित करते उद्धव ठाकरे

अयोध्‍या में संवाददाताओं से बातचीत में उद्धव ने कहा, अभी मामला अदालत में है। केंद्र में मजबूत सरकार भी है और हम उनके साथ हैं। मोदी जी के पास फैसला लेने का साहस है। यदि सरकार राम मंदिर बनाने का फैसला लेती है तो फिर कोई इसे नहीं रोक सकता।

राम मंदिर बनकर रहेगा…
उद्धव ने कहा, ‘राम मंदिर बनकर रहेगा’। हमारे लिए राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं है। मैं अयोध्या आता रहूंगा और मंदिर भी जल्द बनेगा। अयोध्या ऐसी जगह है जहां बार-बार आने का दिल करता है और पता नहीं आगे कितनी बार आऊंगा। उन्होने कहा कि पिछले अयोध्या दर्शन में मैंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद अपने सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करने आऊंगा और उसी क्रम में मैं यहां आया हूं। अब रामलला के दर्शन करने के बाद शिवसेना सांसद संसद में सोमवार से नई पारी शुरू करेंगे।

एक सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा, बालासाहब यही चाहते थे की सब हिंदू एक हो जाएं और हिंदुओं की एकता कायम रहें, इसलिए हमने महाराष्ट्र के बाहर चुनाव नहीं लड़ा। इससे पहले शिवसेना के २० सांसदों के साथ उद्धव ठाकरे ने रामलला के किए दर्शन किए। लोकसभा चुनाव में शिवसेना के १८ सांसद चुनकर आए हैं। इसके अलावा, राज्यसभा में पार्टी के दो सांसद हैं। उद्धव की अयोध्‍या यात्रा को इस साल होने वाले महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

अयोध्‍या विवाद को सुलझाने में PM मोदी करेंगे मदद
शिवसेना प्रमुख के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह बैनर और भगवा झंडे लगाए गए। बता दें कि पार्टी के राज्‍यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा था कि शिवसेना मानती है कि अयोध्‍या विवाद को सुलझाने के पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करेंगे। शिवसेना के सभी सांसदों को ठाकरे ने शनिवार की शाम तक अयोध्या पहुंचने के लिए कहा था।

राम के नाम पर वोट नहीं मांगा
राउत ने कहा, हमने राम के नाम पर वोट नहीं मांगा और न ही भविष्य में मांगेंगे।’ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में राउत ने कहा कि पीएम मोदी और योगी के नेतृत्व में इसका निर्माण होगा। 2019 का बहुमत राम मंदिर निर्माण के लिए है। राज्यसभा में भी 2020 तक हमारा बहुमत हो जाएगा। उन्‍होंने कहा, हर एक मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट के हस्‍तक्षेप से नहीं सुलझाया जा सकता है। इस साल होने महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए शिवसेना ने राम मंदिर पर अपना फोकस बढ़ा दिया है। राउत ने कहा, बीजेपी को रोडमैप बनाना है। शिवसेना केवल एक गठबंधन सहयोगी है। महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन बना रहेगा।