महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य

CM ने अपने मंत्रियों को दी ‘क्लीन चिट’, विधानमंडल सत्र का समापन

मुंबई, फडणवीस सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंतिम विधानमंडल सत्र का समापन मंगलवार रात को हुआ। विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने 13 वीं विधानसभा के सत्रावसान की घोषणा की। सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को क्लीन चिट दे दी।
विधानसभा का मॉनसून सत्र 17 जून से शुरू हुआ था, जो 2 जुलाई को समाप्त हुआ। 18 जून को दोनों सदनों में राज्य का अतिरिक्त बजट पेश किया गया। सत्र के दौरान कुल 12 दिन कामकाज हुआ। इस सत्र के बारे में संसदीय कार्य मंत्री विनोद तावडे ने दावा किया कि यह ऐसा पहला सत्र था जिसमें मंत्रियों की अनुपस्थित के कारण सदन की बैठक स्थगित नहीं करनी पड़ी।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने मंत्रियों को क्लीन चिट देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप लगाते समय विपक्ष ने मजबूत सबूत नहीं दिए। विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग पर मोबाइल घोटाले के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो मोबाइल आंगनवाड़ी महिलाओं को दिए गए उनकी ऑनलाइन कीमत करीब 9,000 रुपये हैं, जिसे 6100 में खरीदा गया। राकांपा नेता जयंत पाटील ने राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील पर पुणे की दो जमीनों में घोटाले का आरोप लगाया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटील पर लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है। मैं पिछले 30 से 35 साल से चंद्रकांत पाटील को जानता हूं, वो इस तरह का काम कभी नहीं कर सकते। ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल, जलसंसाधन मंत्री गिरीश महाजन, प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील, शिक्षा मंत्री आशीष शेलार और आदिवासी विकास राज्य मंत्री परिणय फुके पर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप को भी मुख्यमंत्री ने क्लीन चिट दी।
विपक्षी दलों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बोगस वोटिंग रोकने के लिए चुनाव आयोग प्रयास कर रहा है, जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है। बोगस वोटिंग रोकने के लिए वोटिंग कार्ड से आधार जोड़ने का विकल्प बेहतर है। इस संबंध में मैं भारतीय चुनाव आयोग को पत्र लिखूंगा।
मैं फिर वापस आऊंगा: मॉनसून सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष के खिलाफ जमकर बल्लेबाजी की। छाती ठोकते हुए उन्होंने कहा कि मैं दोबारा आऊंगा। हमने पांच साल के कार्यकाल में महाराष्ट्र के पुराने वैभव को वापस लाने का काम किया है।