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सीएम फडणवीस बोले- वंचित आघाड़ी से होगा अगला विपक्ष का नेता

मुंबई, महाजनादेश यात्रा में भाजपा को मिल रहे प्रतिसाद से उत्साहित मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस और राकांपा का मजाक उड़ाया। मुख्यमंत्री को ऐसा लगता है कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष वंचित बहुजन आघाडी से हो सकता है। कांग्रेस और राकांपा की स्थित बेहद ही नाजुक है। उन्हें आगामी चुनाव में उम्मीदवार मिलना मुश्किल होगा।
‘महाजनादेश यात्रा’ के दौरान नांदेड में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा ने भी यात्रा निकाला है। उनकी यात्रा को कोई प्रतिसाद नहीं मिल रहा है। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस और राकांपा ने लोगों के लिए काम नहीं किया, बल्कि सिर्फ भ्रष्टाचार किया। जनता ने उन्हें सजा दी और विपक्ष में बिठा दिया, लेकिन विपक्ष की भूमिका भी सही तरह से नहीं निभा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहीं विरोधी दल वंचित बहुजन को कभी भाजपा की बी टीम कहते थे और आज उसी बी टीम के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। हालात यह है कि वंचित बहुजन ए टीम बन गई है और कांग्रेस व राकांपा बी टीम। अब तो मुझे लगता है कि अगली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वंचित बहुजन आघाडी से होगा।

गौरतलब है कि इस साल लोकसभा चुनाव से पहले भारिप बहुजन महासंघ नेता प्रकाश आंबेडकर और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने वंचित बहुजन आघाडी का गठन किया। लोकसभा चुनाव में वंचित आघाडी एक सीट जीत सकी, लेकिन उसने कांग्रेस-राकांपा आघाडी को आठ लोकसभा सीटों पर खासा नुकसान पहुंचाया था।
कांग्रेस और राकांपा नेताओं के पार्टी छोड़ने पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर सभी को भरोसा है। लोगों को लगता है कि भविष्य मोदी के नेतृत्व में है। शरद पवार की राकांपा के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी कभी महाराष्ट्र तक ही सीमित थी, लेकिन अब वह सिर्फ पश्चिम महाराष्ट्र तक सिमट कर गई है। इस चुनाव में वह कुछ जिलों तक सीमित होकर रह जाएगी। लोगों को इस पार्टी में अपना भविष्य नहीं दिख रहा है, यही वजह है कि लोग राकांपा छोड़ भाजपा में आ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि नारायण राणे भाजपा के सांसद हैं, जहां तक उनकी पार्टी का भाजपा में विलिनीकरण करने का सवाल है, तो इस बारे में शिवसेना को विश्वास में लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।